किसकी नजर में कैसा है बजट?
राजनीतिक व व्यापारिक क्षेत्र से बजट को लेकर मिली संमिश्र प्रतिक्रिया
अमरावती/दि.1 – केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण द्बारा आज संसद में आगामी वर्ष हेतु देश का बजट पेश किया गया. जिसमें रुपया कहां से आएगा और कहां खर्च होगा, इसका अनुमानित ब्यौरा पेश करने के साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने केंद्र सरकार द्बारा दी जाने वाली विभिन्न तरह की छूट, सहुलियत व राहत के बारे में भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की. साथ ही कई तरह की कल्याणकारी योजनाओं पर किए जाने वाले खर्च और इसकी वजह से सरकार पर पडने वाले आर्थिक बोझ की जानकारी भी संसद को दी गई. ऐसे में इस बजट को लेकर जिले के राजनीतिक, औद्योगिक व व्यापारिक क्षेत्र से जुडे लोग क्या सोचते है. इस बात को ध्यान में रखते हुए दै. अमरावती मंडल ने विभिन्न क्षेत्रों से वास्ता रखने वाले गणमान्यों से इस बारे में उनकी प्रतिक्रिया ली. जिसके चलते अलग-अलग क्षेत्रों से बजट को लेकर संमिश्र प्रतिक्रिया मिली है.
* सर्वसमावेशक है बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीमारामण ने आज देश की संसद में सर्वसमावेशक और विकासपूरक बजट पेश किया है. जिसमें किसानों, महिलाओं व मध्यमवर्गीयों सहित समाज के सभी घटकों का ख्याल रखा गया. इस बजट के चलते आवास योजना के गति मिलेगी. साथ ही छोटे उद्योगों को बडा बनाने में प्रोत्साहन मिलेगा. इसके साथ ही देश के युवाओं को स्टार्टअप के जरिए आत्मनिर्भर बनने में सहायता मिलेगी. इस बजट में मेडिकल कॉलेज, चिकित्सा सुविधाएं व डिजिटलाइजेशन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही आम लोगों से जुडी तमाम छोटी-छोटी बातोें पर ध्यान दिया गया है. सरकार द्बारा टैक्स स्लैब का दायरा बढाए जाने से आम नागरिकों को राहत मिलेगी. साथ ही नई आर्थिक नीतियों के चलते आने वाले वक्त में महंगाई पर भी लगाम लगेगी.
– नवनीत राणा,
सांसद, लोकसभा
* कृषि पूरक है बजट
आजादी के अमृत महोत्सवी वर्ष में मोदी सरकार की ओर से पेश किए गए बजट में देश के आम नागरिकों के साथ-साथ किसानों एवं कृषि क्षेत्र का विशेष तौर पर ख्याल रखा गया है. इस बजट के चलते आर्थिक दिक्कतों से जूझ रहे किसानों और कृषि क्षेत्र को काफी बडी राहत मिलेगी. साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों तक आर्थिक विकास की गंगा पहुंचेगी. जिससे किसानों और ग्रामीणों के जीवनस्तर को उंचा उठाने में मदद मिलेगी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने इस बजट मेें समाज के सभी घटकों का ख्याल रखने के साथ ही देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाए रखने की ओर विशेष ध्यान दिया है. जिसके सार्थक परिणाम जल्द ही दिखाई देंगे.
– अनिल बोंडे,
सांसद, राज्यसभा
* बजट तो ठीक, लेकिन और बेहतर हो सकता था
केंद्र सरकार द्बारा आज पेश किए गए बजट को काफी हद तक ठीक-ठाक कहा जा सकता है. लेकिन यह बजट और भी बेहतर हो सकता था. इस बजट में ग्रामीण क्षेत्र की तरफ और अधिक ध्यान दिए जाने की जरुरी थी. बजट में केवल सिंचित कृषि क्षेत्र के लिए प्रावधान किए गए है और असिंचित क्षेत्र की ओर ध्यान नहीं दिया गया है. ऐसे में असिंचित क्षेत्र अनदेखा ही रह गया. इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों की शिक्षा व मूलभूत सुविधाओं की ओर भी थोडा ज्यादा ध्यान दिए जाने की जरुरत थी. इसके अलावा केंद्रीय वित्त मंत्री का पूरा बजट भाषण अंग्रेजी में था और वित्त मंत्री ने हिंदी की बजाय अंग्रेजी में भाषण देने को लेकर कोई खेद भी नहीं जताया. इससे लग रहा था कि, हम कहीं इंग्लैंड की संसद का बजट भाषण सुन रहे है. भाजपा हमेशा ही भारतीय संस्कृति का आदर करने की बात कहती है और भाषा को सांस्कृतिक पहचान कहा जा सकता है. अत: आगे से बजट भाषण हिंदी में ही देने अथवा अहिंदी भाषी वित्त मंत्री द्बारा अन्य भाषा में बजट भाषण देते समय पहले हिंदी के अज्ञान को लेकर खेद जताने के संदर्भ में पीएम मोदी को पत्र लिखा जाएगा.
