रेलमार्ग दुरुस्त करने सैंकडो रेलकर्मियों ने दिवाली पटरी पर ही मनाई
33 घंटे चलता रहा लगातार काम
* मालखेड के पास मालगाडी के 20 डिब्बे पटरी से उतरने की घटना
अमरावती/दि.29- दीपावली की पूर्व संध्या पर चांदुर रेलवे से बडनेरा के दौरान मालखेड रेलवे स्टेशन के पास रविवार 23 अक्तबूर की देर रात कोयले से भी मालगाडी के 20 डिब्बे पटरी से निचे उतर जाने के काड़ण इस भीषण रेल दुर्घटना से यह रेलमार्ग प्रभावित हो गया था. अप-डाउन रेलमार्ग को दुरुस्त करने में रेलकमियों को 33 घंटे लगे थे. सैंकडो कर्मचारियों के अथक परिश्रम के बाद यह रेलमार्ग मंगलवार 25 अक्तबूर को सुबह 7 बजे से पूर्ववत हुआ और रेलमार्ग का यातायात शुरू हुआ. लेकिन इस रेलमार्ग को दुरुस्त करने के लिए रविवार की मध्यरात्रि से मंगलवार की सुबह तक काम चलता रहने से इन रेलकर्मियों ने दिवाली रेल पटरी पर ही मनाई.
दीपावली पर्व दो वर्ष बाद धूमधाम से मनाने के लिए हजारो लोगों ने अपने घर लौटने तीन माह पूर्व से ही ट्रेन के टिकट आरक्षित कर रखे थे. लेकिन दीपावली की पूर्व संध्या पर यानि 23 अक्तबूर की रात 11.20 बजे के दौरान कोयले से भरी मालगाडी के 20 डिब्बे पटरी से निचे उतर गए और दोनों (अप-डाउन) रेलमार्ग दुर्घटनाग्रस्त हो गए. इस कारण रेलमार्ग प्रभावित हो गया था और अनेक ट्रेन रद्द कर कुछ ट्रेन को नरखेड रेलमार्ग से मोड दिया गया था. मालगाडी की इस भीषण दुर्घटना में भले ही कोई जीवितहानि नहीं हुई थी. लेकिन अनेक यात्रियों को दिवाली मनाने वापस घर लौटते समय लंबी यात्रा करनी पडी थी. इश दुर्घटनाग्रस्त रेलमार्ग को दुरुस्त करने रेल प्रशासन ने रात-दिन अथक परिश्रम किया. नागपुर, वर्धा और भुसावल से एक्सिडेंट ट्रेन घटनास्थल आने के बाद क्रेन की सहायता से पहले क्षतिग्रस्त मालगाडी के डिब्बे घटनास्थल से हटाए गए. पश्चात पटरी बिछाकर दुर्घटना के 22 घंटे बाद एकतरफा रेलमार्ग दीपावली के दिन सोमवार 24 अक्तूबर को रात 9 बजे शुरू किया गया. पश्चात दूसरे दिन मंगलवार को सुबह 7 बजे डाउन दूसरा रेलमार्ग भी शुरू किया गया. इस तरह 33 घंटे बाद यह रेलमार्ग दुरुस्त हुआ. लेकिन काम में जुटे रेलकर्मियों को दिवाली पटरी पर ही मनानी पडी. रेल यातायात पूर्ववत होने पर रद्द की गई सभी ट्रेन शुरू किए जाने से रेल प्रशासन सहित नागरिकों ने भी राहत की सांस ली.