अमरावतीविदर्भ

होटलों को बनाया जायेगा हॉस्पिटल

जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी जानकारी

  • कोरोना संक्रमितों की लगातार बढती संख्या के मद्देनजर लिया गया निर्णय

प्रतिनिधि/दि.७

अमरावती – जिले में कोरोना संक्रमितों की लगातार बढती संख्या को देखते हुए प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के विभिन्न पर्यायों पर विचार किया जा रहा है और निजी रूग्णालयों में कोविड तथा नॉन कोविड मरीजों के लिए स्वतंत्र कक्ष रहने की जरूरत को ध्यान में रखते हुए कई होटलों की इमारतों को अस्पताल में रूपांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है. इस आशय की जानकारी जिला आपत्ती व्यवस्थापन कक्ष के अध्यक्ष तथा जिलाधीश शैलेश नवाल ने दी है. इस संदर्भ में जानकारी देते हुए जिलाधीश नवाल ने कहा कि, सरकारी अस्पतालों की तरह ही निजी अस्पतालों में भी विविध बीमारियों से पीडित मरीजों का इलाज होता है. वहीं अब कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढने की वजह से निजी अस्पतालों में भी कोरोना संक्रमितों का इलाज करने हेतु स्वतंत्र जगह की आवश्यकता महसूस होने लगी है. जिसके चलते इंडियन मेडिकल एसो. के पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए निजी अस्पतालों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप कुछ होटलों में जगह उपलब्ध करायी जा रही है. ऐसे होटलों का अस्पताल में रूपांतरण करते समय आवश्यक उपचार सुविधा व अन्य प्रक्रिया के मानकोें हेतु अनुमति की प्रक्रिया मनपा द्वारा पूरी की जायेगी.

  • शनिवार व रविवार का लॉकडाउन कायम

इस समय जिलाधीश शैलेश नवाल ने कहा कि, कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रत्येक शुक्रवार की शाम से सोमवार की सुबह तक जनता कफ्र्यू लागू करने का निर्णय इस समय भी कायम है. जिसके तहत प्रत्येक शनिवार व रविवार को शहर सहित जिले में कडा लॉकडाउन रखा जायेगा. ऐसे में सभी जिलावासियों ने इस लॉकडाउन का स्वयंस्फूर्त रूप से पालन करना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, होम आयसोलेशन के लिए अनुमति की प्रक्रिया इससे पहले ही कायम की गई है. वहीं हेल्पलाईन द्वारा होम आयसोलेशन में रहनेवाले लोगों सहित कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज प्राप्त कर अपने घर लौट चुके मरीजों से संपर्क किया जाना बेहद आवश्यक है.

  • कपास खरीदी की गति बढी

जिलाधीश शैलेश नवाल ने बताया कि, जिले में कपास खरीदी को गतिमान करने हेतु खरीदी केंद्रों की संख्या बढायी गयी है. साथ ही इन केंद्रोें पर आवश्यक मनुष्यबल भी उपलब्ध करवाया गया है. इसके अलावा जिनिंग की संख्या में वृध्दि करते हुए पंजीयन की प्रक्रिया में भी समयावृध्दि दी गई है. जिसके चलते कपास खरीदी की प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है. जानकारी दी गई है कि, पणन महासंघ व सीसीआय द्वारा ४९ हजार ३४४ किसानों से करीब साढे १३ लाख क्विंटल के आसपास कपास खरीदी गयी है.

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