मोर्शी तहसील के सैकडों सीमेंट बांध नष्ट होने की कगार पर
मरम्मत कार्य करने की ओर अनदेखी
मोर्शी/दि.21 – मोर्शी तहसील में जल युक्त शिवार, अटल भूजल योजना सहित अन्य योजना के माध्यम से जलसंधारण के काम पर करोडों रुपए खर्च करने के बाद भी मोर्शी तहसील को लगा ड्रायजोन का कलंक मिट नहीं पाया, ऐसा राष्ट्रवादी कांग्रेस के तहसील उपाध्यक्ष रुपेश वालके ने कहते हुए नाराजगी व्यक्त की है.
ड्रायजोन मोर्शी तहसील में सरकार के अटल भूजल योजना के माध्यम से करोडों रुपए के कार्यों का नियोजन करके अटल भूजल, जलयुक्त शिवार योजना द्वारा जलसंधारण के काम बडे पैमाने पर किए जाते है. इसलिए इस योजना की ओर बडी उम्मीद के साथ देखा जाता है. सूखे का सामना करने के लिए सरकार की ओर से तहसील के विविध गांवों का समावेश अटल भूजन व जलयुक्त शिवार योजना के लिए किया गया, परंतु मोर्शी तहसील में अटल भूजल व जलयुक्त शिवार के जलस्त्रोंतों का मजबूतिकरण करने का पर्याप्त प्रयास होते नहीं दिखाई देता. मोर्शी-वरूड तहसील में सूक्ष्म नियोजन व अत्यावश्यक जलसंधारण के कार्यों को प्राधान्य देने की जरूरत है, ऐसा रुपेश वालके ने कहा. इन दोनों तहसील में कुछ साल पूर्व सरकार ने तैयार किए सैकडों सीमेंट प्लग बांध व कोल्हापुरी बांध सरकार की अनदेखी के कारण जर्जर अवस्था में होकर नष्ट होने की कगार पर है. इन बांध की दुरुस्ती के लिए अटल भूजल, जलयुक्त शिवार योजना के माध्यम से मोर्शी तहसील में निधि उपलब्ध नहीं होना, शोकांतिका है. तहसील में अस्तित्व में रहने वाले सभी सीमेंट प्लग बांध व कोल्हापुरी बांध का गहराईकरण, मरम्मत अटल भूजल, जल युक्त शिवार योजना के माध्यम से करने पर इन सैकडों बांध के माध्यम से मोर्शी तहसील के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी.