मैं सत्ता का भूखा नहीं हूँ, मैं दिल से एक किसान हूँ
मोर्शी में जन सम्मान यात्रा के दौरान बोले डेप्यूटी सीएम अजित पवार
* किसान से उपमुख्यमंत्री बनने की यात्रा को बताया अपने समर्पण का प्रमाण
वरुड/दि.2– राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार की चल रही ‘जन सम्मान यात्रा’ कल रविवार 1 सितंबर को अमरावती जिले के मोर्शी विधानसभा क्षेत्र के वरुड शहर में थी. वरिष्ठ नेता और एनसीपी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल भी उपमुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे. नगर परिषद विद्या मंदिर मराठी स्कूल मैदान में किसानों, महिलाओं और युवाओं की विशाल सभा को संबोधित करते हुए, अजित पवार ने अपनी पृष्ठभूमि के बारे में बात की. उन्होंने कहा, राजनीति में प्रवेश करने से पहले, मैंने खेतों में कड़ी मेहनत की है. गाय और भैंस का दूध निकाला है और पोल्ट्री फार्म में अंडे इकट्ठे किए हैं. मैं दिल से एक किसान हूं. कई लोग बिना खेती को समझे किसानों के मुद्दों को हल करने का दावा करते हैं. किसान से उपमुख्यमंत्री बनने की मेरी यात्रा मेरे समर्पण का प्रमाण है. लोगों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए और यह स्पष्ट करते हुए कि वह सत्ता के भूखे नहीं हैं, अजित पवार ने कहा, मैं सत्ता का भूखा नहीं हूँ. अगर हम लोगों की सेवा नहीं कर सकते, तो हमारे पद का क्या लाभ? यह लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए है. सत्ता का उपयोग मानवता को ऊपर उठाने के लिए होना चाहिए.
विधानसभा क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों को उजागर करते हुए, उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में विधायक देवेंद्र भुयार ने 4,372 करोड़ रुपये की धनराशि सुनिश्चित की है, जो इस क्षेत्र में किसी भी नेता द्वारा लाई गई सबसे बड़ी राशि है. उन्होंने क्षेत्र में विकास पहलों के बारे में बताया कि सरकार ने विदर्भ एग्रो-विजन प्रोड्यूसर कंपनी के लिए एक आधुनिक संतरा प्रसंस्करण संयंत्र के लिए धन आवंटित किया है. उमरखेड में प्रशासनिक भवनों और प्रयोगशालाओं के लिए 1 करोड़ रुपये की धनराशि के साथ एक सिट्रस एस्टेट स्थापित किया गया है. वारुद में एक एमआईडीसी भी स्थापित की जाएगी ताकि इसका व्यापक विकास सुनिश्चित हो सके. उन्होंने देवेंद्र भुयार के प्रयासों की भी सराहना की, जिन्होंने शहर के केंद्र में शिवाजी महाराज और ज्योतिबा फुले की प्रतिमाएं स्थापित की हैं. उन्होंने कहा कि हमने मोर्शी में शिवाजी महाराज और ज्योतिबा फुले की प्रतिमाएं लोगों को उनके उपदेशों के अनुसार जीवन जीने के लिए प्रेरित करने के लिए स्थापित की हैं और इन प्रतिमाओं के अनावरण की आधिकारिक घोषणा की.
डेप्यूटी सीएम अजित पवार ने मालवन में शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने के लिए महाराष्ट्र की जनता से फिर से माफी मांगी. उपमुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि यदि किसी ने गलती की है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी. आदरणीय नेता के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज के युग में, साम्राज्य को ‘जनता का राज्य’ कहा जाता था, न कि ‘भोसले का राज्य.’ शिवाजी महाराज जैसा शासक कभी नहीं होगा. हमने माफी मांगी है, लेकिन हमारे विरोधी इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रहे हैं. महत्वाकांक्षी ‘माझी लाडकी बहिण’ योजना से राज्य की 1 करोड़ 60 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हुई हैं.
