एक दिन में कैसे होगा 2.66 लाख किसानों का पंजीयन?
एग्रीस्टैक हेतु 30 मार्च की डेडलाईन

* योजनाओं का लाभ मिलने के लिए पंजीयन आवश्यक
अमरावती /दि.29– एग्रीस्टैक योजनाओं के जरिए किसानों को 12 अंक वाला फार्मर आईडी दिया जाता है. जिसमें अब तक 257074 किसानों ने पंजीयन कर लिया है. जो जिले के कुल किसानों की संख्या के अनुपात में 50 फीसद है. ऐसे में अगले एक-दो दिन में इस योजना हेतु शेष 261333 किसानों का पंजीयन नहीं होने पर उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में दिक्कत आ सकती है. वहीं दूसरी ओर इस योजना में पंजीयन हेतु 30 मार्च की डेडलाईन तय की गई है. ऐसे में सबसे बडा सवाल यह है कि, महज एक दिन के भीतर इन सभी किसानों का पंजीयन करना कैसे संभव होगा.
बता दें कि, केंद्र सरकार द्वारा किसानों को डिजिटल पहचान देने हेतु एग्रीस्टैक योजना के जरिए एक पंजीयन क्रमांक दिया जाता है. किसानों की जानकारी व किसान पहचान क्रमांक तैयार करने के उद्देश्य से जिले के सीएससी केंद्र चालकों को इस आशय के निर्देश प्रशासन द्वारा दिए गए है. अपर आयुक्त (राजस्व) की ओर से जारी निर्देशानुसार किसानों के पहचान क्रमांक तैयार करने हेतु 30 मार्च की डेडलाईन भी तय की गई है. परंतु इस योजना के प्रारंभ से ही पटवारी, ग्रामसेवक व कृषि विभाग ने काम करने से इंकार कर दिया. जिसके बाद पटवारी स्तर पर कई गांवों में शिविर लिए जाने के चलते योजना का काम 50 फीसद तक पहुंचा. परंतु शेष 50 फीसद किसानों के पास फार्मर आईडी नहीं रहने के चलते उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना कठिन होगा.
* पीएम किसान के लाभ में भी आएगी बाधा
फार्मर आईडी नहीं रहने के चलते पीएम किसान योजना की 21 वी किश्त मिलने में भी काफी दिक्कते आएंगी. इसके अलावा प्राकृतिक आपदा के समय भी सरकार से सहायता राशि की मदद मिलने में मुश्कीले आएंगी. किसान पंजीयन हेतु आधार कार्ड, आधार से लिंक रहनेवाले मोबाइल क्रमांक व 7/12 रहने पर सीएससी केंद्र के जरिए पंजीयन किया जा सकता है.
* मोर्शी सबसे आगे, चिखलदरा पिछडा
राजस्व विभाग की जानकारी के अनुसार मंगलवार तक 257074 किसानों ने फार्मर आईडी लिया है. जिसमें मोर्शी तहसील के सर्वाधिक 24304 तथा चिखलदरा तहसील के सबसे कम 7373 किसानों का समावेश है. प्रतिशत के मामले में धारणी तहसील में सर्वाधिक 69.08 व अमरावती तहसील में सबसे कम 34.90 फीसद पंजीयन हुआ है. सरकारी महकमों की ओर से सहयोग नहीं किए जाने के चलते जिले में इस योजना का काम पिछडा है, ऐसा आरोप नागरिकों एवं किसानों द्वारा लगाया गया है.
* योजना की जिले में स्थिति
518407 – कुल खाताधारक
257074 – अब तक पंजीयन
49.59 – प्रतिशत