अमरावती/दि. 12– हर वर्ष खरीफ सत्र में शुरुआत के एक माह पूर्व किसानों व्दारा कृषि निविष्ठा खरीदी करने की प्रक्रिया शुरु होती है और इसी समय किसानों को प्रलोभन देकर फसाने वाला रैकट सक्रिय होता है. इसमें अनाधिकृत सोयाबीन बीज और एचटीबीटी बीज में किसानों से धोखाधडी करने के मामले अधिक होते हैं. कृषि विभाग की जानकारी के मुताबिक 3 साल में 6 कार्रवाई की गई और इसमें 10 लोगों पर मामले दर्ज हुए हैं.
किसानों के साथ जालसाजी न होने के लिए 15 उडनदस्तों का गठन किया जाता है और इसके जरिए कृषि केंद्रों की जांच की जाती है. जालसाजी की घटनाएं दुकान में न होते हुए बाहर घटित होती है. अनाधिकृत विक्रेताओं के जरिए अनेक गांव में एजेंट नियुक्त किए जाते हैं और उनके माध्यम से बाजार से कम भाव में किसानों को घर पहुंच बीज पहुंचाए जाते है और यह जानकारी कृषि विभाग को मिलते ही वहां पुलिस की सहायता से छापों की कार्रवाई की जाती है.
वर्ष 2021 के सत्र में एचटीबीटी प्रकरण ने दो मामले दर्ज किए गए. 8.38 क्विंटल बीज और 14.79 लाख का माल जब्त किया गया. वर्ष 2022 में अनाधिकृत सोयाबीन पर छापा मारकर 214 क्विंटल बीज और 36.73 लाख का माल जब्त व मामला दर्ज किया गया है. कृषि विभाग के गुण नियंत्रण विभाग ने मारे 6 छापों में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. इसके अलावा अन्य प्रकरण न्याय प्रविष्ठ है. 3 साल में 10 आरोपियों पर भले ही मामले दर्ज किए गए यह सभी प्रकरण न्याय प्रविष्ठ है. इसमें अब तक किसी भी आरोपी को सजा नहीं हुई है.
* लगातार कार्रवाई की जाती है
अनाधिकृत व नकली बीज बिक्री प्रकरण में लगातार कार्रवाई की जाती है. इस तरह की जानकारी मिलते ही किसानों ने निसंकोच कृषि विभाग को जानकारी देनी चाहिए.
– राहुल सातपुते,
जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी
* नियमित जांच होती है
दल व्दारा नियमित जांच व कार्रवाई की जाती है. इसके अलावा कहीं लिकिंग होता रहा और इस बाबत जानकारी मिलते ही कार्रवाई की जाती है. कृषि निविष्ठा के नमूने भी लिए जाते हैं.
– उज्वल आगरकर,
उपसंचालक (कृषि)