अमरावती/दि.21 – प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन में पाई-पाई जोडकर अपना खुदका घर बनाना चाहता है. लेकिन इन दिनों निर्माण साहित्य के दामों में तेजी रहने की वजह से आम व्यक्ति के लिए घर बनाना बेहद मुश्किल काम हो गया है. इस समय यद्यपि सिमेंट और लोहे के दाम स्थिर है, लेकिन ईट व रेती सहित गिट्टी व मुरुम के दामों में काफी तेजी है और इन साहित्यों का ही घरों के निर्माण में सबसे अधिक प्रयोग होता है. साथ ही साथ इन दिनों गृहकर्ज की ब्याज दरे भी बढ गई है. ऐसे में कर्ज लेकर घर बनाना भी महंगा सौदा साबित हो रहा है. जिसकी वजह से अपना घर कैसे बने, यह चिंता घर का सपना देखने वालों को सता रही है.
इस समय लोहे के दाम 6 हजार 200 रुपए प्रति क्विंटल तथा सिमेंट के दाम 350 रुपए के आसपास है. स्टील के दाम विगत कुछ माह के तुलना में कम हो गए है. वहीं सिमेंट के दामों को स्थिर कहा जा सकता है. लेकिन ईट व रेती के दामों में अच्छा खासा इजाफा हो गया है. साथ ही साथ अन्य निर्माण साहित्य के दामों में भी वृद्धि देखी जा रही है. चूंकि इन दिनों जमीन खरीदने से लेकर घर बनाने तक अच्छा खासा पैसा खर्च होता है और लोगों के पास इसके लिए एकमुश्त रकम उपलब्ध नहीं होती. ऐसे में लोगबाग अपने पास की जमापुंजी को खर्च करते हुए जमीन तो खरीद लेते है और फिर घर बनाने के लिए उसी जमीन को गिरवी रखकर बैंकों से गृहकर्ज प्राप्त करते है. परंतु इन दिनों बैंकों द्बारा गृह कर्ज पर ली जाने वाली ब्याज की दरों को भी बढा दिया गया है. ऐसे में कर्ज लेना भी काफी महंगा हो गया है.
* रेती के दाम छू रहे आसमान
विगत कुछ माह से रेती की ब्रास पद्धति के जरिए विक्री बंद हो गई. बल्कि अब रेती की विक्री टन के हिसाब से हो रही है और इस समय रेती के दाम 1700 से 1800 रुपए प्रति टन के आसपास है. ऐसे में किसी भी तरह का निर्माण कार्य करने हेतु रेती के लिए ज्यादा पैसे अदा करने पड रहे है.
* सिमेंट के दाम स्थिर
विगत कुछ दिनों से सिमेंट के दाम पूरी तरह से स्थिर है. नामांकित कंपनी के सिमेंट का बोरा 320 से 350 रुपए तक उपलब्ध है. सिमेंट के दामों में थोडी बहुत घट-बढ होती रहती है. परंतु इस समय विगत लंबे समय से सिमेंट के दाम पूरी तरह से स्थिर बने हुए है.
* ईट व रेत हुई महंगी
अधिकतर लोगबाग मिट्टी से बनी ईटों से ही घरों का निर्माण करवाते है, परंतु इन दिनों मिट्टी से बनी ईटों के दाम बढ जाने के चलते घरों के निर्माण की लागत बढ गई है. इसके साथ ही इन दिनों रेती खरीदना भी मुश्किल हो गया है. इसके पर्याय के तौर पर क्रश सैंड का प्रयोग किया जाता है. जिसके दाम 4 हजार 500 रुपए प्रति ब्रास के आसपास है. जो पहले की तुलना में काफी अधिक है.
* लोहे के दामों में गिरावट
विगत कुछ माह की तुलना में लोहे के दामों में अच्छी खासी गिरावट कहीं जा सकती है. इससे पहले 8 हजार 400 रुपए प्रति क्विंटल पर रहने वाला लोहा इस समय 6 हजार 200 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर बिक रहा है. हालांकि आगामी समय में मांग बढने पर लोहे के दामों में भी इजाफा हो सकता है. ऐसा निर्माण साहित्य विक्रेताओं का कहना है.