अमरावती दि.8 – विलिनीकरण की मांग के लिए राज्य परिवहन महामंडल के 2 हजार से अधिक कर्मचारियों का विगत दो माह से आंदोलन जारी है. जिसके चलते एसटी की पहिए थम गए हैं. परिणामस्वरुप आगार में ही बसेस नादुरुस्त होेने की संभावना बढ़ी है. दूसरी ओर विलिनीकरण के बगैर पीछे नहीं हटने की भूमिका एसटी कर्मचारियों द्वारा लिये जाने के साथ ही इस भूमिका पर वे अडिग हैं.
कर्मचारियों द्वारा हड़ताल पीछे ली जाये इसलिए शासन द्वारा अलग- अलग तरीके से प्रयास किये जा रहे हैं. ऐसे समय में कर्मचारियों की ओर से कोई खास प्रतिसाद नहीं मिल रहा है. कर्मचारी अपने भूमिका पर अडिग है. शासकीय सेवा में विलीनीकरण किया जाये, ऐसी उनकी प्रमुख मांग है.
राज्य सरकार ने कर्मचारियों पर जबर्दस्ती की कार्रवाई शुरु की है, अमरावती विभागीय कार्यालय की ओर से अब तक 120 लोगों की सेवा समाप्त की गई. विभाग में सैकड़ों कर्मचारियों को सेवा समिति की नोटीस दी गई है. नोटीस के बाद काम पर आये अन्यथा सेवा समाप्त करेंगे ऐसा कहकर 7 दिनों का समय दिया गया. यह अवधि समाप्त होते ही कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई करने अभियान शुरु किया गया है. अब तक 210 लोगों की सेवा समाप्त की गई है.
116 लोगों की बदली की गई है. 6लोगों को सेवामुक्त किया गया है. 405 कर्मचारी निलंबित किए गए हैं. विशेष यह कि गत कुछ दिनों से एसटी महामंडल के कर्मचारियों पर विभागीय नियंत्रक कार्यालय मार्फत कार्रवाई की जा रही है. मात्र कर्मचारियों की न्याय हक की लड़ाई शुरु ही है.