अमरावतीविदर्भ

तालाब का पानी कैसे होता आरक्षित ?

परतवाडा/दि. 9- प्रदेश में जलसंकट की आशंका कुछ लोग बता रहे हैं. अनेक जिले में जल आरक्षित रखने के आदेश दिए गए हैं. अमरावती जिले में ठीकठाक जलसंग्रह हैं. फिर भी अनेक गांवों में जलसंकट की स्थिति नजर आ रही है. अत: सभी बांध और तालाब का पानी आरक्षित करने का प्रशासन ने निर्णय लिया है. भविष्य की पानी की मांग को देखते हुए जलसंग्रह आरक्षित किया जाता है. पानी का आरक्षण करना अर्थात पेयजल हेतु रखना होता है. पानी को जमीन से निकालने पर मर्यादा रखी जाती है.
* मोटर प्रतिबंधित
बोरिंग और कुएं से मोटर लगाकर पानी निकालने पर रोक रहती है. इसके लिए दल गठित किए गए है. यह दल संबंधित लोगों पर कार्रवाई प्रस्तावित करेंगे. फिलहाल जिले में एक भी कार्रवाई नहीं हुई है. सिंचाई सहित उद्योग के लिए पानी का गैर कानूनी उकसा करनेवालों के विरूध्द सिंचाई विभाग अपराध दर्ज करेगा. उधर चंद्रभागा प्रकल्प के अभियंता ओकांर पाटिल ने कहा कि संभाव्य परिस्थिति को देखते हुए बांधों में जलसंग्रह पर निगरानी रखी जाती है.
जिले में जलसंग्रह
प्रकल्प           प्रतिशत
शहानूर           63.14
चंद्रभागा         85.09
पूर्णा               80.35
सपन              78.19
पंढरी              32.72
गर्गा                0.00
बोर्डी नाला      37्.22
कुल               30.45

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