अमरावती /दि.25– अमरावती-नागपुर महामार्ग के सावर्डी गांव के समीप के जलका शहापुर जलाशय पर मंगोलिया से विगत अनेक दशकों से आने वाले सुंदर राजहंस पक्षी का बुधवार की सुबह शिकार किया गया.
अमरावती के पक्षी अभ्यासक तथा वन्यजीव लेखक प्र.सु. हिरुरकर एवं पक्षी तज्ञ सुरेश खांडेकर सुबह से समय पक्षी निरीक्षण के लिए गये थे, उस समय उनके सामने यह घटना घटी.कुछ गुराखों ने जलाशय के किनारे जाल में राजहंस पक्षी को फंसाकर उसका शिकार किया, ऐसी जानकारी प्र. सु. हिरुरकर ने दी. इस राजहंस को पट्टकदंब भी कहा जाता है. निसर्ग में ऋतुनुसार बदल होता है. प्रति वर्ष होने वाले पक्षियों का स्थलांतरण इस बदलाव का एक भाग है. ठंड के दिनों में शहर के आजू-बाजू के जलाशयों पर अनेक दूर देश से मेहमान पक्षी स्थलांतरण कर आते हैं.
अमरावती जिले के अनेक जलाशयों पर ये विदेशी स्थलांतरित पक्षी इस वर्ष अक्तूबर में आते हैं व मार्च में उनके मूल निवास स्थान पर लौट जाते हैं. जलका शहापुर बांध पर प्रति वर्ष अनेक विदेशी स्थलांतरित पक्षी शीतकाल में आते हैं. जिनमें करीबन 114 राजहंस पक्षियों का समूह होता है. इससे पूर्व ऐसे अनेक राजहंस पक्षियों का शिकार इन गुराखियों द्वारा हुआ होगा, ऐसी संशय है. इस दुर्मिल व सुंदर पक्षी के शिकार पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो हजारों किलोमीटर दूरी से आने वाले ये विदेशी स्थलांतरित पक्षी यहां पर आना बंद कर सकते हैं. अमरावती जिले के पक्षी तज्ञ, अभ्यासक व पक्षी प्रेमियों के लिए यह बात अत्यंत गंभीर है. इस शिकार पर तुरंत रोक लगाने की मांग वन्यजीव प्रेमियों ने की है.