अमरावती

कालाराम मंदिर गरबा में थिरक रहे सैकडों

अमृत महोत्सव वर्ष मेेंं उत्साह चरम पर

शालीन, परंपरागत वाद्यों पर गरबा रास हेतु प्रसिद्ध
माताजी की भव्य रजत प्रतिमा भी श्रद्धालुओं का आकर्षण
अमरावती दि.1 – श्री सक्करसाथ गुजराती नवरात्री महोत्सव मंडल का यह 75वां अमृत महोत्सव वर्ष होने से सभी छोटे-बडे कार्यकर्ताओं का उत्साह देखने ही बन रहा. ऐसे ही आयोजन में नये आयाम जोडे गये है. सराफा की सघन बस्ती के बीच स्थित गरबा पंडाल को सजाने-संवारने के साथ गरबा रास प्रेमियों के लिए बाकायदा लाल कारपेट बिछाया गया है. जिस पर विदर्भ विख्यात नगाडा वादक भाईलाल सोमैया, दीपक सोमैया एवं प्रतीक आडतिया आदि की ताल पर सैकडों युवक-युवती थिरक रहे है. पंचमी की रात बहुत ही जोरदार वातावरण की निर्मिति हुई थी. शुक्रवार रात ही 12 बजे तक गरबा रास की अनुमति जिलाधिकारी ने दी थी. यह मंडल अपने शालीन और परंपरागत वाद्य-गायन पर गरबा रास हेतु विदर्भ में विख्यात है.
मंडल के पदाधिकारियों में सुनील गोयनका उपाध्यक्ष, किरीट ठक्कर सचिव, हितेश थडेसर कोषाध्यक्ष और सदस्य के रुप में सर्वश्री किरीट गढीया, नितिन अन्नम, मनोज धानक, प्रवीण धानक, राजेंद्र चांडक, उमेश चांडक, सुदर्शन चांडक, राजीव उपासने, दीपक गोयनका, रमेश सोमैया, जिग्नेश ठक्कर, शरद गोहील, गौरव देवडीया, लक्ष्मीकांत खंडेलवाल, दीपक सोमैया, जीतेश सोमैया, पीयूष गांधी, बब्बू मोतीवाला, अमीत लख्तरीया, देवेश सरवैया, देवेंद्र ठाकुर, हिमांशु बावीशी, भाविन राजा, रितेश चांडक, प्रमोद पुरोहित, मनीष प्रयाल, भरत शर्मा, निर्मल मुनोत आदि का समावेश है. उल्लेखनीय है कि, दिनेश भाई अर्थात भाईलाल भाई का नाम श्रेष्ठ नगाडा वादक के रुप में विदर्भ विख्यात हैं. वे मंडल के अध्यक्ष हैं.
* युवाओं ने उत्सव को बनाया यादगार
बदलते दौर के साथ मंडल का परंपरागत उत्सव का दायित्व युवा टीम ने संभाल रखा हैं. उनमें सर्वश्री वर्धमान मुनोत, पराग सोमानी, सौरभ डागा, राम पाटील, रौनक जाजू, आकाश पांडे, अमन गोयनका, नकुल डाबी, प्रथम खंडलेवाल, यश देवडिया, अनिल अनू शर्मा, अतुल शर्मा, अमन थडेसर, कार्तिक बुच्चा, नितिन सेवक, कन्हैया बगडाई, अनुज कलंत्री, देवेश वजीर, रौनक कलंत्री आदि अनेक युवकों का समावेश है. युवकों की जोशपूर्ण टीम ने पंडाल को नये अंदाज में सजाया. शानदार झूमर लगाने के साथ गरबी भी बहुत ही लुभावने अंदाज में सजावट की गई हैं. देखने वालों का मन मोह लेती है. यह सजावट चिंतन ठक्कर ने की.
* गरबा गायक और वाद्यवृंद का दल
मंडल गरबा रास का श्रद्धापूर्वक और पारंपारिक रुप से आयोजन करता है. वाद्यवृंद के साथ गरबा गीत गाये जा रहे हैं. उनमें सोनल गरबो सिरे…., एक राजानी दो दो रानी झमकुडी रे झमकुडी…., आओ तो रमवाने…., थारा नाम नी चुनर ओढी…. आदि अनेक गीत प्रस्तुत होते है, तो गरबा रास के प्रेमी झूम झूम जा रहे हैं. गायकों में डॉ. प्रीतिबेन गोटी, किरीट भाई गढिया, चिंटू मास्टर उर्फ ललित भाई, कान्हा बगडाई, भाविन राजा, किरण भाई सरवैया, चंद्रकांत भाई पोपट, भाईलाल भाई सोमैया, अमित लख्तरीया आदि शामिल है और नगाडा वादकों में दीपक सोमैया, दर्शन कलंत्री, सरजू आडतिया तथा प्रतीक आडतिया का समावेश हैं. उत्सव धूम से चल रहा है. इसी कडी में मंगलवार नवमी की शाम माता रानी की विलोभनीय प्रतिमा को पालखी में सजाकर नगर भ्रमण भी होने जा रहा है.

* मान्यवरों ने सराहा और खुद थिरके
गरबा मंडल को शहर के गणमान्य सर्वश्री विलास इंगोले, सुनील देशमुख, दिनेश बूब, प्रमोद इंगोले, राजू भेले, सुनीता भेले, सुरेश रतावा, गजानन राजगुरे, बबलू उर्फ राजकुमार ककरानिया, कन्सलजी, त्रिभुवन देवडिय

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