इस राज्यव्यापी यात्रा के दौरान, अजित पवार महिलाओं से मिलते-जुलते दिखाई दे रहे हैं, हजारों महिलाओं ने इस संपर्क कार्यक्रम के दौरान नेता को राखी बांधी. महिलाओं के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, मैं महिलाओं के निःस्वार्थता के बारे में चिंतन कर रहा हूं; विशेषकर गरीब महिलाएं समाज के उत्थान के लिए अपनी इच्छाओं का बलिदान करती हैं. हम उन लोगों को दंडित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो महिलाओं को नुकसान पहुंचाते हैं. महिलाओं की सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, और यही महायुति का रुख है.
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने वरुड की समृद्ध ऐतिहासिक धरोहर के बारे में भी बात की, जो अपने प्राचीन मंदिरों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. वरुड को स्वतंत्रता संग्राम में अपने योगदान के लिए भी जाना जाता है. इसे ‘नागपुर का संतरा शहर’ भी कहा जाता है. अजित पवार ने वरुड में एक संतरा फार्म का दौरा भी किया. अजित पवार महिला और बाल अस्पताल के लिए आवंटित भूमि की समीक्षा भी करेंगे. इससे पहले, प्रफुल्ल पटेल ने विधायक देवेंद्र भुयार को क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए बधाई दी. भुयार के साथ अपनी दिल्ली बैठक का जिक्र करते हुए, पटेल ने कहा, जब भुयार दिल्ली आए, तो उन्होंने मुझसे और अजित पवार से संपर्क किया ताकि ‘संतरे के निर्यात’ के लिए बेहतर कीमतें सुनिश्चित की जा सकें, जो किसानों को लाभान्वित करेगी. प्रफुल्ल पटेल के प्रयासों को उजागर करते हुए उन्होंने कहा कि अगर किसी ने राज्य की ‘बहनों’ को वास्तव में एक मूल्यवान उपहार दिया है, तो वह अजित पवार हैं, जिन्होंने माझी लाडकी बहिण योजना के माध्यम से महिलाओं को सशक्त किया है. उन्होंने यह भी बताया कि वह अजित पवार की एनसीपी के साथ क्यों जुड़े, उन्होंने कहा कि हम इसलिए जुड़े क्योंकि उनके जैसा कोई नहीं है, जो काम को पहले रखता है. विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे विरोधी ‘अवसरवाद’ से प्रेरित हैं और हम इस बात से बेपरवाह हैं कि उनके कार्य हमारे जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं.
राकांपा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष सांसद प्रफुल पटेल के अध्यक्षता के तहत आयोजित इस जनसम्मान यात्रा में विधायक देवेंद्र भुयार व अमोल मिटकरी राकांपा के प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खोडके सहित पूर्व जिप उपाध्यक्ष संतोष महात्मे वसंत घुईखेडकर, सुरेश ठाकरे व प्रमोद पाटिल आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे. इस समय डेप्यूटी सीएम अजीत पवार के हाथों वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. प्रमोद पोद्दार, अस्पताल हेतु जमीन दान देने वाले डॉ. मिना बंदे व डॉ. सुधार बंदे तथा मालखेड के सरपंच विजय वडस्कर का सम्मान चिन्ह व पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया.
* बारिश ने डाला व्यवधान
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जनसम्मान सम्मेलन में एसटी बसों सहित निजी वाहनों के जरिए जिले के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में महिलाएं तथा राकांपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे. खुले मैदान में आयोजित इस सम्मेलन के जारी रहते समय भी अकस्मात बारिश शुुरु हो गई. जिससे आयोजन में थोडा व्यवधान पडा. वहीं आयोजन में उपस्थित महिलाओं ने कुर्सियों को अपने सिर के उपर पकडते हुए खुद को बारिश से बचाया.