नांदगांव पेठ एमआईडीसी में पानी से सैकडों कामगारों को विषबाधा
मरीजो में महिलाओं का बडी संख्या में समावेश
* जिला अस्पताल में मरीजों पर उपचार, सभी की हालत खतरे से बाहर
* उपचार के बाद दी गई सभी को छुट्टी
अमरावती/दि. 13- नांदगांव पेठ एमआईडीसी के गोल्डन फायबर नामक कंपनी में काम करनेवाले सैकडों कामगारों को अचानक पानी से विषबाधा होने के कारण खलबली मच गई. विषबाधा हुए कामगारों की संख्या 100 से 150 के करीब है. इस घटना की जानकारी मिलते ही मनसे के पप्पू पाटिल सहित अनेक कार्यकर्ता मरीजों की सहायता के लिए दौड पडे. जिला अस्पताल में इन मरीजों पर उपचार जारी रहते सांसद बलवंत वानखडे और विधायक रवि राणा ने भी अस्पताल पहुंचकर मरीजों से भेंट की.
नांदगांव पेठ एमआईडीसी में गोल्डन फायबर कंपनी में धागा तैयार करने का काम तीन शिफ्ट में शुरु रहता है. इसमें सुबह 7 से दोपहर 3 बजे की शिफ्ट में सैकडों कामगार काम पर पहुंचे. कामगारों को नाश्ता करने के लिए सुबह 9 बजे का समय दिया गया है. उस समय कामगार नाश्ता कर रहे थे. पश्चात अनेक महिला व पुरुष कामगारों ने वहां पेयजल की व्यवस्था रहे टंकी से पानी पिया. पश्चात कुछ ही घंटे में अनेक महिला व पुरुष कामगारों को बेचैनी के साथ उलटियां शुरु हो गई. अचानक अनेक कामगारों को यह तकलीफ शुरु हो जाने से कंपनी प्रशासन में अफरातफरी मच गई. अधिकारियों ने दो एंबुलेंस और निजी डॉक्टरों को बुलाकर उन पर तत्काल औषधोपचार शुरु किया. माहुली जहांगीर और आसपास के गांव में रहनेवाले कुछ कामगार घर चले जाने के बाद उन्हें उलटियां और पेट दर्द की तकलीफ शुरु हो गई. इस घटना के बाद मनसे कामगार सेना के कुछ पदाधिकारी संबंधित कंपनी में जायजा करने गए तब उन्हें प्रवेशद्वार पर रोक दिया गया. तब मनसे के जिला संगठन पप्पू पाटिल वहां पहुंचे. पश्चात कामगारों को तत्काल जिला अस्पताल लाया गया. साथ ही मनसे पदाधिकारी नांदगांव पेठ पुलिस स्टेशन पहुंच गए और पुलिस को घटना की जानकारी दी. पुलिस के पहुंचते ही कंपनी व्यवस्थापन ने कामगारों को उपचार के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया. जबकि कुछ मरीजों को उपचार के लिए निजी अस्पताल ले जाया गया. मनसे के जिला संगठक पप्पू पाटिल सहित पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी वहां मौजूद थे. जिला अस्पताल में सभी कामगार मरीजों पर तत्काल उपचार शुरु किया गया. अस्पताल में भारी संख्या में भीड जमा हो गई थी. घटना की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन के अधिकारी भी अस्पताल पहुंच गए थे.
* संतप्त कामगारों ने अधिकारियों को घेरा
शाम को कंपनी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित अन्य पदाधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंचकर भर्ती मरीजों से पूछताछ की. उस समय अस्पताल परिसर में कामगारों सहित उनके रिश्तेदार व विविध संगठना के पदाधिकारियों ने कंपनी के अधिकारियों का घेराव कर अपना रोष व्यक्त करते हुए घटना बाबत सवाल-जवाब किए.
* सांसद बलवंत वानखडे भी पहुंचे अस्पताल
नांदगांव पेठ एमआईडीसी के गोल्डन फायबर कंपनी में काम करनेवाले अनेक कामगारों को पानी से विषबाधा होने की जानकारी मिलते ही सांसद बलवंत वानखडे तत्काल जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने वहां भर्ती मरीजों से मुलाकात कर पूछ-परख की. साथ ही वैद्यकीय अधिकारियों को मरीजों की तबियत पर ध्यान रखने के लिए कहा.
* विधायक राणा भी पहुंचे अस्पताल
इस घटना के बाद विधायक रवि राणा भी अपने सैकडों समर्थकों के साथ जिला अस्पताल पहुंचे. उन्होंने डॉक्टरों के साथ चर्चा कर कामगारों पर उचित उपचार करने कहा. साथ ही जिला शल्य चिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदले से भी चर्चा कर मरीजों पर ध्यान रखने की सूचना दी.
* नमूने प्रयोगशाला भेजे जाएगे
विषबाधा किस वजह से हुई, यह बात अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हुई है. इस बाबत आवश्यक नमूने जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे जाएगे. 42 कामगार अस्पताल में लाए गए थे. उन पर उपचार करने के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है. सभी की हालत खतरे से बाहर है.
– डॉ. दिलीप सौंदले, जिला शल्य चिकित्सक, अमरावती.
* कंपनी में पानी एमआईडीसी का ही आता है
कंपनी में पानी एमआईडीसी परिसर से आता है. पानी की जांच यंत्रणा के जरिए की जाएगी. अस्पताल में उपचार लेनेवाले किसी भी कामगार को ड्यूटी पर अनुपस्थित नहीं बताया जाएगा. उन पर उपचार के लिए आवश्यक सभी प्रयास किए जाएगे.
– बी. एन. प्रसाद, सीईओ, गोल्डन फायबर कंपनी, नांदगांव पेठ.
* हम कामगारों के साथ
विषबाधा की जानकारी मिलते ही जिला अस्पताल पहुंचकर मरीजों से मुलाकात की गई और वैद्यकीय अधिकारियों के साथ भी चर्चा की. इस घटनाबाबत आगे की जांच निश्चित की जाएगी. हम कामगारों के साथ है.
– बलवंत वानखडे, सांसद, अमरावती.