अमरावती/दि.29– शहर के सुकली कंपोस्ट डिपो में इस समय निश्चित तौर पर कितना कचरा जमा है. इसके वास्तविक आकडे पेश करने हेतु सुप्रीम कोर्ट ने अमरावती महानगरपालिका को 30 अगस्त तक समय दिया था और सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया समय कल खत्म होने जा रहा है. ऐसे में कल शुक्रवार 30 अगस्त को मनपा की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कौन सी जानकारी दी जाती है. इसे लेकर याचिकाकर्ताओं सहित पर्यावरण प्रेमियों व शहरवासियों में अच्छी खासी उत्सुकता देखी जा रही है.
बता दें कि, सुकली कंपोस्ट डिपो की वजह से होने वाले प्रदूषण हेतु राष्ट्रीय हरित लवाद (एनजीटी) द्वारा लगाये गये 47 करोड रुपए के दंड को मनपा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी तथा सुप्रीम कोर्ट में हुई पिछली सुनवाई के दौरान न्या. अभय एस. ओक व न्या. ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने वादी अमरावती महानगरपालिका व प्रतिवादी गणेश अनासाने की ओर से प्रस्तुत हलफनामों का अध्ययन करते हुए सुकली कंपोस्ट डिपो में जमा रहने वाले कचरे के वास्ताविक प्रमाण और प्रलंबित काम को पूरा करने हेतु लगने वाले समय को लेकर विविध प्रश्न उपस्थित किये थे. प्रतिवादी गणेश अनासाने द्वारा पेश किये गये हमलफनामे के मुताबिक सुकली कंपोस्ट डिपो में निश्चित तौर पर कितना कचरा जमा है. इसकी सटीक जानकारी मनपा को नहीं है. यहीं वजह है कि, अदालत में युक्तिवाद करते समय अमरावती मनपा की ओर से हमेशा ही ठेकेदार को दी गई रकम और ठेकेदार द्वारा किये गये जैव खनन का उल्लेखनीय किया जाता है. साथ ही सुकली कंपोस्ट डिपो में जमा रहने वाले कचरे के वास्ताविक आंकडे बताने में अमरावती मनपा असफल साबित हुइ है. इस युक्तिवाद के चलते सुप्रीम कोर्ट ने सुकली कंपोस्ट डिपो में जमा रहने वाले कचरे के वास्ताविक आंकडे पेश करने हेतु मनपा को 30 अगस्त तक समय दिया था. ऐसे में अब कल शुक्रवार 30 अगस्त को अमरावती मनपा द्वारा सुकली कंपोस्ट डिपो में जमा रहने वाले कचरे को लेकर सुप्रीम कोर्ट के समक्ष क्या जानकारी पेश की जाती है. इस ओर सभी की निगाहें लगी हुई है.