* मामला वीएमवी की मादा तेंदुआ का
अमरावती/ दि. 9- वीएमवी परिसर में छिपी बैठी मादा तेंदुआ पकडने में वन विभाग पखवाडे भर बाद भी असफल रहा है. अब दो और पिंजरे लगाए गए हैं ताकि तेंदुए को पकडा जा सके. इस बीच एक खुलासा यह भी हुआ है कि तेंदुए को पकडने के लिए वन महकमे के पास फंड नहीं है. सूत्रों ने बताया कि दिवाली जैसे त्यौहार पर कोई अनहोनी टालने के लिए वन विभाग ने पिंजरे की संख्या बढा दी है. पहले दो पिंजरे लगाए गये थे. अब चार स्थानों पर पिंजरे लगाकर उनमें बकरियां रखी गई है.
* बकरी के लिए भी नहीं था फंड
सूत्रों की माने तो अमरावती वन विभाग ने न केवल दो पिंजरे अन्य वन सर्कल से उधार लाए हैं बल्कि उनमें बकरियां रखकर हिंस्र पशु को ललचाने के लिए बकरियां भी जैसे-तैसे लायी गई. फंड नहीं होने की बातें हो रही है. अमरावती विस्तृत वन क्षेत्र है. यहां मुख्य वन संरक्षक पद है. इस पद पर फिलहाल जयोती बैनर्जी विराजमान है. दो रोज पहले बैनर्जी ने तेंदुए को पकड लेने का भरोसा व्यक्त किया था.
* डक्टींग में डाला डेरा
जंगली पशु ने वीएमवी, पाठ्यपुस्तक मंडल परिसर, मणिपुर लेआउट में दहशत मचाने के बाद अब महाविद्यालय परिसर की डक्टींग में डेरा जमाने की जानकारी वन अधिकारी, कर्मी दे रहे हैं. उसे परिसर में कुत्ते और सूअर के शिकार मिल रहे हैं. जिससे वह पिंजरे में बकरियों की तरफ नहीं बढ रहा.
* गर्भवती हैं मादा तेंदुआ
वन अधिकारियों ने बताया कि पखवाडे भर से जंगल महकमे को छका रही मादा तेंदुआ गर्भवती है. उसे जल्द पकडना आवश्यक है. एक बार उसने शावको को जन्म दे दिया तो उसका वहां से निकलना मुश्किल हो जायेगा. वह अधिक खतरनाक हो जायेगी. अत: उसे बेहोश कर पकडने की कोशिश चल रही है. जल्द सफलता की उम्मीद है. लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं. महकमे के लोग बराबर गश्त कर रहे हैं.