अमरावती

निरोगी जीवन के लिए हर रोज कितने घंटे चलते हैं?

बैठे कामों से शारीरिक समस्याओं में बढ़ोत्तरी

अमरावती/प्रतिनिधि दि.6 – निरोगी रहने के लिए रोज सुबह नियमित चलना आवश्यक है. कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम करते समय अनेक लोग घंटों बैठकर काम करते हैं. एक ही स्थान पर बैठे रहने से शरीर की आवश्यक हलचल रुक जाती है. परिणामस्वरुप अनेक बीमारियां घर करने लगती है. इस कारण रोज सुबह कम से कम आधा घंटा पैदल घुमने की सलाह डॉक्टरों व्दारा दी जाती है.
पैदल चलना यह स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है. इस कारण रोज हम कितना चलते हैं, यह जानने के लिए अनेक लोग पेडोमीटर लगाते हैं. जिससे चलने की गति कम-ज्यादा की जा सकती है. निरोगी स्वस्थ जीवन जीना हो तो रोज 10 हजार कदम चलना चाहिए, ऐसा डॉक्टरों का कहना है. इसमें पीठ का दर्द कम होने की बात डॉक्टरों व्दारा कही गई है.
हृदय रोग, रक्तदाब, सांस की तकलीफ, पेट की समस्या कम होती है. फिटनेस वॉकिंग के कारण हृदय की गति बढ़ती है, फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ती है. बावजूद इसके चयापचय प्रक्रिया सुधरती है. इशमें शरीर की कॅलरीज खर्च होती है. स्थुलता कम होती है. पैदल चलने के अनेक फायदे होने से प्रत्येक को यह अच्छी आदत लगनी चाहिए.

  • युवावस्था में ही होती पीठ दर्द की तकलीफ

दिनभर दूकान में व्यस्त रहने के कारण स्थूलता बढ़ती है, पेट की बीमारी बढ़ती है व कभी-कभी पीठ दर्द होती है. डॉक्टरों ने रोज सुबह योगासन करने कहा है.
संजय राठी, अमरावती

हेर रात तक नींद नहीं आने से सुबह उठने में देरी होती है. बावजूद इसके दिनभर बैठा काम करने से स्थूलता व शरीर की हलचलें मंद हो गई है.
सूरज पाटील, अमरावती

  • डॉक्टरों का कहना है

शरीर के लिए प्राणवायु आवश्यक है. हर रोज चलने से हृदय की गति अच्छी रहती है. ध्यान साधना से कार्य सफल होता है. दिनभर सकारात्मक विचार रहते है. इसके साथ ही अन्य लाभ के लिये पैदल घुमना आवश्यक है.
– डॉ. मंगेश काले, आर्युवेदाचार्य

बैठे कामों का दुष्परिणाम

  • लॉकडाऊन के समय सुबह घुमना बंद होने से व एक ही स्थान पर बैठे रहने से अनेकों को स्थूलता की समस्या बढ़ गई है.
  • कईयों को पीठ दर्द, सिर दर्द, चक्कर आना, नींद न आना, आंखों में जलन होने की समस्या होने की जानकारी है.
  • बावजूद इसके भविष्य में कंधों का दर्द जैसी अनेक बीमारियां भी बढ़ने लगी है. इस कारण घुमना महत्वपूर्ण होेने की सलाह डॉक्टरों ने दी.
  • अनेकों को व्यायाम करते समय तकलीफ होती है. उन्हें कम से कम सुबह के समय घुमने के लिए जाना चाहिए. हो सके तो शरीर की
    हलचल करना चाहिए.
  • स्थूलता कम करने के लिए व्यायाम, पैदल चलना यह रामबाण उफाय होने से हरएक को यह आदत अंगिकार करनी चाहिए.
  • इसके साथ ही योगासन, प्राणायाम व ध्यान साधना यह सभी बातें दैनंदिन तनाव दूर करने के लिए महत्वपूर्ण है.

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