चार लाख का रेवेन्यू सिर्फ 80 हजार कैसे?
सिटी बस की पुनः शिकायत लेकर मोहोड पहुंचे आरटीओ
* 8 दिनों का अल्टीमेटम, अन्यथा कडा आंदोलन
अमरावती/दि.24– विविध ऑटो चालक यूनियन को लेकर नितिन मोहोड आज पुनः प्रादेशिक परिवहन अधिकारी कार्यालय पहुंचे. उन्होंने मनपा व्दारा ठेकेदार के माध्यम से चलाई जा रही शहर बस सेवा को लेकर प्रश्नों की झड़ी आरटीओ उर्मिला पवार के सामने लगा दी. उन्होंने दावा किया कि आरटीओ को 4 लाख रुपये प्रति माह राजस्व शहर बस सेवा से प्राप्त होना चाहिए. हकीकत में केवल 80 हजार रुपये मिल रहे हैं. इसमें कहीं गडबड घोटाला तो नहीं, ऐसी आशंका मोहोड और ऑटो रिक्शा यूनियन ने व्यक्त की. अनेक शिकायतें रहने से आरटीओ को सप्ताह भर का अल्टीमेटम देते हुए तीव्र आंदोलन की चेतावनी भी ऑटो रिक्शा चालकों ने इस समय दी.
पुरानी शिकायतों का सिलसिला जारी
सैकडों ऑटो रिक्शा चालकों को लेकर आरटीओ धमके मोहोड ने सिटी बस सेवा को लेकर प्रश्नों की बौछार कर दी. उन्होंने आरटीओ उर्मिला पवार को बताया कि सिटी बस निर्धारित रुट पर सेवाएं देने से कतरा रही हैं. उसी प्रकार क्रीम एरिया में शहर बस ठेकेदार अधिक फेरियां करवा रहे हैं. ऑटो रिक्शा चालकों का नुकसान कर रहें हैं. शहर में 7 हजार रिक्शा चालक हैं. उनका गुजारा ऑटो रिक्शा से ही होता हैं. बावजूद इसके शहर बस ठेकेदार मनमाना रुख अपनाए हुए हैं.
कबाड बसें, कब दिए प्रमाण पत्र
मोहोड ने आरोप लगाया कि सिटी बसें कबाड अवस्था में चलाई जा रही हैं. उन्होंने प्रश्न उठाया कि कौन से आरटीओ हैं. जिन्होंने इन खटारा बसों को फिटनेस के प्रमाण पत्र जारी किए. उन्होंने बसों पर नियंत्रण करने की मांग उर्मिला पवार से की. नहीं तो ऑटो रिक्शा चालकों का तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी. ऐसे में आरटीओ पवार ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस बारे में कदम उठाए जाएंगे. नितिन मोहोड ने यह सवाल भी उठाया कि शहर बस ठेकेदार व्दारा दी जा रही टिकट क्या आरटीओ से प्रमाणित हैं. नियमानुसार ऐसा करना जरुरी हैं. उल्लेखनीय हैं कि आज से ही आरटीओ के कर्मचारी अनिश्चित कालीन हडताल पर गए हैं. आरटीओ सूने सूने रहने के बीच मोहोड रिक्शा चालकों को लेकर आरटीओ पहुंच गए.