संत भूमि, कर्म भूमि, मातृभूमि का ऋण अदा करने आयी हूं
महायुति उम्मीदवार सुलभा खोडके की आशीर्वाद पदयात्रा से घडी का माहौल
* गाडगे नगर, राधा नगर, सदिच्छा कालोनी, विनायक नगर, पलाश लाइन संजीवनी कालोनी में आवाहन
अमरावती/दि.10– अमरावती के लोगों को स्वच्छ हवा, भरपूर जलापूर्ति, सीवेज के पानी का प्रक्रिया कर पुन:उपयोग, जमीन के जलस्त्रोत अतिक्रमण मुक्त और प्रदूषण मुक्त करना, घट रहे भूजल स्तर को रोकना आदि बातों की पूर्ति हेतु आपका सातत्यपूर्ण सहयोग की अपेक्षा सुलभा खोडके ने व्यक्त की. वे अपनी जनआशीर्वाद पदयात्रा दौरान वोटर्स से संवाद कर रही थी. महायुति की उम्मीदवार सुलभा खोडके ने राधा नगर, सदिच्छा कालोनी, विनायक नगर, नारायण नगर में लोगों से संवाद किया.
सुलभा खोडके ने कहा कि, शहर की सभा इमारतों पर रेन वॉटर हार्वेस्टींग को प्राथमिकता दी जाएगी. हवा में कार्बन अधिक शोषित करने के लिए प्रभागों में पौधारोपण किया जाएगा और हरित व पर्यावरणपूरक निर्माण को प्राथमिकता दी जाएगी. कचरे की समस्या कम करने, खाद प्रकल्प क्रियान्वित करने, प्रबंधन यंत्रणा आधुनिक उपकरणों के साथ सडक किनारे नालियों में शोष गड्डे कर बहने वाला पानी जमीन में वापिस डालने का प्रयत्न होगा. सुलभा खोडके ने 20 नवंबर को घडी निशानी का 4 नंबर का बटन दबाकर अमरावती का विकास का चक्र गतिमान रखने की अपील मतदाताओं से की.
सुलभा खोडके ने कहा कि, जनसामान्य ने उनसे जो अपेक्षाएं रखी थी, उन्हें पूर्ण करने का प्रयत्न किया है. उन्होंने आनंद कालोनी, भाउ कालोनी में लोगों से संवाद किया और कहा कि, आप लोगों का आशीर्वाद सदैव मिलता रहा है. शाश्वत विकास के उद्देश्य पूर्ण करने नीतिगत स्तर पर काम करते हुए पर्यावरण स्थिरता को साध्य करना, ऐसी नीतियों को सतत क्रियान्वित करना होगा. इसीलिए दीर्घकालीन नियोजन करने पर उनका जोर रहा है.
महायुति प्रत्याशी सुलभा संजय खोडके ने पलाश लाइन, संतोष भुवन लाइन, पूनम फोटो स्टूडियो, सत्यदेव फर्निचर परिसर में जनसंपर्क और संवाद करते हुए आम लोगों के आशीर्वाद प्राप्त किये. इस समय सौभाग्यवतियों ने सुलभा खोडके का कुमकुम तिलक कर आरती उतारकर स्वागत किया. आम लोगों की तकलीफों की जानकारी व समझ रहने वाली सुलभा खोडके ने अमरावती में विकास कार्यों की झडी लगाने वाले जनप्रतिनिधि के रुप में छवि बनाई है. उन्होंने नामदेव महाराज गली, ठाकरे मेडिकल लाइन, संजीवनी कालोनी में भी स्थानीय लोगों से संवाद किया. सुलभा खोडके को ही मतदान करने का आवाहन किया गया. उसी प्रकार सुलभा खोडके ने कहा कि, संत भूमि, कर्म भूमि समझकर मातृभूमि का ऋण चुकाने के लिए वे आयी है. उनकी इस आशीर्वाद पदयात्रा में बडी संख्या में वरिष्ठ नागरिक, माताएं-बहनें और युवक-युवतियां बडी संख्या में उत्साह से सहभागी हुए.