भ्रष्टाचारियों की नियुक्ति इलेक्शन ड्यूटी में कैसे?
जागरण मित्र परिवार ने पत्रवार्ता में उठाया सवाल
* निर्वाचन आयोग को खडा किया सवालों के घेरे में
अमरावती /दि.14- एक ओर तो निर्वाचन आयोग द्वारा निष्पक्ष एवं भयमुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न कराने की बात कही जाती है. वहीं दूसरी ओर मतदान हेतु लगाई जाने वाली इलेक्शन ड्यूटी में सिंचाई घोटाले के तहत आरोपित रहने वाले भ्रष्ट अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति की जाती है. यह दोनों बातें परस्पर विरोधी है. जिनकी ओर निर्वाचन विभाग द्वारा कोई ध्यान कैसे नहीं दिया जा रहा. इस आशय का सवाल जागरण मित्र परिवार द्वारा आज यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में उठाया गया.
इस पत्रवार्ता में बताया गया कि, भ्रष्टाचार के मामलों में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों तो इलेक्शन ड्यूटी पर बिल्कुल नियुक्त नहीं करने को लेकर जागरण मित्र परिवार द्वारा 10 वर्ष पहले प्रधानमंत्री कार्यालय सहित केंद्रीय निर्वाचन आयोग को पत्र भेजा गया था और तब से लेकर अब तक कई बार इस बारे में पत्र व्यवहार किया जा चुका है. लेकिन इस मुद्दे को केंद्र सरकार व निर्वाचन आयोग द्वारा कभी भी गंभीरतापूर्वक नहीं लिया गया है. ऐसे में सवाल उपस्थित होता है कि, आखिर पीएम मोदी द्वारा की गई ‘न खाउंगा, न खाने दुंगा’ वाली घोषणा सहित निर्वाचन आयोग द्वारा की गई भयमुक्त व निष्पक्ष वातावरण में चुनाव कराने की घोषणा का क्या मतलब रह जाता है.
इस पत्रवार्ता में यह भी कहा गया कि, वर्ष 1994 से 1999 के दौरान हुए सिंचाई घोटाला मामले के तहत अकेले अमरावती जिले में ही 96 करोड रुपए की गडबडी हुई थी. वहीं शेष 32 जिला परिषद अंतर्गत 4204 करोड रुपयों का घोटाला हुआ था. यह रकम आरोपियों व उनके हस्तकों के पास रहने के चलते मतदाताओं को प्रभावित करने के काम हेतु प्रयोग में लायी जा रही है और इसमें से राजस्व एवं पुलिस महकमें द्वारा आज तक एक रुपए की भी वसूली नहीं की जा सकी है. इस घोटाला मामले में 4 आईएएस अधिकारी, 13 कार्यकारी अभियंता एवं 10 लेखा व वित्त अधिकारी शामिल थे. लेकिन सीईओ स्तर के आईएएस अधिकारियों के अवाला शेष अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले दर्ज हुए थे. साथ ही भ्रष्टाचार के मामले में लिप्त रहने वाले ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों की नियुक्ति निर्वाचन संबंधित कामकाज में भी की जा रही है. जिसके चलते चुनावों की निष्पक्षता प्रभावित हो रही है.
इस पत्रवार्ता में जागरण मित्र परिवार के दिलीप बनसोड, अमित देशमुख, दिलीप इंगले व सचिन जवंजाल आदि उपस्थित थे.