अमरावती

नववर्ष का संकल्प कैसे करें पूर्ण

अमरावती /दि.6– अमूमन कई लोग नये साल में नियमित पढाई करने, रोजाना जॉगिंग व रनिंग करने तथा जिम में जाकर व्यायाम करने जैसे अलग-अलग संकल्प लेते है. जिन पर कुछ दिनों तक अमल भी किया जाता है. लेकिन फिर इसके बाद स्थिति जस की तस हो जाती है तथा संकल्प धरे के धरे रह जाते है. ऐसे में कई लोग इसी उधेडबुन में रहते है कि, उनके द्वारा किया गया संकल्प क्षण भंगूर न रहे, बल्कि पूर्ण हो.

* नये साल के नये संकल्प
पुराने वर्ष की सभी बातों को भुलकर कई लोग खुद में बदलाव लाने हेतु संकल्प करते है. जिसके तहत नियमित रुप से पढाई करने, रोजाना सुबह घुमने-फिरने जाने, माता-पिता का सुनन तथा शराब व सिगरेट जैसे व्यसन छोडने आदि बातों को लेकर विविध संकल्प किये जाते है.

* कैसे पूरा हो संकल्प?
– जो संकल्प लिया है, उसे पूर्णत्व की ओर ले जाने हेतु दिन की शुरुआत में पहला विचार अपने उसी संकल्प का करें और फिर उसी हिसाब से व्यवहार करने व रहने का प्रयास करें.
– अन्य लोग संकल्प कर रहे है, इसकी देखा देखी खूद संकल्प न करें, बल्कि अपने मन में दृढ निश्चय करते हुए फिर कोई संकल्प करें.
– एकदम से कोई बडा लक्ष्य तय करने की बजाय छोटे-छोटे लक्ष्य तय करें, जिनके पूरा होने पर कोई नया व बडा लक्ष्य तय करें.

* क्या करना टाले?
– मैं कल से संकल्प करुंगा, इस शब्द को टालते हुए आज और अभी से संकल्प करने का विचार करें, अन्यथा वह संकल्प दीर्घकाल तक शुरु नहीं रह सकता.
– अपने किसी मित्र द्वारा किये गये संकल्प को देखकर खुद कभी कोई संकल्प नहीं करना चाहिए, क्योंकि दूसरों की देखादेखी किया गया संकल्प कभी पूरा नहीं होता.
– अक्सर आलस की वजह से संकल्प अधूरे रह जाते है और आलस की वजह से ही एक-दो दिन बाद संकल्प किये गये काम को करना टाला जाता है. अत: सबसे पहले आलस करना छोडे.

* छोटे-छोटे संकल्प पूरा होने पर हमारा उत्साह बढता है. जिसके बाद कोई बडा संकल्प करना चाहिए और उस संकल्प की पूर्तता करने का नियोजन करते हुए उसके हिसाब से आगे बढना चाहिए.
– डॉ. भावना पुरोहित,
मानसोपचार तज्ञ.

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