अमरावती

सीने में दर्द और हृदयरोग को कैसे पहचाने?

अमरावती/दि.25– सामान्य तौर पर छाती यानि सीने में किसी भी तरह का दर्द होते ही उसे हृदयरोग का लक्षण अथवा निशानी मान लिया जाता है. परंतु कई बार वात रहने, दबाव पडने, गैस होने या सीने पर किसी तरह की कोई चोट लगने की वजह से भी सीने में हृदय के आसपास दर्द रह सकता है. ऐसे में इस तरह के लक्षणों हृदयरोग के लक्षण नहीं माना जाना चाहिए.
कई बार काम करते समय शरीर में वात पैदा हो जाती है. या अपच होने की वजह से पेट में गैस होकर उसका हृदय पर दबाव बढने लगता है. जिसकी वजह से सीने में दर्द की लहर उठती है. ऐसा दर्द हृदयरोग का लक्षण नहीं होता. हालांकि इसके बावजूद सीने में लगातार दर्द रहने पर किसी हृदयरोग विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक होता है और हृदय को स्वस्थ रखने हेतु नियमित व्यायाम करना बेहद जरुरी होता है.
* क्यो होता है सीने में दर्द?
– कोई भी भारी काम करने अथवा मानसिक तनाव की वजह से सीने में दर्द उठना शुरु होता है.
– पेट में गैस होने तथा ब्लड प्रेशर या शुगर की तकलीफे रहने पर भी सीने में दर्द होता है.
* इन कारणों की वजह से भी हो सकता है सीने में दर्द
मस्क्यूलर पेन तथा कॉस्टोकॉन्ड्रीटीज की वजह से भी सीने में दर्द हो सकता है. यह लक्षण सामान्य तौर पर छाती में दर्द होने के लक्षण रहते है. जिससे घबराने की जरुरत नहीं रहती.
* हृदयविकार से संबंधित लक्षण
केवल छाती में दर्द होना ही हृदयरोग का लक्षण नहीं होता, बल्कि किसी भी सर्वसाधारण व्यक्ति को आनंदीत रहने के दौरान भी अचानक हृदयविकार का झटका आ सकता है.
* सतर्कता जरुरी नियमित व्यायाम करना, पैदल चलना, संतुलित आहार लेना बेहद जरुरी होता है. जिसके साथ ही मनमस्तिष्क पर तनाव नहीं बढने देने की ओर भी ध्यान देना बेहद आवश्यक होता है. इसके अलावा जहां तक संभव हो, भारी भरकम काम करने से बचा जाना चाहिए.
* तनावमुक्त जीवन जरुरी हृदयरोग के खतरे को टालने हेतु नियमित रुप से व्यायाम करना तेलयुक्त पदार्थों पर नमक का सेवन कम करना, पर्याप्त नींद लेने तथा तनावमुक्त जीवन जीना बेहद जरुरी होता है. इन्हीं सावधानी के जरिए हृदयरोग को टाला जा सकता है.
– डॉ. प्रीति मोरे,
फिजिशियन.

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