भीषण गर्मी में नन्हें मुन्नों का कैसे रखें ध्यान?

अमरावती/दि.19– इस समय चहुंओर भीषण गर्मी पड रही है और तापमान 43 डिग्री सेल्सीअस पर जा पहुंचा है. ऐसे वातावरण में नवजात बच्चों का विशेष ध्यान रखा जाना बेहद आवश्यक होता है. जिसके तहत बच्चे की त्वचा सहित उसके भोजन व कपडे की ओर खास तौर से ध्यान दिया जाना चाहिए.
* कैसे रखें बच्चे का ध्यान?
6 माह की उम्र तक नवजात बच्चे को केवल मां का दूध ही दिया जाना चाहिए और बच्चे की मां ने भरपूर पानी, छांछ व फलों के रस का सेवन करना चाहिए. वहीं 6 माह से अधिक उम्र वाले बच्चों को घर में बने हुए पाचनयोग्य ठंडे पदार्थ दिए जाने चाहिए. जिनमें फलों के रस, लस्सी व सूप को बेहद उपयोगी माना जा सकता है.
– 6 माह से कम आयुवाले बच्चों को पानी भी नहीं देना चाहिए. साथ ही 6 वर्ष से अधिक आयु वाले बच्चों को बाजार में मिलनेवाले शितपेय व आईस्क्रीम से दूर रखा जाना चाहिए. इसके अलावा बच्चों को गर्म, तेलकट व पचने हेतु भारी रहनेवाले खाद्यपदार्थ भी नहीं देना चाहिए.
– बच्चे को दिन में केवल एक बार ही सौम्य साबून से स्नान कराया जाना चाहिए और ठंडे पानी से नहलाकर बच्चे की त्वचा को नर्म कपडे से पोछते हुए अच्छी तरह सुखाना चाहिए. जिसके बाद बच्चे को सुती व ढीले कपडे पहनाने चाहिए.
– बच्चे के शरीर पर कभी किसी पाऊडर या लोशन का अपने मन से प्रयोग नहीं करना चाहिए. साथ ही बच्चे के शरीर पर फुंसीयां आने पर बालरोग विशेषज्ञ व त्वचारोग विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए.
* गर्मी के मौसम दौरान छोटे बच्चों को काफी अधिक तकलीफ होती है. इस मौसम के दौरान शरीर में पानी की मात्रा कम होने, त्वचा पर फुंसीयां आने व उष्माघात होने की संभावना अधिक रहती है. जिसके चलते बच्चे को साफसुथरे व ठंडे वातावरण में रखा जाना चाहिए. साथ ही जहां तक संभव हो, बच्चे को मां का दूध ही देना चाहिए.
– डॉ. सतीश तिवारी
बालरोग विशेषज्ञ.