अमरावती

मनपा नेताजी का यथोचित करें सम्मान : जितेंद्र साहू

अमरावती/दि. २७– नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने वर्ष १९२८-२९ में अमरावती को सदिच्छा भेंट दी थी. उनकी सदिच्छा भेंट अमरावती शहर की गौरव कथा बनी. तथा यह एक स्मृति बन गई है. तथा महात्मा गांधी ने भी अमरावती में दो बार भेंट दी थी.नेताजी ने वर्ष १९२९ में दिसंबर माह में महानगरपालिका के भवन पर ध्वजारोहण किया था. इसी क्रम में नेहरू मैदान स्थित ए.वी.स्कूल भवन का उद्घाटन उन्होंने ६ अक्टूबर १९२८ में किया था. इतनाही नहीं तो इसके साथ ही हनुमान अखाडे को भी सदिच्छा भेंट दी थी. इसी को मद्देनजर रख राजकमल चौक से अंबागेट तक नेताजी सुभाषचंद्र बोस के नाम पर मार्ग का नामकरण किया था, जो वर्षों तक चलन में रहा. कुछ समय बाद इसी मार्ग पर वकीलों के कार्यालय ख्ाुले. लोगबाग ने मार्ग को वकील लाइन कहना शुरु किया तथा देश गौरव नेताजी का नाम लुप्त हो गया. मनपा ने इस संबंध में ध्यान केंद्रीत कर नेताजी का सम्मान करें, यह विनम्र सुझाव देते हुए जितेंद्र साहू ने मनपा प्रशासन से अनुरोध किया है. जितेंद्र साहू ने बताया कि, इस वर्ष २३ जनवरी को नेताजी की जयंती है. अत: उनके सम्मान में नपा द्वारा दिए गए मार्ग को पुनर्जीवित कर २३ जनवरी को उनके नाम का फलक लगाकर सम्मानित करें. इसी तरह राजकमल चौक से अंबागेट तक रोड डिवायडर वॉल में नेताजी सुभाष मार्ग का बोर्ड लगाए. इसी क्रम में ३० जनवरी को उनकी पुण्यतिथि पर न.पा.द्वारा दिए गए नाम रेलवे ब्रिज को गांधी ब्रिज तथा गांधी प्रतिमा से कांग्रेस नगर तक जानेवाले मार्ग को गांधी मार्ग नाम का बोर्ड लगाकर श्रद्धांजलि अर्पित करें. मनपा ने एक माह पूर्व बोर्ड लगाने संबंध में ध्यान देने की का अनुरोध जितेंद्र साहू ने किया है. साथही मालवीय चौक में भी सुभाष चौक नामकरण बोर्ड लगाएं, जो मनपा द्वारा स्विकृत हुआ है.

 

 

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