देशी घी में मिलावट कैसे पहचाने?
अमरावती/दि.3 –त्यौहार के दिनों में देशी घी की मांग बढ गई है. जिसके कारण मिलावट भी बढ गई है. अनेक व्यवसायिक विक्रेता विविध प्रकार वस्तुओं से बना घी मिलाकर उसमें मिलावट करते है. कुछ मात्रा में रसायनिक तत्व का भी उपयोग करते है. मिलावट होनेवाले घी का भाव भी कम होता है. इसके लिए जांच करके ही देशी घी खरीदे.
गाय के दूध, दही, घी को आयुर्वेद का स्थान प्राप्त हुआ है. जिसकी मांग अधिक होती है. गाय के शुध्द घी की कीमत 800 रूपये प्रति किलो है. इसी प्रकार भैस के दूध से बने घी की मांग भी अधिक होती है. भैस के दूध से बना घी स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता है. भैस के दूध से बना घी 700 रूपये किलो है.
देशी घी में मिलावट होने की पहचान कैसे करे?
उपर-उपर से देखकर आम आदमी घी में मिलावट की पहचान नहीं कर सकता. लेकिन जांच करने पर तथा उसकी सुंगध, चमक से पता चल जाता है.
इस माह में इस संबंध में एक भी कारवाई नहीं हुई क्यों कि जिले में घी का उत्पादन करनेवाले के पास लायसेंस नहीं है तथा घी के मिलावट के संबंध में अन्न व औषधी प्रशासन के पास एक शिकायत दर्ज नहीं है. अत: देशी घी खरीदते समय उसकी सुगंध, चमक आदि बातों को ध्यान में रखकर ही घी खरीदे
हम गाय का घी खाते है
ग्रामीण क्षेत्र में अधिकत्तर घी ताजा व शुध्द मिलता है. जिसके कारण शहर के रिश्तेदार गांव के घी की ही मांग करते है.
आरती शरद राउत, गृहणी
गाय के घी में औषधी के गुण होते है. जिसकेे कारण वह खाना स्वास्थ्यवर्धक है. किंतु शहर में बिना मिलावट के घी मिलता ही नहीं है. इसलिए गांव से ही घी मंगवाते है.