दुर्गामाता महादौड में सैकडों लोगों ने लिया हिस्सा
श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान का अनोखा उपक्रम
अमरावती -दि.6 श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान की औरसे दरवर्ष की तरह इस या वर्ष भी विजयादशमी निमित्त दुर्गामाता महादौड का आयोजन किया गया. नवरात्री में नौ दिन नित्य सुबह देव, देश धर्म के प्रति जागृकता निर्माण करने के लिये श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान के संस्थापक शिवतपस्वी संभाजीराव भिडे गुरुजी इन्होने शुरु की हुई दुर्गामाता दौड यह उपक्रम राजमाता जिजाऊ मां साहेब ने देवी भवानी को देव, देश, धर्म रक्षण के लिये ऐसा पुत्र मागा जो स्वराज्य स्थापन करे, देव, धर्म, देश रक्षण करे. वहीं जिजाऊ विचार, संस्कार सबमे निर्माण हो इस लिये दौड में बडी संख्या में जनसमुदाय हुआ.
नवरात्र भर रोज प्रातः निकलने वाली इस दौडका समापण विजयादशमी निमित्त महादौड में शामिल हुए. या वर्षी भी विजयादशमी को महादौड का आयोजन किया गया. अपने राष्ट्रीय कर्तव्य और धर्म कर्तव्य समझ असंख्य लोक इस दौडमे सहभागी हुए. अमरावती के सुप्रसिद्ध वकील प्रशांत देशपांडे के हाथों से शस्त्र पुजन और भगवे ध्वज का पुजन कर दौड की सुरुवात की गई.
खासतौर पर अनेकों सामाजिक संघटना और राजकीय पाटियों द्वारा इस दौडका भव्य स्वागत किया गया. सांसद नवनीत राणा ने राजकमल चौक में दौडका स्वागत कर भगवे ध्वजका पुजन किया. स्वागत दुर्गा मंडल राजापेठ में महादौड का समापण सांसद डॉ. अनिल बोंडे की उपस्थिती मे हुआ. इस दौरान उन्होंने संबोधित करते हुए अपनी संस्कृती, देव और देश व धर्म का रक्षण करना अपना कर्तव्य है. आज हमारे देवी,देवताओं व धर्म का अपमान कोई न करने पाये इसके लिए हमेेें ेकटीबद्ध रहना होगा, ऐसा व्यक्त किया. इसके बाद श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान की और से अपना इतिहास क्या है, हमारा संघर्ष क्या था इसके बारे में जानकारी दी गयी. हमारा इतिहास संघर्ष का है, विजय का है, ऐसा प्रतिपादन श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान अमरावती के प्रवक्ता अक्षय चंदेल ने किया.
इसके उपरांत श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान अमरावती के प्रमुख निषाद सिंह जोध यांनी श्री शिवप्रतीष्ठान हिंदुस्थान खडा पहारा इस उपक्रम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी. गुरुवर्य संभाजी भिडे गुरुजी ने रायगड पर बत्तीस मण सुवर्ण सिंहासन के प्रण और रक्षण करने के लिये हमें ंंएकजूट होना होगा ताकि श्रीमंत छत्रपती शिवाजी महाराज के मार्ग को हम समझ सके और उसपर चल सके, ऐसी भी सलाह इस समय दी.