अमरावती/दि.29– स्थानीय सिंधु नगर स्थित पूज्य शिवधारा आश्रम में चल रहे शिवधारा झूलेलाल महोत्सव के 13वें दिन परम पूज्य संतश्री डॉ. संतोषदेवजी महाराज ने बताया कि, आज इंसान परिवर्तन से बहुत डरता है जबकि यह उसका समझना ही पडेगा, परिवर्तन प्रकृति का अटल नियम है. समझदार तो वही होगा जो इस नियम को माने, समझे और लाभ लेना सीखे. वैसे तो हर कोई चाहता है कि परिवर्तन आए.
पूज्य डॉ. संतोष महाराज ने इसका उदाहरण देते हुए कहा कि हर पंचायत, हर संगठन में ऐसी चर्चाएं जरुर चलती है, पुराने लोग अपना पद छोडें नए लोग आए, ताकि परिस्थितियों में बदलाव आए. कुछ अच्छा हो और दूसरों को भी मौका मिलना चाहिए. मतलब हम वहां परिवर्तन चाहते हैं. हम अपने पहनावे में, मनोरंजन में, घूमने में, खाने में परिवर्तन चाहते हैं, पर पता नहीं क्यों जब खुद के जीवन का विषय आता है तब हम परिवर्तन नहीं चाहते है. जबकि परिवर्तन का अर्थ यह नहीं है कि हमारा कुछ नुकसान हो जाएगा, हो सकता है आने वाले परिवर्तन से हमारी खुशियां बढे और सफलता बढे. आज तक हम वैसे अपने भूतकाल के संदर्भ में सोचते है और चर्चा करते है तब मानते है, अच्छा हुआ हमारे जीवन में परिवर्तन आया और वैसे भी दुख तो हमें सिखने के लिए अथवा कुछ अच्छा बनाने के लिए आता हैं. हम सुरक्षित जोन में रह रहे थे उससे बाहर निकालने के लिए आता है. इससे भी दोमत नहीं होगा कि जिनके जीवन में दुख आता है तो सिखाकर जाता है. सहनशक्ति बढती है और सुख की अपेक्षा बहुत ज्यादा प्राप्ति भी होती है इसलिए परिवर्तन के लिए सदैव खुद को तैयार रखना चाहिए.
* कल स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
रविवार 30 जुलाई को सुबह 10.30 से 12.30 बजे तक शिवधारा क्लिनिक पूज्य शिवधारा आश्रम सिंधुनगर में दो नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया है. दंत रोग जांच शिविर में अमरावती के विशेषज्ञ डॉ. रोशन चांदवानी, डॉ. अमीषा चांदवानी, डॉ. अनुषा बजाज अपनी सेवा प्रदान करेंगे. दांत की सभी बीमारियों की जांच और मार्गदर्शन किया जाएगा. इसी तरह प्राकृतिक चिकित्सा शिविर में डॉ. रोमा बजाज अपनी सेवाएं देंगी. हड्डियों की तकलीफ के अलावा कमर दर्द, पीठ दर्द आदि सभी को व्यायाम एवं लाइट मशीनों व्दारा मार्गदर्शन व उपचार किया जाएगा. शिविर का लाभ लेने का आहवान शिवधारा मिशन फाउंडेशन की तरफ से किया गया है.