– बच्चू कडू,
विधायक, अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र
* सभी के लिए अच्छा और नंबर वन है बजट
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने इस बजट के जरिए पीएम मोदी की सबका साथ, सबका विकास वाली संकल्पना को आगे बढाने का काम किया है और समाज के सभी घटकों का ख्याल रखते हुए प्रत्येक घटक को न्याय देने का प्रयास किया है. विशेष रुप से इस बजट में किसानों एवं मध्यम वर्गीयों की ओर विशेष ध्यान देते हुए देश की अधिसंख्य जनता को राहत देने का काम किया है. इस बजट के सार्थक परिणाम निश्चित तौर पर दिखाई देंगे और वैश्विक मंदी के दौर में भी देश की आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी.
– रवि राणा,
विधायक, बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र
* निराशाजनक है बजट
विगत 8 वर्षों से हर मोर्चे पर नाकाम रहने वाली मोदी सरकार द्बारा इस वर्ष भी बेहद निराशाजनक बजट पेश किया गया है. जिसमें समाज के किसी भी वर्ग को कोई राहत नहीं दी गई है. इस बजट में सरकार ने गरीबों, बेरोजगारों व किसानों के लिए कोई प्रभावी घोषणा नहीं की गई. साथ ही लगातार बढती महंगाई व बेरोजगारी को दूर करने या इसे नियंत्रित करने की ओर भी कोई ध्यान नहीं दिया गया है. ऐसे में इस बजट को पूरी तरह से निराशाजनक कहा जा सकता है.
– बलवंत वानखडे
विधायक, दर्यापुर निर्वाचन क्षेत्र
* संतुलित विकास के प्रति समर्पित बजट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने संतुलित विकास को ध्यान में रखते हुए बेहद शानदार बजट पेश किया है. जिससे आर्थिक विकास की राह पर तेजी के साथ आगे बढ रहे देश की अर्थव्यवस्था को और अधिक गति मिलेगी. इस बजट में समाज के सभी घटकों का पूरा ख्याल रखा गया है और इस बजट के जरिए सर्वसामान्य नागरिकों, विशेष कर मध्यम वर्गीयों व किसानों को काफी राहत मिलेगी. साथ ही साथ उद्योग जगत व कृषि क्षेत्रों को भी आगे बढने में सहायता प्राप्त होगी. ऐसे में इस बजट को सर्वसमावेशक एवं विकास पूरक बजट कहा जा सकता है.
– प्रविण पोटे,
विधान परिषद सदस्य
* अर्थव्यवस्था को संभालने वाला बजट
इस समय पूरी दुनिया आर्थिक मंदी से जूझ रही है, लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्ववाली सरकार द्बारा अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से संभालकर रखा गया है. साथ ही आज पेश किए गए बजट के जरिए अर्थव्यवस्था को और अधिक रफ्तार देने हेतु एक तरह से डबल इंजिन लगा दिया गया है. यह बजट मध्यम वर्गीयों एवं महिलाओं की उम्मीदों पर पूरी तरह से खरा उतरता है. साथ ही स्टार्टअप योजनाओं के जरिए युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रोत्साहित करता है. इस बजट में देश के उद्योग व व्यापार क्षेत्र के साथ-साथ रेल्वे व रक्षा क्षेत्र की ओर भी विशेष ध्यान दिया गया है. जिससे निश्चित तौर पर भारत का बडे तेजी से विकास होगा. साथ ही महंगाई भी नियंत्रित होगी.
