मुझे आज भी ‘मातोश्री’ से आवाज आने का इंतजार
शिवसेना उबाठा से निष्कासित प्रीति बंड ने जतायी आस
* पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को असलियत समझ में आ जाने की बात कही
अमरावती /दि.3- विधानसभा चुनाव के समय कुछ लोगों द्वारा शिवसेना उबाठा के पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को कुछ अलग तरह की जानकारियां देकर एक तरह से भरमाने का काम किया गया था. लेकिन चुनावी नतीजे सामने आते ही पार्टी प्रमुख को जमीनी हकीकत का पता चल चुका है. ऐसे में मुझे पूरी उम्मीद है कि, मेरे और मेरे समर्थकों के खिलाफ की गई निष्कासन की कार्रवाई को पीछे लिया जाएगा तथा मुझे एक बार फिर ‘मातोश्री’ से बुलाया आएगा. इस आशय की उम्मीद शिवसेना उबाठा के खिलाफ बगावत कर बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लडने वाली प्रीति संजय बंड द्वारा जतायी गई है.
दैनिक अमरावती मंडल के साथ विशेष तौर पर बातचीत के दौरान उपरोक्त उम्मीद जताने के साथ ही प्रीति बंड ने कहा कि, उनके पति दिवंगत संजय बंड शुरुआत से ही एक सच्चे व कट्टर शिवसैनिक रहे. जिनके संपर्क में रहने के चलते वे भी हमेशा से ही शिवसेना के मूल सिद्धांतों के साथ जुडी रही और उन्होंने हमेशा ही शिवसेना व ठाकरे परिवार के प्रति अपनी निष्ठा बनाई रखी. किंतु इस बार विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कुछ ऐसा हुआ जिसकी वजह से उन्हें पार्टी के निर्णय से अलग राह पकडनी पडी, जो उस वक्त की जरुरत रहने के साथ ही बेहद जरुरी भी था. ताकि पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र की जमीनी हकीकत से रुबरु कराया जाये. प्रीति बंड के मुताबिक जाहीर है कि, पार्टी के खिलाफ कदम उठाने के चलते उन्हें पार्टी नेतृत्व द्वारा पार्टी से निष्कासित किया ही जाना था. लेकिन अब जिस तरह की स्थितियां है, उसे देखते हुए यह निश्चित है कि, पार्टी नेतृत्व को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना होगा. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि, उनकी और उनके समर्थकों की जल्द ही एक बार फिर शिवसेना उबाठा में वापसी होगी.
* किसी अन्य दल में प्रवेश करने का नहीं सोचा
इस बातचीत में प्रीति बंड का यह भी कहना रहा कि, शिवसेना उबाठा से निष्कासित कर दिये जाने और विधानसभा के चुनाव में उनके द्वारा शानदार प्रदर्शन किये जाने के बाद उन्हें कुछेक राजनीतिक दलों की ओर से पार्टी प्रवेश के प्रस्ताव भी मिले है. लेकिन उन्होंने अब तक किसी भी अन्य राजनीतिक दल में प्रवेश करने को लेकर सोचा भी नहीं है और वे शिवसेना उबाठा के साथ ही बने रहना चाहती है.
* सक्रियता तो पहले भी थी, आगे भी रहेगी
गत रोज ही प्रीति बंड ने शहर की बिगडती कानून व्यवस्था पर चिंता जताते हुए शहर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा. इस जरिए एक तरह से प्रीति बंड ने यह संकेत दिया कि, विधानसभा का चुनाव हार जाने के बावजूद वे घर पर नहीं बैठी है, बल्कि राजनीतिक तौर पर पूरी तरह से सक्रिय है. इस विषय पर बात करते हुए प्रीति बंड का कहना रहा कि, वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव में भी पराजीत होने के बाद वे अगले 5 साल बिल्कुल भी घर पर नहीं बैठी थी, बल्कि पूरा समय अपने निर्वाचन क्षेत्र में आम जनता के बीच थी. ठीक उसी तरह वे अब भी राजनीतिक व सामाजिक तौर पर सक्रिय रहते हुए जनता के हितों व अधिकारों की लडाई लडती रहेगी. उनके पति व पूर्व विधायक संजय बंड उन्हें यही विरासत सौंप गये है, जिसे आगे बढाना उनकी जिम्मेदारी है.
* अन्यथा मनपा चुनाव में स्वतंत्र तौर पर लेंगे हिस्सा
इस वार्तालाप के दौरान जब प्रीति बंड से यह जानने का प्रयास किया गया कि, यदि उनकी निकट भविष्य में शिवसेना उबाठा में वापसी नहीं होती है, तो मनपा चुनाव के समय उनकी क्या भूमिका रहेगी, तो प्रीति बंड का कहना रहा कि, यदि वाकई उन्हें ‘मातोश्री’ से कोई बुलावा नहीं आता है, तो उस स्थिति में किसी अन्य पार्टी में प्रवेश करने की बजाय वे स्थानीय स्तर पर कोई राजनीतिक मंच बनाते हुए मनपा के चुनाव में अपने प्रत्याशी खडे करेंगी. प्रीति बंड के मुताबिक अमरावती मनपा स्तर पर शहर की कई समस्याएं है. जिनकी ओर ध्यान दिया जाना बेहद जरुरी है. ऐसे में स्थानीय मुद्दों के आधार पर ही मनपा चुनाव लडा जाएगा. जिसके लिए उन्होंने अभी से ही अपनी ओर से तैयारियां करनी शुरु कर दी है. जिसके तहत मनपा के किस प्रभाग से कौन व्यक्ति योग्य प्रत्याशी हो सकता है, इसकी पडताल करने का काम जल्द ही शुरु किया जाएगा.