हिंदी-मराठी विवाद का मै पार्टी में मैं कारण नहीं बनना चाहती
इस लिए छोड रही हु अपना पद
पत्रवार्ता में पूर्व जिलाध्यक्ष नमिता तिवारी ने सुनाया दुखडा
अमरावती/दि.21– शिवसेना (शिंदे) गुट की पूर्व महिला जिला अध्यक्ष एड.नमिता तिवारी के जन्मदिन अवसर पर एक कार्यक्रम से लौटते समय खोलापुरी गेट थाना क्षेत्र के कालीमाता परिसर में प्रिती मिश्रा, मानसी मोहित साहु, व आम्रपाली चौधरी नामक तीन लोगों ने एड.नमिता तिवारी को रोक कर गाली गलौज करते हुए मारपीट की. जिसकी शिकायत तिवारी व्दारा खोलापुरी गेट में दर्ज कराई गई. वही आज एड. तिवारी ने बियाणी चौक स्थित अपने तिवारी निवास में बुधवार की दोपहर एक पत्रवार्ता में जानकारी देते हुए कहा कि मैं जब थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंची, तब शिंदे गुट का एक भी नेता या कार्यकर्ता मेरे साथ नहीं था. मुझे ऐसा लगता है कि मेरे वजह से पार्टी में हिंदी-मराठी विवाद बढ रहा है. क्योंकि विगत 4-5 महिनों से मुझ पर पद छोडने का दबाव आ रहा है. मेरे साथ अंदरुनी राजनिती खेली जा रही है. मुझे किसी न किसी तरह से बलि चढाने की कोशिश की जा रही है, जो मैं बनना नहीं चाहती, कुछ लोग जानबुझ कर मेरे साथ विवाद करना चाह रहे है. इसलिए मैं अपने पद से आज इस्तिफा दे रही हुं. एड. नमिता तिवारी ने पत्रवार्ता में यह भी कहा कि मैं हमेशा हिंदुत्व के लिए खडी थी, इसलिए सदैव हिंदुत्व का काम करते रहुंगी.
मेरी नियुक्ति स्वयं कैप्टन अडसुल ने की- एड. नमिता तिवारी ने बियाणी चौक स्थित अपने निवास में पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल भर से मैं सभी हिंदू महिला कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भरकर अपनी पार्टी को बढाने मं सतत कार्य कर रही थी. मेरे कार्य को देखते हुए स्वयं कैप्टन अभिजीत अडसूल ने मेरी नियुक्ती जिला पदाधिकारी के रुप में की, परंतु यह नियुक्ती यहीं के कुछ लोगों को चुभने से उन्होनें पार्टी के अंदर ही रोज-रोज कलह शुरू कर दिया. लोकल अमरावती में चुनाव पूर्व हिंदी- मराठी वाद निर्माण करके यहां की हिंदू एकता को सेंध लगाने की साजिस कर दी.
पवित्र वातावरण को दूषित करने का प्रयास- एड. नमिता तिवारी यह भी कहा कि पार्टी के अंतर्गत कलह ने कल शाम मेरे साथ वह किया जो किसी भी स्वाभिमानी हिंदू महिला को कभी भी स्वीकार नहीं होगा. मेरे खिलाफ साजिश रचकर समाज की ही एक महिला क हाथों मुझे अपमानित किया जा रहा है. शिंदे शिवसेना और उसके कुछ कार्यकर्ता अमरावती के पवित्र वातावरण को दूषित करने का काम कर रहे है. लाख प्रयत्न के बावजूद पार्टी की केंद्रीय समिती इन बातों को नजर अंदाज कर रही है. हिंदू समाज में एकता की बजाए विघटन का कार्य हो रहा है. इन परिस्थितीयों को देखते हुए मैं चाहकर भी पार्टी के लोकसभा उम्मीदवार को आने वाले चुनाव में हार से नहीं बचा सकती. इसी लिए अपना पद छोडने की बात भी पत्रवार्ता के दौरान एड. नमिता तिवारी ने कही.
किसी पार्टी में जाने या चुनाव लडने का निर्णय नहीं – एड. नमिता तिवारी ने पत्रवार्ता को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि मैं शिवसेना के बाद किसी अन्य पार्टी में जाने का या किसी भी अन्य पार्टी से चुनाव लडने का निर्णय नहीं लिया है. मैं सदैव हिंदूत्व के लिए कार्य करती रहुगीं.