– किरण पातुरकर,
शहराध्यक्ष, भाजपा,
अध्यक्ष एमआईडीसी एसो.
* चुनाव को ध्यान में रखकर लोकलुभावन बजट
अगले वर्ष लोकसभा के आम चुनाव होने वाले है. इस बात को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्बारा लोकलुभावन बजट पेश किया गया. जिसका समाज के किसी भी वर्ग को कोई खास लाभ नहीं होने वाला है. इस बजट में महंगाई व बेरोजगारी को लेकर एक भी शब्द नहीं कहा गया है. साथ ही महाराष्ट्र को लेकर भी कोई विशेष घोषणा या प्रावधान का उल्लेख नहीं है. ऐसे में इस बजट को आंकडों के खेल और जुमलेबाजी से भरा बजट कहा जा सकता है.
– सुनील खराटे,
जिला प्रमुख, शिवसेना (ठाकरे गट)
* शानदार और बेहतरीन बजट
केंद्र सरकार ने बेहद शानदार व बेहतरीन बजट पेश किया है. जिसमें समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है. विशेष तौर पर समाज के मध्यम वर्ग को इस बजट के जरिए अच्छी खासी राहत दी गई है. ऐसे में इस बजट को बेहद शानदार व बेहतरीन बजट कहा जा सकता है. इस बजट के शानदार परिणाम बहुत जल्द दिखाई देंगे.
– अरुण पडोले,
जिला प्रमुख (शिंदे गुट)
* ऐतिहासिक है बजट
इस वर्ष पेश किया गया बजट ऐतिहासिक है. जिसमें सबका साथ सबका विकास की संकल्पना को ध्यान में रखा गया. इस बजट के चलते नई कर प्रणाली अमल में लायी जाएगी और 7 लाख रुपयों तक की आय को कर मुक्त रखा जाएगा. जिसे सर्वसामान्य एवं मध्यम वर्ग को राहत मिलेगी. साथ ही इस बजट से किसानों को भी काफी राहत मिलने वाली है. एवं महिला सम्मान बचत योजना अमल में आएगी. इलेक्ट्रॉनिक वस्तूएं सस्ती होगी और बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा. यह बजट देश को आर्थिक प्रगती पर ले जाने वाला और आत्मनिर्भर बनाने वाला बजट है. जिससे दुनिया में भारत की स्थिति मजबूत होगी.
– शिल्पा चौधरी पाचघरे,
भाजपा महिला प्रदेश अध्यक्ष
* प्रत्येक घटक के हितों को साधने वाला बजट
आज घोषित किए गए केंद्रीय बजट में किसान, महिला, शिक्षक, कामगार व आदिवासी ऐसे सभी घटकों को न्याय देकर उनके हितों को साधने का प्रयास किया गया. देश की सर्वांगिण प्रगति और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने हेतु प्रत्येक जिले में उत्पादन मॉल, कृषि उपज की विक्री हेतु डिजिटल प्लेटफार्म एवं कृषि पूरक योजना आदि पर विशेष ध्यान दिया गया है. साथ ही महिला बचट गट, गरीबों को नि:शुल्क अनाज एवं 6 लाख रुपए तक आय को कर मुक्त करते हुए मध्यम वर्गीयों को राहत दी गई है. कुलमिलाकर इस बजट में प्रत्येक घटक के हितों का ध्यान रखा गया है.
– राजेश वानखडे
प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, भाजपा
* व्यापार जगत व मध्यम वर्ग के लिए संजीवनी
केंद्र सरकार द्बारा आजारी के अमृत महोत्सव वर्ष में पेश किए गए इस बजट से व्यापार जगत व मध्यम वर्ग को काफी लाभ मिलेगा और यह बजट इन दोनों क्षेत्रों के लिए संजीवनी साबित होगा. इस बजट के चलते जहां एक ओर व्यापार-व्यवसाय को गति मिलेगी और देश में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही व्यवसाय कौशल्य के साधनों का विकास होगा. वहीं केंद्र सरकार द्बारा दी गई विभिन्न तरह की राहत व छूट के चलते मध्यम वर्ग के पास बचत के अवसर बढेगे.
