अमरावती

डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत वापिस लेने मुझेे धमकाया जा रहा

भारती मोहोकार ने गाडगेनगर थाने में दर्ज करायी शिकायत

  • इलाज में लापरवाही करनेवाले चार डॉक्टरों सहित उनके परिचित डॉ. आंडे पर लगाये गंभीर आरोप

अमरावती/दि.20 – गर्भाशय निकालने की शल्यक्रिया के दौरान लापरवाही से काम करने और अपनी गलती को छिपाने हेतु मरीज के शरीर को और अधिक नुकसान पहुंचाने के मामले में शहर की सामाजिक कार्यकर्ता व फार्मासिस्ट भारती मोहोकार द्वारा अपनी वकील एड. सपना जाधव के जरिये 20 अप्रैल 2021 को रतनश्री हॉस्पिटल की डॉ. स्नेहा राठी तथा मालपे हॉस्पिटल के डॉ. अमीत मालपे, डॉ. दीपाली देशमुख व डॉ. जयेश इंगले के खिलाफ गाडगेनगर थाने में शिकायत दर्ज करायी गई थी. वहीं अब इस मामले में भारती मोहोकार ने आरोप लगाया है कि, उन्हें अपनी शिकायत वापिस लेने हेतु इन चारों डॉक्टरों के साथ ही उनके परिचय में रहनेवाले वरूड स्थित आंडे हॉस्पिटल के संचालक डॉ. मनोहर आंडे द्वारा डराया व धमकाया जा रहा है. साथ ही अलग-अलग राजनीतिज्ञों व सामाजिक पदाधिकारियों के जरिये उन पर शिकायत वापिस लेने के लिए लगातार दबाव बनाया जा रहा है.
इस संदर्भ में गाडगेनगर पुलिस थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए पेशे से फार्मासिस्ट रहनेवाली भारती मनीष मोहोकार ने कहा कि, वे विगत 17 वर्षों से सप्तश्रृंगी फार्मसी का संचालन करती है और एक सफल कामकाजी महिला है. करीब एक वर्ष पूर्व उन्हें मासिक धर्म के दौरान काफी अधिक वेदना व रक्तस्त्राव होने के चलते उन्होंने अपनी जांच रतनश्री अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. स्नेहा राठी से करवायी थी. पश्चात सोनोग्राफी के बाद उन्हें गर्भाशय निकालने हेतु शल्यक्रिया कराने की सलाह दी गई और सभी तरह की आवश्यक जांच कराने के बाद 11 दिसंबर 2020 को रतनश्री अस्पताल में डॉ. स्नेहा राठी सहित डॉ. अमित मालपे, डॉ. दीपाली देशमुख व डॉ. जयेश इंगले द्वारा उनका गर्भाशय निकालने की शल्यक्रिया की गई. किंतु शल्यक्रिया के दौरान इन डॉक्टरों द्वारा काफी लापरवाही बरती गई. जिससे उनकी एक किडनी हमेशा के लिए बेकार हो गई और उन्हें जबर्दस्त रक्तस्त्राव होने लगा. जिसे रोकने के लिए डॉ. मालपे ने एब्डामेंट ओपन हिस्ट्रॉक्टॉमी सर्जरी करने का निर्णय लिया. किंतु एब्डॉमिनल पार्ट पर चीरा कुछ अधिक लग जाने के चलते मामला बिगड गया. इसी दौरान भारती मोहोकार की दाहीनी जांघ पर ऑपरेशन में प्रयोग में लायी जानेवाली कॉटरी की वजह से जल जाने के चलते भयानक जख्म हो गई. ऐसे में स्थिति डॉ. मालपे के नियंत्रण से बाहर चली गई और उन्होंने एक अन्य सर्जन को बुलाकर शल्यक्रिया पूर्ण करायी. वहीं इस दौरान भारती मोहोकार के पति से लगातार इलाज के नाम पर पैसे वसूल किये जा रहे थे. जिसके तहत यूरो सर्जन के नाम पर 50 हजार व प्लास्टिक सर्जरी के नाम पर 25 हजार रूपये वसूल किये गये. साथ ही ऑपरेशन व इलाज के नाम पर पहले से तय राशि की तुलना में दो गुना अधिक रकम वसूल की गई. जिसका कोई बिल भी उनके परिजनों को बार-बार मांगने के बाद नहीं दिया गया.
वहीं दूसरी ओर ऑपरेशन के बाद तकलीफ काफी अधिक बढ जाने और दैनंदिन जीवन में दिक्कत होने के चलते भारती मोहोकार ने यूरोलॉजीस्ट से अपनी जांच करायी. तब पता चला कि, किडनी में काफी गंभीर जख्म रहने के चलते एक किडनी हमेशा के लिए खराब हो चुकी है. ऐसे में इस मामले को लेकर शहर पुलिस आयुक्त डॉ. आरती सिंह से मुलाकात करते हुए शिकायत की गई और खुद एक निष्णात डॉक्टर रहने के चलते सीपी डॉ. आरती सिंह ने इस मामले में गाडगेनगर पुलिस थाने को लापरवाही पूर्ण ढंग से इलाज करनेवाले डॉक्टरों के खिलाफ अपराध दर्ज करने और अगली कार्रवाई करने का निर्देश दिया. जिसके बाद डॉ. स्नेहा राठी, डॉ. अमित मालपे, डॉ. दीपाली देशमुख व डॉ. जयेश इंगले के बयान दर्ज किये गये और जिला शल्य चिकित्सक से इस मामले में रिपोर्ट मांगी गई. किंतु अब तक इस मामले में जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय द्वारा तमाम दस्तावेज दिये जाने के बावजूद कोई रिपोर्ट नहीं दी गई है. साथ ही खुद जिला शल्य चिकित्सक कार्यालय स्तर पर संदेह जताया गया है कि, संभवत: डॉ. स्नेहा राठी, डॉ. अमित मालपे, डॉ. दीपाली देशमुख व डॉ. जयेश इंगले द्वारा शल्यक्रिया के दौरान प्रयोग में लायी गई कॉटरी सहित अन्य सबूतों को नष्ट किया जा चुका है.
वहीं दूसरी ओर अब इस मामले में शिकायत वापिस लेने हेतु भारती मोहोकार को आर्थिक प्रलोभन देने के साथ-साथ डराया व धमकाया भी जा रहा है. साथ ही वरूड स्थित आंडे अस्पताल के संचालक डॉ. मनोहर आंडे द्वारा खुद फोन करने के साथ-साथ अपने परिचय में रहनेवाले राजनीतिक व सामाजिक लोगों सहित प्रतिष्ठित डॉक्टरों के जरिये उन पर दबाव बनाया जा रहा है. जिसके तहत उन्हें उनकी सप्तश्रृंगी फार्मसी को बंद करवा देने की धमकी देने के साथ ही काफी मुश्किले खडी करने की धमकी भी दी जा रही है. ऐसे में उनकी जान के लिए काफी खतरा उत्पन्न हुआ है. अत: डॉ. स्नेहा राठी, डॉ. अमित मालपे, डॉ. दीपाली देशमुख व डॉ. जयेश इंगले सहित डॉ. मनोहर आंडे के खिलाफ धारा 201, 212, 500, 504, 506, 509 व सहकलम 326 के तहत अपराध दर्ज किया जाये. साथ ही इससे पहले दर्ज करायी गई शिकायत की भी जांच करते हुए आरोपियों के खिलाफ कडी से कडी कार्रवाई की जाये.

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