अमरावती/ दि. 21– जिला परिषद के जरिए लाखों विद्यार्थियों को हर बुधवार को पोषण आहार अंतर्गत पूरक आहार के रूप में केले और स्थानीय स्तर पर उपलब्धता के मुताबिक अन्य फल वितरित किए जाते है. लेकिन इसी में से एक रहे केले और सफरचंद के दाम काफी है. इस कारण इस महंगाई में पूरक आहार में केले अथवा सफरचंद कैसे वितरित करना, ऐसा प्रश्न शालेय शिक्षकों के सामने है.
पूरक आहार योजना में जिले के लाखों विद्यार्थियों को फल का वितरण होता है. लेकिन इस योजना पर भी महंगाई की मार बैठी है. अमरावती में इस केले के भाव बढे है. इस योजना के कारण केले की मांग अचानक बढकर यह भाव आसमान पर पहुंच गए है. बाजार में 40-45 दर्जन से मिलनेवाले केले की दर 50 से 60 रूपए तक पहुंच गई है. 16 फरवरी को अचानक भाव बढे हुए दिखाई दिए.
* ऐसा है पूरक आहार का मेन्यू
हर माह के पहले बुधवार को स्थानीय उपलब्धता के अनुसार फल, दूसरे बुधवार को मुंगफली के दाने के लड्डू अथवा चिक्की, तीसरे बुधवार को राजगिरा, चुरमुरा लड्डू, चौथे बुधवार को खजूर, खारीक, पांचवे बुधवार को फल ऐसा स्थानीय उपलब्धतानुसार पूरक आहार का मेन्यू निर्धारित किया है. इसके अलावा बुधवार को शाला में छुट्टी रहेगी तो शालेय दिन पूरक आहार का वितरण किया जाए.
* वरिष्ठ स्तर से हर बुधवार को मेन्यू निर्धारित किया है. उस अनुसार शालेय विद्यार्थियों को पूरक आहार में संबंधित मेन्यू दिया जाता है. किंतु इसकी दर बढेगी फिर भी शासन ने निर्धारित किए अनुसार इसकी उपलब्धता संबंधित आपूर्तिदारों को करना आवश्यक है.
स्वप्निल सुपासे, लेखा
अधिकारी, शालेय पोषण आहार
* भाव बढने से अडचन
शासन निर्णयानुसार पोषण आहार अंतर्गत पूरक आहार के लिए पहली से पांचवी तक के विद्यार्थियों के लिए प्रति विद्यार्थी 42 पैसे तथा 6वीं से 8 वीं के लिए 63 पैसे प्रति विद्यार्थी ऐसा भाव है. केले और सफरचंद कैसे उपलब्ध करे, ऐसा सवाल निर्माण हुआ है.