– सुरेश जैन,
अध्यक्ष, महानगर चेंबर
* काफी हद तक ठीक-ठाक है बजट
इस बजट में सरचार्ज को 37 फीसद से घटाकर 25 फीसद किया गया. यह अच्छा फैसला है. साथ ही 3 से 5 लाख रुपए का स्लैब करना भी ठीक है. 3 लाख रुपए के डिडक्शन व पर्सनल आइटी रिटर्न को भी अच्छा फैसला कहा जा सकता है. लेकिन आइटी रिटर्न फाइल करने के लिए 16 दिन के समय को घटा देना ठीक नहीं कहा जा सकता. इसके अलावा नया आइटी फार्म कैसा रहेगा. यह देखने वाली बात होगी. उम्मीद है कि, इस बजट के चलते देश की जीडीपी 7 से 7.5 फीसद के आसपास रहेगी.
– किरण सराफ,
तिरुपति कांक्रिट, एमआईडीसी.
* अच्छा है बजट
व्यापार व्यवसाय व उद्योग क्षेत्र के लिए यह बजट काफी अच्छा है और इससे बेहतरी की उम्मीद जागती है. इसके अलावा मध्यम वर्ग को जिस तरह से राहत देने की घोषणा की गई है. उससे देश में वित्तीय चक्र को गति प्राप्त होगी और देश की आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलने में सहायता मिलेगी. इस समय दुनिया के कई बडे-बडे देश आर्थिक मंदी झेल रहे है. ऐसे समय हमारे देश में केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से आर्थिक स्थिरता बनी हुई है. साथ ही इसे बनाए रखने और अधिक मजबूती प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार ने सर्वसमावेशक बजट लाया है. जिसके निश्चित तौर पर अच्छे परिणाम दिखाई देंगे.
– पूरण हबलानी,
आराधना समूह
बॉक्स/फोटो – नरेंद्र भाराणी
* सभी क्षेत्रों के लिए शानदार है बजट
केंद्र सरकार द्बारा समाज के सभी वर्गों व सभी क्षेत्रों का इस बजट में पूरी तरह से ध्यान रखा गया है और सभी के लिए राहतकारी घोषणाएं की गई है. यदि इस बजट में टेक्सस्टाईल और रियल स्टेट सेक्टर की ओर भी थोडा ध्यान दिया जाता, तो और बेहतर बात रही होती. लेकिन जब समाज के सभी वर्ग और क्षेत्र आगे बढेगे, तो निश्चित तौर पर टेक्सस्टाईल व रियल स्टेट सेक्टर पर भी इसके अच्छे परिणाम होंगे और सबके साथ इन दोनों क्षेत्रों का भी विकास होगा. इसके अलावा सबसे शानदार बात यह रही कि, केंद्र सरकार ने मध्यम वर्ग को अच्छी खासी राहत देने का निर्णय लिया है.
* लोक कल्याणकारी बजट
मोदी सरकार की ओर से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने गरीब एवं मध्यम वर्ग को राहत देने वाला बजट आज संसद में पेश किया. जिसमें जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए 2 लाख करोड रुपयों का प्रावधान किया गया है. साथ ही मध्यम वर्ग के लिए 7 लाख रुपयों तक आयकर में छूट दी गई है. जिसके चलते मध्यम वर्ग के पास पैसा अधिक रहेगा और उनकी क्रयशक्ति बढेगी.
– दीपक पोहेकर,
वित्त विश्लेषक
* सर्वसामान्यों को राहत देने वाला बजट
वर्ष 2023-24 के बजट में सर्वसामान्य को राहत देने वाले कई शानदार निर्णय हुए है. आयकर की मर्यादा को 7 लाख रुपयों तक बढाए जाने के चलते मध्यम वर्गीय व नौकरी पेशा वर्ग की क्रयशक्ति बढेगी. साथ ही अब पैनकार्ड को पहचान पत्र के रुप में प्रयुक्त करने से संबंधित क्रांतिकारी निर्णय लिया गया. साथ ही देश में मूलभूत सुविधाओं को बढाने एवं ट्रान्स्पोर्ट सुविधाओं को विकसित करने के लिए बडे पैमाने पर आर्थिक प्रावधान किए गए है. इसके अलावा देश में 50 नए विमानतल व 157 नये मेडिकल कॉलेज शुरु करने की भी घोषणा की गई है, जो अपने आप में बेहद शानदार है.
– राम महाजन,
प्रदेश सदस्य, के्रडाई महाराष्ट्र.