बिना डीजल कैसे चले एम्बुलेंस?
अमरावती /दि.25– अमरावती जिले के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 102 क्रमांक की करीब 109 एम्बुलेंस वाहन है और प्रत्येक एम्बुलेंस वाहन के लिए मेलघाट के धारणी व चिखलदरा तहसील को छोडकर प्रतिवर्ष 40 हजार रुपए का डीजल आवंटित किया गया है और इतनी ही रकम के डीजल से काम चलाने का निर्देश दिया गया है. परंतु डीजल के लिए रह रकम पर्याप्त नहीं रहने के चलते इसका असर स्वास्थ्य सेवा पर पडने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.
* जिले में 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
जिले की 14 तहसीलों के 59 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 102 यानि जननी शिशु सुरक्षा अंतर्गत करीब 109 एम्बुलेंस वाहन है. इन एम्बुलेंस वाहनों को एनआरएचएम अंतर्गत डीजल हेतु निधी दिए जाने पर कुछ नियम लगाए गए है.
* साल में 40 हजार तक निधी उपलब्ध
डीजल के दाम इस समय 96 से 98 रुपए प्रतिलीटर के आसपास है. जिसके चलते 40 हजार रुपए में केवल 400 लीटर डीजल ही मिल सकता है. इतने डीजल में पूरे साल भर मरीजों को सेवा देना काफी मुश्किल वाला काम है.
* जननी शिशु सुरक्षा योजना के लाभार्थी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराई गई एम्बुलेंस के जरिए गर्भवती महिलाओं को लाने ले जाने तथा शिशु का जन्म होने के बाद अगले 48 दिनों तक कुछ भी होने पर उसे लाने ले जाने की जिम्मेदारी होती है.
* आपातकालीन स्थिति वाले मरीज
सर्पदंश अथवा हादसा घटित वाले आपात स्थिति में रहने वाले मरीजों के साथ ही विष प्राशन कर चुके अथवा विषबाधा का शिकार हुए लोगों को जिला मुख्यालय में स्थित अस्पतालों तक पहुंचाने के साथ ही दवाई अथवा इंजेक्शन लाने ले जाने का काम भी इन एम्बुलेंस वाहनों के जरिए किया जाता है.
* 7 माह में हजारों मरीजों को दी सेवा
जिले में उपलब्ध एम्बुलेंस वाहनों द्बारा हमेशा ही हजारों मरीजों को अपनी सेवा उपलब्ध कराई जाती है. पीएचसी में इलाज संभव नहीं रहने वाले मरीजों को जिला मुख्यालय में रहने वाले अस्पतालों तक लाने ले जाने का काम इन्हीं एम्बुलेंस वाहनों के जरिए किया जाता है.
* मेलघाट के लिए निधी में छूट
जिले के ग्रामीण इलाकों की जनसंख्या 28 लाख से अधिक है. ऐसे में 14 तहसीलों से मरीजों को जिला मुख्यालय तक लाने ले जाने हेतु सेवा देने के लिए एम्बुलेंस वाहन पूरे साल भर तैयार रहते है. परंतु अब एम्बुलेंस वाहनों को डीजल हेतु आवंटित निधी खत्म होने में है. वहीं आदिवासी बहुल मेलघाट के लिए डीजल के लिए निधी खर्च करने पर कोई मर्यादा नहीं है.
* एम्बुलेंस वाहनों के लिए आवश्यक बील अदा किया जाता है. एनआरएचएम अंतर्गत इस हेतु निधी उपलब्ध कराई जाती है. साथ ही विगत दिनों सरकार द्बारा मेलघाट के लिए नये निर्देश दिए गए है. जिन्हें देखकर नियम के अनुसार ही एम्बुलेंस वाहनों को डीजल उपलब्ध कराया जाता है.
– अशोक कोठारी,
एनआरएचएम, अमरावती.