जाना था मुंबई, पहुंचा दिया पुणे
अमरावती के राजा ट्रैवल्स की अजीबो गरीब करामात
* मुंबई पहुंचने में हुई देरी से दो युवतियों का इंटरव्यू छूटा
* गलमी मानने की बजाय ट्रैवल्स संचालक दे रहा नियमों का हवाला
* टिकट बुक करते समय पैसेंजर की ही गलती को बताया जिम्मेदार
अमरावती/दि.21 – विगत 19 अगस्त की शाम परतवाडा निवासी दो युवतियां अमरावती स्थित राजा ट्रैवल्स की बस में सवार होकर अमरावती से मुंबई जाने हेतु रवाना हुई थी. इस हेतु कराई गई बुकिंग की एवज में दोनों युवतियों को दी गई टिकट मेें साफ उल्लेखीत था कि, 19 अगस्त की शाम 7 बजे अमरावती के वेलकम प्वॉईंट से रवाना होने वाली राजा ट्रैवल्स की बस 20 अगस्त की सुबह 7.40 बजे मुंबई के चेंबूर पहुंचेगी. परंतु हैरत अंगेज तरीके से यह बस अगले दिन सुबह 9 बजे मुंबई की बजाय पुणे पहुंची और वहां से बस में सवार मुंबई जाने वाले यात्रियों को किसी अन्य बस के जरिए मुंबई भेजा गया. ऐसे में उक्त दोनों युवतियों सहित अन्य यात्री दोपहर करीब एक-डेढ बजे के आसपास मुंबई पहुंचे. विशेष यह था कि, परतवाडा निवासी उक्त दोनों युवतियां युके स्थित एक मल्टिनैशनल कंपनी में साक्षात्कार देने हेतु मुंबई रवाना हुई थी. परंतु ट्रैवल्स संचालक की मनमानी व गलती की वजह से मुंबई पहुंचने में हुई देरी के चलते वे दोनों युवतियां उक्त साक्षात्कार में शामिल होने से वंचित रह गई. साथ ही उन्हें बिना वजह ही मानसिक और शारीरिक परेशानी झेलनी पडी.
हैरत व कमाल की बात यह है कि, उक्त दोनों युवतियों के परिजनों द्वारा इस संदर्भ में दैनिक अमरावती मंडल को सूचित किये जाने के बाद जब जानकारी हेतु राजा ट्रैवल्स के संचालक चंदासेठ से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सबसे पहले यह कहते हुए पल्ला झाडने का प्रयास किया कि, उनकी वेबसाइड पर पहले से ही यह लिखा हुआ है कि, उनकी बस अमरावती से पुणे जाती है और वहां से मुंबई जाने वाले पैसेंजरों को क्रॉसिंग के तहत दूसरी बस के जरिए मुंबई भेजा जाता है. लेकिन जब राजा ट्रैवल्स के संचालक चंदासेठ से यह सवाल पूछा गया कि, उक्त दोनों युवतियां को दी गई टिकट पर ऐसा कोई उल्लेख नहीं है और बस के वाया कारंजा होते हुए मुंबई जाने की बात लिखी गई है. साथ ही शाम 7 बजे अमरावती से छुटने वाली बस के अगले दिन सुबह 7.40 बजे मुंबई पहुंचने की बात लिखी गई है, तो वाया पुणे होते हुए पैसेंजर क्यों भेजे गये और वाया पुणे होते हुए अगले दिन सुबह 7.40 बजे तक पैसेंजर मुंबई कैसे पहुंच सकते है, तो इस बात का चंदा सेठ के पास कोई जवाब नहीं था. बल्कि विशेष उल्लेखनीय है कि, चंदा सेठ ने बस व मोटर ट्रान्सपोर्ट एसोसिएशन के एक पदाधिकारी के जरिए प्रस्तुत प्रतिनिधि को फोन कॉल करवाते हुए दबाव डालने का भी प्रयास किया और उस पदाधिकारी का कहना रहा कि अव्वल तो इस विषय को लेकर अखबार में खबर छापने से कुछ भी हासिल नहीं होगा. साथ ही अगर पैसेंजर को मुंबई पहुंचने की इतनी जल्द थी, तो उन्होंने ट्रैवल्स बस के जरिए मुंबई जाना ही नहीं चाहिए था. क्योंकि ट्रैवल्स बस का कोई निश्चित टाइम टेबल तो होता नहीं और कभी कभार गंतव्य स्थल तक पहुंचने में थोडी बहुत देरी तो हो ही जाती है. यानि कुलमिलाकर राजा ट्रैवल्स के संचालक तथा बस व मोटर ट्रान्सपोर्ट एसो. के उक्त पदाधिकारी खुद पर कोई भी जिम्मेदारी लेने हेतु तैयार नहीं दिखे, बल्कि अपने नियमों का हवाला देते हुए पूरा ठिकरा उन दोनों युवतियों व अन्य यात्रियों पर ही फोड दिया.
* ग्राहक मंच में जाने की तैयारी कर रही दोनों युवतियां
इस बीच पता चला है कि, राजा ट्रैवल्स के संचालक की मनमानी और गलत बयानी के चलते मुंबई पहुंचने में हुई देरी की वजह से एक मल्टिनैशनल कंपनी का इंटरव्यू देने से चूक गई दोनों युवतियां और उनके परिवारों द्वारा अब इस पूरे मामले को लेकर ग्राहक मंच में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है. जिसके चलते सबूत के तौर पर राजा ट्रैवल्स की ओर से उक्त दोनों युवतियों को दिये गये अमरावती वाया कारंजा मुंबई की शाम 7 बजे अमरावती से डिपार्चर व सुबह 7.40 बजे मुंबई में अराइवल वाली टिकट को पेश किया जाएगा. साथ ही साथ अमरावती से मुंबई भेजने की बजाय अमरावती से पुणे भेजते हुए वहां से क्रॉसिंग के नाम पर किसी अन्य बस के जरिए मुंबई भेजे जाने की अजीबो गरीब कहानी सुनाई जाएगी.
– राजा ट्रैवल्स द्वारा दोनों युवतियों को दी गई ऑनलाइन टिकट.
– राजा ट्रैवल्स द्वारा दिया गया अपनी वेबसाइड का हवाला.