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पहले का पता नहीं, अब जो भी होगा दुरुस्त होगा, विरोध की फिक्र नहीं

मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी का दो टूक कथन

अमरावती/दि.3 – इससे पहले शहर में साफ-सफाई सहित अन्य बातों को लेकर कामकाज का तरीका क्या हुआ करता था. इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है और मैं वह सबकुछ जानना भी नहीं चाहती. मेरा काम करने का अपना एक तरीका है और मैं उसी तरीके से काम करती भी हूं और करवाती भी हूं. इसमें भले ही कई बार मुझे विरोध का सामना भी करना पडता है, लेकिन आगे चलकर जब उस काम के बेहतर नतीजे सामने आते है, तो विरोध करने वाले लोग भी सराहना करने लगते है. ऐसे में काम करते वक्त मैं किसी भी तरह के विरोध की फिक्र नहीं करती. आज तक अमरावती में जो कुछ नहीं हुआ, वह अब हो रहा है. इसे आप देर आये दुरुस्त आये भी कह सकते है. इस आशय का दो टूक प्रतिपादन मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी ने किया.
बता दें कि, अमरावती महानगरपालिका में उपायुक्त पद का जिम्मा संभालते ही माधुरी मडावी ने शहर में कुछ इस तरह से काम करना शुरु किया कि, आज हर ओर केवल ‘मडावी मैडम’ के नाम की ही चर्चा चल रही है. विशेष उल्लेखनीय है कि, गत रोज उपायुक्त मडावी अपने पूरे लावलष्कर के साथ शहर के पश्चिमी क्षेत्र में स्थित यास्मीन नगर परिसर पहुंच गई. जहां पर उन्होंने सडकों के दोनों ओर रहने वाले अतिक्रमण को हटाने के साथ ही पूरी तरह से चोकअप हो चुकी नालियों को भी साफ कराया और कई स्थानों पर लगभग बंद हो चुकी नालियों की दोबारा खुदाई करवाते हुए गंदे पानी की निकासी को सुचारु करवाया. ऐसे में कल सुबह से ही यास्मीन नगर परिसर में दै. अमरावती मंडल की टीम ने खुद उपस्थित रहते हुए उपायुक्त माधुरी मडावी के कामकाज को बेहद नजदीक से देखा तथा ग्राउंड रिपोटींग करते हुए उपायुक्त मडावी से विशेष तौर पर बातचीत भी की. इस समय अपने मातहतों को कामकाज के संदर्भ में जरुरी दिशा-निर्देश देने के साथ ही उपायुक्त माधुरी मडावी ने दै. अमरावती मंडल द्वारा पूछे गये सभी सवालों का खुलकर जवाब दिया.

* ट्रान्सफर बेहद जरुरी, खुद मेरे 16 साल में 18 ट्रान्सफर
अपने काम के तरीके को लेकर बात करते हुए उपायुक्त माधुरी मडावी ने कहा कि, वे दोपहर होने का इंतजार करने की बजाय रोजाना सुबह से ही अपने कामकाज की शुरुआत करती है. उनकी कोशिश होती है कि, फिलहाल सामने जो समस्याएं दिखाई दे रही है, उन समस्याओं को पहले सुलझाने और सुधारने पर पूरी प्राथमिकता होती है. वे अपना काम प्रभावी तरीके से करने में भरोसा रखती है. फिर चाहे उसका अंजाम कुछ भी हो, शायद यहीं वजह है कि, 16 वर्ष की नौकरी में उनके 18 बार ट्रान्सफर हुए. लेकिन वे इससे भी खुश है. क्योंकि लगातार होने वाले ट्रान्सफरों की वजह से उन्हें पूरे महाराष्ट्र में घुमने का मौका मिला और काम करने को लेकर उनका अनुभव और भी अधिक बढा. ट्रान्सफर को लेकर उपायुक्त मडावी का कहना रहा कि, इसे सकारात्मक दृष्टिकोण से देखे जाने की जरुरत है. क्योंकि यदि एक व्यक्ति लंबे समय तक एक ही स्थान पर टीका रहता है, तो काम में काफी हद तक नीरसता आ जाती है. वहीं ट्रान्सफर के बाद नई नियुक्ति वाले स्थान पर व्यक्ति काफी जोशपूर्ण तरीके से काम करता है. यहीं वजह रही कि, उन्होंने अमरावती आते ही कई वर्षों से एक ही स्थान पर टीके ज्येष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षकों व स्वास्थ्य निरीक्षकों के तबादले किया. जिसकी वजह से काम गतिमान हुआ है.

