एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में पहले टैटू आर्टिस्ट बने शहर के रितिक दरोडे
‘जय श्री राम’ के बनाए 1101 टैटू
नागपुर /दि. 25– अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर ‘जय श्री राम’ के 1001 फ्री टैटू बनाने वाले डायनामिक टैटू आर्टिस्ट रितिक राजेंद्र दरोडे का नाम एशिया बुक ऑफ रिकार्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया है. यह उपलब्धि हासिल करने वाले रितिक देश और एशिया के पहले भारतीय है. इसकी अधिकाधिक घोषणा एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकर्ड्स के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक डॉ. मनोज तातवाडी ने की. उन्होंने कहा कि, 2025 के इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में रितिक का नाम लिखकर आएगा.
नि:स्वार्थ राम भक्ति का मिला फल भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 22 जनवरी 2024 की तारीख ऐतिहासिक पन्नों में दर्ज हो गई है. इस दिन के उपलक्ष्य में देश-विदेश में जश्न का माहौल देखने को मिला. प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर हर किसी ने अपना बहुमूल्य योगदान दिया है. इसमें उपराजधानी नागपुर भी पीछे नहीं रही. कहीं भगवान राम का विशाल कटआउट लगा, तो कहीं 4000 वर्ग फीट की रंगोली बनाई गई. किसी ने 1111 किलो लड्डू का प्रसाद बनाया तो कोई भगवान राम के लिए वस्त्र बुन रहा है. टेलीफोन एक्सचेंज चौक में रहने वाले डायनामिक टैटू आर्टिस्ट रितिक दरोडे ने ‘जय श्री राम’ नाम के 1001 टैटू मुफ्त में बनाने का तय किया. रितिक ने टैटू बनाने की शुरुआत 2 जनवरी से की थी. लेकिन 22 जनवरी आने तक रितिक ने 1001 नहीं बल्कि 1101 टैटू बना लिए. अब प्रशंसक कह रहे कि, भगवान राम ने रितिक को उसकी नि:स्वार्थ भक्ति का फल दिया और उसका नाम एशिया और इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड्स में दर्ज हो गया.
सर्टिफाइड इंक का किया इस्तेमाल – डॉ. तातवाडी
डॉ. मनोज तातवाडी कहते है, ‘हमने पुरी तरह से जांच की है. ऐसा रिकॉर्ड अब तक किसी ने नहीं बनाया है. हमने जो रितिक को टारगेट दिया था उसने उससे कई ज्यादा यानी 1101 जय श्री राम के टैटू बनायक यह रिकॉर्ड हासिल कर लिया है.’ रितिक ने टैटू बनाते समय सर्टिफाइड इंक का इस्तेमाल किया, प्रत्येक टैटू के लिए नीडल चेंज की और नियमों का पालन किया. किसी भी तरह की अनियमितता या त्रुटि नहीं थी. जिसके कारण कोई भी एंट्री इनवैलिड हो या नॉन काउंटेबल हो. डॉ. मनोज तातवाडी ने इंडिया और एशिया बुक ऑ रिकार्ड्स में रितिक का स्वागत किया.