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राम इंडस्ट्रीज में लगी भीषण आग

पुराना मिनी बायपास रोड पर एमआईडीसी की घटना

* खाद्य तेल की कंपनी का है कारखाना
* आज सुबह अचानक उठी आग की तेज लपटें
* 6 दमकल वाहन तुरंत पहुंचे मौके पर
* सुबह 10 बजे आग पर पाया गया काबू
* आग में साढे 3 से 4 करोड का नुकसान होने की आशंका
* आग लगने की वजह अब तक ज्ञात नहीं
अमरावती /दि.18- स्थानीय पुराना बायपास मार्ग पर एमआईडीसी परिसर स्थित राम इंडस्ट्रीज नामक खाद्य तेल कंपनी के कारखाने में बुधवार की सुबह अचानक ही भीषण आग लग गई. कारखाने से उठते धुएं के गुबार और आग की तेज लपटों को देखते हुए इसकी सूचना तुरंत ही मनपा के अग्निश्मन विभाग को दी गई. जिसके बाद 6 दमकल वाहनों के साथ मौके पर पहुंचकर दमकल कर्मियों ने आग को बुझाने का प्रयास शुरु किया. सुबह का वक्त रहने के चलते कारखाने मेें कोई भी कर्मचारी मौजूद नहीं था. जिसके चलते सौभाग्य से इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है.
जानकारी के मुताबिक एमआईडीसी परिसर में आशीष सुभाषचंद्र जाखोटिया द्वारा राम इंडस्ट्रीज नामक कारखाना चलाया जाता है. जहां पर मूंगफल्ली सहित अन्य तेलों के उत्पादन का काम होता है और इस कारखाने में हमेशा ही खाद्य तेलों का काफी बडा स्टॉक भी रहता है. एमआईडीसी के प्लॉट क्रमांक सी-22 पर स्थित इस कारखाने से आज बुधवार की सुबह 5.30 बजे के आसपास धुएं के गुबार उठते दिखाई दिये और देखते ही देखते आग की तेज लपटें उठने लगी. कारखाने में रहने वाले खाद्य तेल के स्टॉक और रॉ मटेरियल सहित पैकिंग मटेरियल के धु-धुकर जलने की वजह से इस आग की बडी तेजी के साथ फैलने का खतरा बन गया था. ऐसे मेें इस अग्निकांड की जानकारी मिलते ही महावितरण ने सबसे पहले एमआईडीसी परिसर की विद्युत आपूर्ति को बंद कर दिया. जिसके बाद दमकल विभाग ने अग्निश्मन वाहनों के जरिए हाईप्रेशर पंप से आग पर पानी की बौछार करनी शुरु की. जिसके चलते कडी मशक्कत के बाद लगभग 10 बजे इस आग पर काबू पाया जा सका. हालांकि अब तक यह ज्ञात नहीं हो पाया है कि, यह आग किस वजह से लगी. वहीं प्राथमिक अनुमान के मुताबिक यह आग शार्ट सर्किट की वजह से जताया गया है. साथ ही इस अग्निकांड में लाखों रुपयों की संपत्ति जलकर खाक होने की आशंका भी जतायी जा रही है. इस आग पर काबू पाने हेतु अग्निश्मन विभाग के अजय पंधरे, ईश्वर पोकने, फायरमैन उताने, हिवराले, तौसिफ, मनोहर राठोड, इंगले, अजने एवं वरघट सहित अन्य दमकल कर्मियों ने महत प्रयास किये.
इस सदंर्भ में राम इंडस्ट्रीज के संचालक आशीष जाखोटिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उनके एमआईडीसी परिसर स्थित प्लॉट क्रमांक सी-22 व सी-23 ऐसे दो भूखंडों पर औद्योगिक यूनिट है. जिसमें से सी-22 में राम इंडस्ट्रीज का कारखाना है. जहां तेल उत्पादन और उसकी पैकिंग करने का काम चलता है. ऐसे में सी-22 वाले भूखंड पर स्थित राम इंडस्ट्रीज के कारखाने में तेल के बडे-बडे टैंक भरे रहते है. साथ ही वहां बडे पैमाने पर पैकिंग मटेरियल भी रखा होता है. जिसमें कार्टन व प्लास्टिक बोतलों का समावेश रहता है. वहीं सी-23 में फल्लीदाना सहित अन्य तिलहनों को रखने हेतु गोदाम बना है. यह अग्निकांड प्लॉट क्रमांक सी-22 में स्थित कारखाने में हुआ. जहां पर तेल उत्पादन करने वाली मशीनरी के साथ ही तेल से भरे बडे-बडे टैंक और पैकिंग हेतु रखा गया पूरा मटेरियल जलकर खाक हो गया. वहीं बगल में प्लॉट क्रमांक सी-23 में स्थित कंपनी का गोदाम पूरी तरह से सुरक्षित बच गया. आशीष जाखोटिया के मुताबिक उनके कारखाने में रोजाना करीब 20 टन रॉ मटेरियल की आवक होती थी और उनके कारखाने से रोजाना करीब 8 टन तेल बाहर भेजा जाता था. जिसके चलते कारखाने मेें हमेशा ही तेल का बडे पैमाने पर स्टॉक रहा करता था. जाखोटिया ने यह भी बताया कि, गणेशोत्सव एवं महालक्ष्मी का पर्व रहने के चलते उनके कारखाने के ज्यादातर कामगार गांव गये हुए थे. जिसके चलते विगत 4 दिनों से कारखाने में कोई काम नहीं हो रहा था. ऐसे में उनके मैनेजर रहने वाले सुभाष काकाणी द्वारा पूरा समय कारखाने में रहते हुए वहां पर देखरेख करने का काम किया जा रहा था. आज तडके 4 बजे के आसपास सुभाष काकाणी ने हमेशा की तरह कारखाने का मुआयना किया, तब सबकुछ ठीकठाक था. लेकिन सुबह 5.30 बजे के आसपास अचानक ही कारखाने से आग की लपटें उठनी शुरु हो गई और देखते ही देखते आग ने विकराल रुप धारण कर लिया. साथ ही इस आग में उनका करीब साढे 3 से 4 करोड का नुकसान हुआ है.

* कुछ पुरानी यादें भी हुई ताजा
बता दें कि, दो वर्ष पहले एमआईडीसी परिसर स्थित आनंद सागर क्वाटन इंडस्ट्रीज में आग लगी थी. जिसमें करीब 29 लाख रुपयों का कपास जलकर खाक हो गया था. वहीं इससे पहले सन 2021 में एमआईडीसी परिसर स्थित नैशनल पेस्टी साइड्स एण्ड केमिकल नामक कारखाने में भीषण आग लगकर यंत्र सामग्री सहित खाद व रसायन का स्टॉक पूरी तरह से जलकर खाक हो गया था. उस आग को बुझाने हेतु अग्निश्मन विभाग को करीब 21 घंटे तक प्रयास करने पडे थे और मनपा के दमकल वाहन कम पड जाने की वजह से चांदूर रेल्वे, चांदूर बाजार, अचलपुर व बडनेरा से दमकल वाहन मंगाने पडे थे. पानी के 60 व रासायनिक फोम के 35 पंपों का प्रयोग करते हुए 21 घंटें के बाद वह आग काबू में आयी थी. आज सुबह राम इंडस्ट्रीज में लगी आग की वजह से इन दोनों पुरानी घटनाओं की यादें ताजा हुई है.

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