* आज विरोध करने वाले कल समर्थन में भी आते है
विशेष उल्लेखनीय है कि, गत रोज यास्मीन नगर परिसर में नालियों की सफाई और अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई के चलते परिसरवासियों के साथ उपायुक्त मडावी की कुछ हद तक तूतूमैंमैं भी हुई और कुछ चुनिंदा लोग इस कार्रवाई का विरोध भी करते देखे गये. इस बारे में पूछे जाने पर उपायुक्त मडावी का कहना रहा कि, उन्हें इन तमाम बातों की आदत हो गई है और यह एक तरीके से उनके काम का हिस्सा ही है. जिसे लेकर वे बहोत ज्यादा नहीं सोचती. उनका स्पष्ट मानना है कि, दुरगामी सोच और जान का अभाव रहने के चलते लोगबाग प्रशासन की ओर से की जाने वाली कार्रवाई का विरोध करते है. लेकिन जब उसी काम के बेहतर और सार्थक नतीजे सामने आते है और लोगों को सुविधा होने लगती है, तब विरोध करने वाले लोग ही उस काम का सपोर्ट करने लगते है.

* अपनों से कैसा डर, सुरक्षा की कोई जरुरत नहीं
यहां यह बताना बेहद लाजमी है कि, शहर के पश्चिमी क्षेत्र में अमूमन कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने हेतु जाने से बचता रहता है. परंतु मनपा उपायुक्त मडावी करीब 20 साल के इतिहास में मनपा की पहली ऐसी अधिकारी रही, जो गत रोज बेधडक ही पश्चिमी क्षेत्र के यास्मीन नगर में कार्रवाई करने हेतु पहुंच गई. इसमें भी खास बात यह रही कि, उपायुक्त मडावी के आसपास कोई सुरक्षा घेरा भी नहीं था और वे अकेले ही तमाम लोगों के बीच खडी रहकर अतिक्रमण को हटाने व नालियों के गतिरोध दूर करने की कार्रवाई करवा रही थी. इस बारे में पूछे जाने पर उपायुक्त माधुरी मडावी का कहना रहा कि, उन्हे अपने लिए कभी किसी तरह की सुरक्षा जैसी जरुरत महसूस नहीं होती. उनका मानना है कि, सब अपने ही लोग है और अपने लोगों से कैसी व किस तरह की सुरक्षा.

* नागरिकों ने भी खुद अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए
इस बातचीत के दौरान मनपा उपायुक्त माधुरी मडावी ने यह सभी कहा कि, साफ-सफाई बनाए रखना और सडकों के किनारे अतिक्रमण नहीं करना यह एक तरह से प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है. यदि हर कोई अपनी इस जिम्मेदारी का सही तरीके से निर्वहन करता है, तो मनपा को किसी भी इलाके में कार्रवाई करने की जरुरत ही नहीं पडेगी और हर एक व्यक्ति को सुविधा भी होगी. लेकिन जब लोगबाग ऐसा नहीं करते है, तब लोगों की सुविधा के लिए ही मनपा को आगे आकर कार्रवाई करनी पडती है. जिसका जाने अनजाने या कुछ लोगों के उकसाने पर लोगों द्वारा शुरुआत में विरोध किया जाता है. लेकिन जब उसी कार्रवाई की वजह से लोगों को सुविधा होने लगती है, जब सभी लोग उस काम की तारीफ और सराहना भी करते है.

* यास्मीन नगरवासियों ने मडावी मैडम को किया सलाम
कल लगभग पूरा दिन चली कार्रवाई के शुरु होते ही सुबह के वक्त यास्मीन नगर परिसर के कुछ लोगों द्वारा मनपा के पथक की कार्रवाई का विरोध किया गया. लेकिन उपायुक्त मडावी के सामने किसी भी व्यक्ति के विरोध की एक न चली और किसी के विरोध की कोई सुनवाई भी नहीं हुई. जिसके चलते मनपा के पथक में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के हौसले बुलंद रहे. ऐसे में देखते ही देखते कई नालियों की खुदाई करते हुए गंदे पानी की निकासी को सुचारु कर दिया गया. वहीं कई छोटे-बडे अतिक्रमण भी साफ कर दिये गये. जिससे परिसर की सडके चौडी नजर आने लगी. इसके बाद यास्मीन नगर परिसरवासियों ने उपायुक्त माधुरी मडावी के हौसले व जज्बे की सराहना करते हुए उनके द्वारा किये जा रहे कामों को सलाम भी किया. इस कार्रवाई के दौरान उपायुक्त माधुरी मडावी के साथ सहायक आयुक्त भूषण पुसतकर व विवेक देशमुख, वैद्यकीय अधिकारी डॉ. अजय जाधव, अतिक्रमण पथक प्रमुख योगेश कोल्हे व श्याम चवरे तथा ज्येष्ठ स्वास्थ्य निरीक्षक राजेश राठोड सहित अतिक्रमण एवं स्वच्छता विभाग के अनेकों कर्मचारी भी मौजूद रहे.

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