कारसेवा में जाने वाले सैकडों नगरवासी बडे प्रसन्न
राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा 29 दिन शेष
* लोगों को कर रहे प्रेरित
अमरावती/दि.22 – अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में रामलला की प्राणप्रतिष्ठा की शास्त्रोक्त विधि को अब 29 दिनों से कम समय शेष रहा गया है. अत: विश्व हिंदू परिषद और उसके सहयोगी सभी संगठन अमरावती में गृह निमंत्रण अभियान 1 जनवरी से आरंभ करने जा रहे हैं. अयोध्या से पीले चावल अर्थात अक्षत का कलश यहां पहुंच गया है. उसका विधिवत स्वागत, पूजन हो जाने की जानकारी देते हुए विहिंप पदाधिकारी ने बताया कि, प्रत्येक गली और घर में निमंत्रण पहुंचाने का प्रयत्न होगा. विशेषकर 1990 और 1992 में कारसेवा में अमरावती से सैकडों युवा गए थे. उनमें तत्कालीन विधायक जगदीश गुप्ता, सुरेंद्र बुरंगे, विलास हलवे, सोमण, राजा खारकर, नीलेश पोहेकर, राजू इंगोले, ज्ञानेश्वर करुले, अभय बपोरिकर, बबनराव भोंगाडे आदि अनेक का समावेश रहा. इन लोगों में राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा को लेकर अपार उत्साह नजर आ रहा है. उन्होंने बताया कि अपने-अपने परिसर के साथ वे पूरे नगर एवं जिले में राम मंदिर निर्माण का जोरदार उत्सव मनाने वाले हैं.
विहिंप, बजरंग दल, संघ, दुर्गावाहिनी और सभी संगठन की बैठकों के दौर हो रहे हैं. उसमें तय किया गया कि, राम मंदिर प्राणप्रतिष्ठा की निमंत्रिका पीले अक्षत के साथ प्रत्येक गली और घर में पहुंचाना है. 22 जनवरी को प्राणप्रतिष्ठा होने जा रही है. इसलिए 21 और 22 जनवरी दोनों दिन घरों में उत्सव मनाने एवं कम से कम 5-5 दीप जलाने का अनुरोध किया जा रहा है.
* कारसेवा से जुडी यादें
अयोध्या की कारसेवा में तीन दशक पहले भाग लेने वाले कारसेवकोंं ने उस समय की स्मृतियों को ताजा किया. उन्होंने बताया कि 2 दिसंबर को ही वे लोग फैजाबाद और वहां से अयोध्या पहुंच गए थे. आज जितने साधन उस समय न थे. उसी प्रकार फोटो आदि की भी व्यवस्था न थी. धर्मशाला में ठहरे. रात्री में भजन-कीर्तन करते और दिन में कारसेवा की. मंच पर प्रमोद महाजन, उमा भारती, ऋतं भराजी आदि विराजमान थे. गुंबद गिराने के बाद ईंट और सीमेंट लेकर रातोरात चबूतरा बना दिया था. रामलला की मूर्ति निकालकर साधुओं के टेंट मेें सुरक्षित रख दी थी. फिर चबूतरे पर मूर्ति विराजमान कर उसका पूजन किया और कार्यक्रम शुरु हो गया. वहां शामियाना भी लगा दिया था. 7 दिसंबर को पुलिस ने आकर कारसेवकों को भगना शुरु किया. जब अमरावती के लिए रवाना हुए. जीप और मिले उस वाहन से स्टेशन पहुंचे. फिर ट्रेन बदल-बदलकर अमरावती आए.
* स्केटर अगस्त्य वालन का स्वागत
इस बीच रामेश्वरम से अयोध्या के लिए स्केटिंग करते हुए निकले अगस्त्य वालन का अमरावती पहुंचने पर प्रसाद जोशी भरत मालानी, सनी हरवानी, सूरज मिश्रा ने स्वागत किया. अगस्त्य वालन का तापडिया सिटी सेंटर में भी स्वागत कर हौसला बढाया गया. राजापेठ चौक पर तो पटाखे फोडकर और फूल मालाएं पहनाई गई. 19 वर्ष के वालन ने बताया कि 14 वर्षो के वनवास दौरान भगवान श्री राम जहां-जहां रुके वहां से पवित्र मिट्टी का कलश लेकर जा रहा है. वह 22 जनवरी को अयोध्या में यह कलश समर्पित करेगा. अमरावती की सांसद नवनीत राणा और विधायक रवि राणा ने भी अगस्त्य वालन को शुभकामनाएं दी.