अमरावती

13 दिनों में कैसे खर्च होगे 125 करोड

तो वापिस जाएगा करोडों का निधि

अमरावती/दि.23– एक ओर विकास के लिए निधि नहीं रहने का रोना रोया जाता है. वहीं दूसरी ओर उचित नियोजन ही नहीं रहने से जितना निधि मिला वह खर्च ही नहीं हो पाता है. ऐसा ही एक वाकया जिला नियोजन विभाग में सामने आया है. जिला नियोजन विभाग के पास 125 करोड रुपयों का निधि पडा है. जिसे 13 दिनों के भीतर खर्च करने का लक्ष्य है. यदि 31 मार्च से पहले यह निधि खर्च नहीं हुआ तो फिर यह पैसा शासन को वापिस जाने का डर है. लेकिन शेष दिनों में अधिक से अधिक निधि के खर्च पर जोर दिया जाएगा. जहां जरुरी है वहां पर इस निधि का नियोजन किया जाएगा. यह दावा जिला पालकमंत्री एड. यशोमति ठाकुर ने किया.
प्राप्त जानकारी अनुसार अमरावती जिले के विकास के लिए शासन से 320 करोड रुपए मिले थे. वर्ष 2021-22 के लिए प्राप्त यह निधि 31 मार्च से पहले खर्च करना जरुरी है. इस निधि से नाविन्यपूर्ण योजनाएं, पांदन रास्ते, शासकीय निर्माण व वन तथा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से विकास कार्य कराने का नियोजन था. लेकिन शासन से प्राप्त 320 करोड रुपयों में से केवल 189.23 करोड रुपए ही अब तक खर्च हो पाए है. जिससे शेष बचा 120 करोड रुपए का निधि खर्च ही नहीं हो पाया. जिला नियोजन अधिकारी छूट्टी पर रहने से इस निधि का नियोजन नहीं हो पाया. लेकिन यह निधि जिले के विकास पर ही खर्च किया जाए, ऐसा नियोजन किया जा रहा है. ऐसी जानकारी जिलाधीश पवनीत कौर ने दी.
जिला नियोजन समिति को जो निधि शासन स्तर से मिलता है, उस निधि से जिले में विभिन्न विकासकार्य कराने का नियोजन करना पडता है. लेकिन इस काम में जिले का नियोजन विभाग कम पड गया है. अधिकारियों ने बताया कि, जिला नियोजन अधिकारी वर्षा भाकरे इन दिनों लंबी छूट्टी पर है और यहीं वजह है कि, जिलों को प्राप्त निधि का उचित नियोजन नहीं हो पाया. लेकिन अब शेष 13 दिनों में इस निधि का उचित नियोजन करने का दावा जिला प्रशासन कर रहा है.

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