अमरावती

पैदल राहगीर कैसे पार करें रास्ता

झेब्रा क्रॉसिंग वाले सिग्नल पडे हैं बंद

* हडबडी में कभी भी हो सकती है कोई दुर्घटना
अमरावती/दि.6 – शहर में यातायात सुचारु रहे और सडक हादसे घटित ना हो, इस बात के मद्देनजर महानगरपालिका द्बारा लाखों रुपए खर्च करते हुए शहर के प्रमुख मार्गों पर स्थित चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए थे, जो कुछ दिनों तक शुरु रहने के बाद बंद भी पड गए. साथ ही जिन स्थानों पर वाहनों की आवाजाही के लिए ट्रैफिक सिग्नल काम कर रहे है, वहां पैदल राहगीरों के लिए लगाए गए झेब्रा क्रॉसिंग वाले सिग्नल बंद पडे है. इसके अलावा कुछ स्थानों से तो ट्रैफिक सिग्नल के लैम्प और खंबे भी गायब हो गए है. ऐसे में महानगरपालिका द्बारा किया गया लाखों रुपयों का खर्च व्यर्थ चला गया है. साथ ही यातायात अपने पुराने ढर्रे के हिसाब से ही चल रहा है. जिसके चलते हमेशा ही सडक हादसे घटित होने की संभावनाएं बनी रहती है. ऐसे में शहर में बंद पडे ट्रैफिक सिग्नलों को दुबारा जल्द से जल्द शुरु किए जाने की जरुरत है.
बता दें कि, स्थानीय बस स्थानक पर आए दिन छोटे-बडे सडक हादसे घटित होते रहते है. इसके अलावा शहर के अलग-अलग चौक-चौराहों पर भी सडक हादसों की छिटपूत वारदातें होती रहती है. विशेष तौर पर रास्ते को पैदल पार करते समय कई लोग तेज रफ्तार वाहन की चपेट में आ जाते है. ऐसी तमाम घटनाओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस प्रशासन द्बारा शहर में ट्रॉफिक सिग्नल की व्यवस्था को नियमित करने के संदर्भ में कई बार पत्र भेजे जा चुके है. लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. उल्लेखनीय है कि, शहर में विगत कुछ समय के दौरान सडकों का काम किये जाने के चलते रास्तें काफी बडे व चौडे हो गए है. जिसकी वजह से रास्तों से गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार अब तेज हो गई है. ऐसे वाहनों की रफ्तार पर लगाम लगाने हेतु सभी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नलों का शुरु रहना बेहद जरुरी है. लेकिन राजकमल चौक, इर्विन चौक, पंचवटी चौक, शेगांव नाका चौक व गर्ल्स हाईस्कूल चौक के अलावा अन्य किसी भी चौक-चौराहों पर ट्रॉफिक सिग्नल की व्यवस्था नियमित नहीं है. इसके अलावा इन 5 चौराहों पर भी पूरा समय ट्रैफिक सिग्नल शुरु नहीं रहते और ट्रैफिक सिग्नल शुरु हरने के दौरान भी पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए आवश्यक रहने वाले झेब्रा क्रॉसिंग सिग्नल शुरु नहीं रहते. ऐसे में पैदल राहगीरों द्बारा बडी बेतरतीबी व हडबडी के साथ बहते यातायात के बीच रास्ता पार किया जाता है. जिसकी वजह से कई बार ट्रॉफिक सिग्नल शुरु रहने के दौरान भी पैदल राहगीरों के साथ हादसा घटित होने की संभावना बनी रहती है.
* हादसे की वजह से बनाया रोड डिवाईडर
उल्लेखनीय है कि, इससे पहले इर्विन चौक के मर्च्यूरी टी-प्वॉईंट पर आए दिन सडक हादसे घटित होते थे, जिसके चलते कई लोगों की यहां पर मौतें हुई. कैलाश आकाजी गायकवाड नामक व्यक्ति की इकलौती विवाहित बेटी की भी इसी स्थान पर सडक हादसे में मौत हुई थी. जिसके चलते उन्होंने मर्च्यूरी टी-प्वॉईंट पर रोड डिवाईडर लगाकर इसे आवाजाही के लिए बंद करने और इस जगह को ब्लैक स्पॉट घोषित करने हेतु लंबे समय तक संघर्ष किया. साथ ही प्रशासन को अनेकों आवेदन दिए. कैलाश गायकवाड द्बारा किया गया संघर्ष पूरी तरह से सफल रहा और प्रशासन ने मर्च्यूरी टी-प्वॉईंट को ब्लैक स्पॉट घोषित कर इसे रोड डिवाईडर लगाकर आवाजाही के लिए बंदकर दिया.

* इन चौराहों पर पैदल राहगीरों के लिए सिग्नल नहीं
– पंचवटी चौक – पंचवटी चौक मेें पूरा दिन वाहनों की अच्छी खासी आवाजाही चलती रहती है. इस चौक में ट्रैफिक सिग्नल चालु है, लेकिन पैदल राहगीरों के लिए रहने वाले सिग्नल बंद है.
– दस्तुर नगर चौक – दस्तुर नगर चौक में ट्रैफिक सिग्नल तो लगाया गया है, लेकिन यह दिखावे की वस्तू बनकर रह गया है. इस चौक से ग्रामीण क्षेत्र की ओर जाने वाले वाहनों की संख्या अधिक रहती है.
– राजापेठ चौक – राजापेठ चौक में नया बसस्थानक शुरु हुआ है. जहां से अकोला, यवतमाल व कारंजा हेतु रापनि बसें छूटती है. इस चौराहें पर रास्ते के किनारे बडी संख्या में ऑटोरिक्षा जैसे वाहन खडे रहते है. लेकिन इस चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल और रोड डिवाईडर नहीं है.
– वेलकम प्वॉईंट – वेलकम प्वॉईंट पर हमेशा ही निजी लक्झरी ट्रैवल्स बसों की आवाजाही रहती है, जो नागपुर व पुणे जैसी लंबी दूरी वाली यात्रा के लिए रवाना होती है. इस चौक पर भी ट्रॉफिक सिग्नल लगाए गए थे. लेकिन एक हादसे में यहां के ट्रॉफिक सिग्नल का खंबा टूट कर गिर गया. जिसे बाद में अब तक दुरुस्त नहीं किया गया है.

* शहर में लगभग सभी चौक-चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल शुरु है. जिसमें से कुछ स्थानों पर तकनीकी दिक्कतों के चलते सिग्नल बंद है. साथ ही कुछ चौराहों पर अब भी ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाने की जरुरत है. जिसके लिए पुलिस प्रशासन द्बारा महानगरपालिका के साथ पत्रव्यवहार किया गया है.
– लक्ष्मण डुंबरे,
सहायक पुलिस आयुक्त,
यातायात शाखा.

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