दिन में गर्मी रात में ठंड, सर्दी-खांसी-बुखार के मरीजों की संख्या में बढोतरी
सरकारी व निजी अस्पताल हाऊसफुल
* रोगप्रतिकारक शक्ति बढाना आवश्यक
अमरावती/दि.6– नवंबर माह शुरु होने के बावजूद अब तक ठंड का आगमन नहीं हुआ है. दिन में भीषण गर्मी और शाम ढलते ही ठंड शुरु हो जाती है. ऐसे मौसम के कारण जिले में सर्दी-खांसी-बुखार के मरीजों की संख्या में बढोतरी हुई है. हर दिन करीबन 500 से 700 मरीज पाए जाते रहने की अस्पताल के सूत्रों की जानकारी है. सरकारी अस्पताल सहित निजी अस्पताल मरीजों से हाऊसफुल दिखाई दे रहे है.
वातावरण में बदलाव होने पर सर्दी-खांसी-बुखार की लहर रहती है. साथ ही रोगप्रतिकारक शक्ति भी कुछ मात्रा में कम होती है. इस कारण रोगप्रतिकारक शक्ति कायम रखने के साथ ही खानपान की सुविधा पर नियंत्रण रखने के साथ ही तत्काल डॉक्टरों की सलाह लेने का आवाहन स्वास्थ विभाग द्वारा किया गया है. छोटे बच्चे, मध्यमवर्गीय, वरिष्ठ नागरिकों को वर्तमान में सर्दी-खांसी-बुखार की परेशानी सहन करनी पड रही है. ऐसे समय ठंड में जो सावधानी बरती जाती है वह अभी से ही लेनी चाहिए, ऐसा डॉक्टरों का कहना है. मनपा के 14 शहरी स्वास्थ केंद्र, जिला सामान्य अस्पताल, उपजिला अस्पताल, ग्रामीण अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ केंद्र सहित उपकेंद्र में हर दिन करीबन 25 मरीज बढ रहे है. इस कारण सर्दी-खांसी-बुखार की लहर आ गई है. यह परेशानी तीन से पांच दिन कायम रहने से तथा मरीजों को कमजोरी महसूस होने से डॉक्टरों द्वारा पोषक व हलका आहार, पूरे विश्राम की सलाह दी जा रही है.
* ठंड बढने पर मरीजों की संख्या भी बढेगी
वर्तमान में कभी बदरीला वातावरण तो कभी उमस रह रही है. ठंड की शुरुआत होती रहने से इस संक्रमण की अवधि में सर्दी-खांसी-बुखार के मरीज बढे है. मनपा के शहरी स्वास्थ केंद्र में पूरे दिन में 150 से 200 तथा जिले के विविध शासकीय अस्पताल में 500 से 700 मरीजों की संख्या बढी है. ठंड बढने पर मरीजों की संख्या और बढ सकती है. इस कारण अभी से ही सावधानी लेने की आवश्यकता है.
* डॉक्टरों की सलाह जरुरी
इस बार मानसून काफी दिनों तक चला. दिवाली समाप्त होने के बावजूद ठंड की शुरुआत नहीं हुई है. दिन में गर्मी और रात से सुबह तक ठंड ऐसा वातावरण रहने से सर्दी-खांसी-बुखार के मरीज बढे है. इस कारण तत्काल डॉक्टरों की सलाह लेना आवश्यक है.
– डॉ. दिलीप सौंदले, जिला शल्य चिकित्सक.
* पोषक आहार लेना जरुरी
दिवाली में चटपटे और तेल के पदार्थो का सेवन टाले तथा खानपान पर नियंत्रण रख पोषक आहार लेकर रोगप्रतिकार शक्ति बढाना आवश्यक है. बच्चे, मध्यम आयु के व वरिष्ठ नागरिकों द्वारा ठंड में जो सावधानी बरतनी पडती है, वह अभी से लें. क्योंकि, ठंड अब धीरे-धीरे बढ रही है.
– डॉ. विशाल काले, वैद्यकीय स्वास्थ अधिकारी, मनपा.