* अमरावती संभाग में 64 ट्रैप सफल
अमरावती/दि.3- भ्रष्टाचार प्रतिबंधक विभाग ने वर्ष 2022 में 744 जाल बिछाकर 1083 घुसखोरों को पकड़ा. इन रिश्वतखोरों ने वर्षभर में 32395395 रुपए घूस लेने की जानकारी सामने आयी है. सर्वाधिक 155 रिश्वतखोर पुणे संभाग में दबोचे गए. तत्पश्चात नाशिक और औरंगाबाद का नंबर आता है. अमरावती संभाग में 64 ट्रैप सफल रहे. जिनमें 108 आरोपियों को घूस के जुर्म में दबोचा गया.
रिश्वतखोरी रोकने शासन-प्रशासन प्रयत्न करता है. फिर भी यह कुछ रुकने का नाम नहीं ले रही. हाल ही में सोलापुर के छापे में शिक्षाधिकारी के पास 50 करोड़ की अवैध संपदा उजागर हुई. पिछले सप्ताह बुलढाणा में निवासी उपजिलाधिकारी को घूस लेते पकड़ा गया. बताया गया कि यहीं महाशय पहले भी घूसखोरी के इल्जाम में पकड़े गए. मराठवाड़ा में भी एक उपजिलाधिकारी को पकड़ा गया.
बड़ी बात यह है कि एसीबी को अधिकांश प्रकरणों मेंं क्लास वन अधिकारियों पर कार्रवाई करनी पड़ी है. क्लास-2 और क्लास-3 वर्ग के अधिकारियों के माध्यम से बड़े अधिकारी रिश्वत मांगने के भी प्रकरण काफी है. एसीबी ने बताया कि दो दिन पहले ही एक बड़े अफसर को दबोचा गया.
रिश्वतखोरी में 74 प्रथम श्रेणी, 123 द्वितीय श्रेणी, 558 तृतीय श्रेणी, 44 चतुर्थ श्रेणी, 71 अन्य लोक सेवक तथा 154 निजी व्यक्ति भी एसीबी ने गत सालभर में दबोचे. घूस लेने में राजस्व, पुलिस, महावितरण, मनपा, जिला परिषद, पंचायत समिति, शिक्षा विभाग आगे होने का खुलासा आंकड़ों से हो रहा है. 43 प्रकरणों में एसीबी ने आरोप पत्र दाखिल कर दिये हैं. 623 प्रकरणों में जांच चल रही है.
गत वर्ष में 723 मामले रिश्वतखोरी के दर्ज किये गए. जिनमें 1024 लोग रिश्वत लेते पकड़े गए. बेहिसाबी संपत्ति जमा करने के 12 अपराध दर्ज किये गए हैं. 20 लोगों की जांच शुुरु है. अन्य रास्तों से भ्रष्टाचार करने के 9 प्रकरण दर्ज किये गए हैं. जिसमें 39 लोगों को पकड़ा गया.