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विदर्भ में कांग्रेस कितनी सीटें लडेगी!

अमरावती पर सेना उबाठा का दावा कायम, किंतु बढा है पेंच

अमरावती/दि.30- प्राय: सभी दलों ने लोकसभा 2024 की तैयारी छेड रखी है. आईएनडीआईए विपक्ष के इस नए गठजोड की मुंबई में कल से दो दिन की महत्वपूर्ण बैठक आरंभ हो रही है. नेताओं की आमद शुरु हो गई है. गठजोड के संयोजक के रुप में मल्लिकार्जुन खडगे का नाम तय बताया जा रहा. ऐसे ही प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की भी घोषणा होने की संभावना राजनीतिक जानकार बता रहे हैं. इस बीच महाविकास आघाडी के तीनों घटक दलों राकांपा, शिवसेना उबाठा और कांग्रेस ने विदर्भ की महत्वपूर्ण सीटों पर अपने दावे रख दिए हैं. जिससे यह सवाल उभरकर सामने आ रहा है कि लोकसभा चुनाव में कांगेे्रस कितनी सीटों पर यहां लडेगी. देखा जाए तो चंद्रपुर, नागपुर, वर्धा के स्थान कांग्रेस के हिस्से में तय माने जा रहे हैं. गढचिरोली जैसे महत्वपूर्ण जिले में कांग्रेस और राकांपा दोनों ने दावा कर रखा है. ऐसा ही कुछ मामला गोंदिया-भंडारा सीटों को लेकर भी होने की जानकारी राजनीतिक हलकों के विशेषज्ञ दे रहे हैं.
* पश्चिम विदर्भ में शिवसेना उबाठा
पश्चिम विदर्भ में लोकसभा के चार क्षेत्र हैं. जहां अकोला छोडकर तीनों पर आघाडी में शिवसेना उबाठा ने दावा कर दिया है. अमरावती, यवतमाल-वाशिम और बुलढाणा के यह स्थान है. अमरावती में पिछली बार शिवसेना परास्त हो गई थी. जबकि यवतमाल और बुलढाणा में धनुष्य बाण जमकर चला था. भावना गवली और प्रतापराव जाधव विजयी हुए थे. दोनों ही अब शिंदे गट में चले गए हैं. उद्धव ठाकरे इन दोनों सांसदों को सबक सिखाने की ठान चुके हैं.
* अमरावती में स्थिति अलग
उस समय मोदी लहर के बावजूद अमरावती जैसे संभाग मुख्यालय एवं अनुसूचित जाति हेतु आरक्षित क्षेत्र पर राकांपा के समर्थन से निर्दलीय नवनीत राणा विजयी हुई थी. इसलिए राकांपा शरद पवार गुट ने अमरावती पर दावा छोडा नहीं है. ऐसे ही शिवसेना उबाठा भी यहां से अपना प्रभावित प्रत्याशी देने की तैयारी कर रही है. पिछले चुनाव में शिवसेना प्रत्याशी अडसूल मात्र 36 हजार वोट पीछे रह गए थे. पिछले सप्ताह हुई बैठक में अमरावती के पदाधिकारियों ने पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे को अपनी स्थिति मजबूत होने से अवगत करा दिया. किसी भी हाल में अमरावती में उबाठा शिवसेना के उम्मीदवार को विजयी बनाने का संकल्प भी व्यक्त किया गया.
* पूर्व विदर्भ का हाल
पूर्व विदर्भ में नागपुर, गोंदिया, भंडारा, रामटेक और चंद्रपुर तथा गढचिरोली लोकसभा क्षेत्र में मविआ के पास केवल चंद्रपुर की सीट थी. वहां से कांग्रेस के बालू धानोरकर विजयी रहे थे. वे अब दुनिया में नहीं हैं. किंतु कांग्रेस का दावा कायम है. विजय वडेट्टिवार के नेता प्रतिपक्ष बनने से कह सकते हैं कि यह दावा और मजबूत हुआ है. रामटेक सीट पर उबाठा शिवसेना का क्लेम है. वर्तमान सांसद कृपाल तुमाने भले ही शिंदे गट में चले गए. उबाठा सेना यहां से लोकसभा लडने की तैयारी कर रही है.
* नागपुर में उबाठा सेना गडकरी के विरुद्ध
उद्धव ठाकरे व्दारा एक-एक जिले और लोकसभा क्षेत्र का अवलोकन करने दौरान नागपुर की महत्वपूर्ण सीट का भी जायजा लिया गया. यहां से भाजपा के बडे नेता नितिन गडकरी हैक्ट्रीक की तैयारी में हैं. ऐसे में मविआ के घटक के रुप में शिवसेना उबाठा गडकरी के खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन की घोषणा कर दी है. 30 वर्षो में पहली बार होगा कि भाजपा प्रत्याशी को नागपुर में शिवसेना का विरोध पार करना होगा.
* मविआ की संभावित सीटें
अमरावती –       राकांपा/शिवसेना
चंद्रपुर –             कांग्रेस
नागपुर –            कांग्रेस
बुलढाणा –          शिवसेना उबाठा
रामटेक –        शिवसेना उबाठा
यवतमाल,        वाशिम – शिवसेना उबाठा
गढचिरोली –     कांग्रेस/राकांपा
वर्धा –              कांग्रेस
भंडारा,            गोंदिया – राकांपा
अकोला –

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