अमरावती/दि.19– विगत 23 अप्रैल को एक खबर सामने आयी थी कि, अमरावती संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में विकास कामों के लिए विगत तीन वर्षों के दौरान 7 करोड रूपये की विकास निधी मंजूर हुई है. जिसमें से सांसद नवनीत राणा द्वारा केवल 3 करोड 50 लाख 34 हजार रूपये के ही काम किये गये और वे विकास निधी खर्च करने में पिछड गई है. किंतु इसे लेकर अब सांसद नवनीत राणा ने सरकारी दस्तावेजों के साथ विस्तृत ब्यौरा देते हुए पाई-पाई का हिसाब बताया है. साथ ही कहा है कि, उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के लिए प्राप्त विकास निधी का सरकारी नियमानुसार बराबर खर्च किया है और विगत वर्ष में आवंटित निधी के लिए अभी प्रस्ताव मिलना बाकी है.
इस संदर्भ में जिला प्रशासन द्वारा सांसद निधी के खर्च को लेकर तैयार किये गये दस्तावेज को उपलब्ध कराते हुए सांसद नवनीत राणा ने बताया कि, अमरावती संसदीय क्षेत्र के लिए वर्ष 2019-20 हेतु कुल 5 करोड रूपये की सांसद निधी प्राप्त हुई थी. जिसमें से 1 जनवरी 2020 को 2.50 करोड तथा 25 मार्च 2021 को 2.50 करोड की निधी प्राप्त हुई. इसमें से 4 करोड 87 लाख रूपये के कामों को प्रशासकीय मान्यता प्राप्त हुई है. 3 करोड 50 लाख 34 हजार रूपये का वितरण पूर्ण हो चुके कामों या प्रगतिपथ पर रहनेवाले कामों के लिए किया गया. सांसद नवनीत राणा ने बताया कि, कुल 5 करोड रूपयों की निधी में से 2 प्रतिशत यानी 10 लाख रूपये की निधी प्रशासकीय खर्च के लिए आवंटित व आरक्षित रखी गई थी और प्रशासन द्वारा 4 करोड 90 लाख रूपये की निधी को ही प्रशासकीय मान्यता दी गई. इसमें से शेष रहनेवाली निधी का वर्गीकरण करते हुए एससी संवर्ग के लिए 1 करोड 18 लाख, एसटी संवर्ग के लिए 75 हजार तथा अन्य के लिए 37 हजार 800 रूपये की निधी का आवंटन किया गया और वर्ष 2019-20 की विकास निधी में से कोई पैसा शेष नहीं बचा.
* कोविड काल में नहीं मिली थी विकास निधी
सांसद नवनीत राणा द्वारा सांसद निधी के संदर्भ में सरकारी दस्तावेज पेश करते हुए बताया गया कि, सन 2020-21 में कोविड-19 का संक्रमण जारी रहने के दौरान सांसद निधी के तहत एक रूपया भी प्राप्त नहीं हुआ था. बल्कि सभी सांसदों की विकास निधी को कोविड संबंधी कामों में खर्च किया गया था. वहीं वर्ष 2021-22 के लिए आर्थिक वर्ष के अंत में 24 मार्च 2022 को 2 करोड रूपये की विकास निधी प्राप्त हुई है. जिसे लेकर संबंधित महकमों से बजट एवं प्रस्ताव मंगाना शुरू किया गया है. जिसके उपरांत इस विकास निधी को आवश्यक कामों के लिए खर्च किया जायेगा. ऐसे में इसे अखर्चित निधी नहीं कहा जा सकता.
* ‘उस’ खबर में कोई दम नहीं
सांसद नवनीत राणा द्वारा अपनी विकास निधी को लेकर उपरोक्त ब्यौरा पेश करते हुए बताया गया कि, जिले की सांसद निर्वाचित होने के बाद पहले वर्ष में उन्हें 5 करोड रूपये की विकास निधी मिली थी. जिसे नियमानुसार पुरी तरह खर्च किया गया और उस विकास निधी में से कोई पैसा शेष नहीं बचा है. कार्यकाल के दूसरे वर्ष में उन्हें अमरावती जिले के लिए कोई विकास निधी नहीं मिली और कार्यकाल के तीसरे वर्ष के दौरान आर्थिक वर्ष 2021-22 के आखिर में मार्च माह के दौरान 2 करोड रूपये की निधी प्राप्त हुई है. जिसे मिले हुए अभी केवल डेढ माह का ही समय हुआ है और इस निधी को विकास कामों पर खर्च करने के लिए प्रस्ताव एवं बजट बनाये जा रहे है. ऐसे में इसे निधी का बचा रहना या खर्च में पिछड जाना नहीं कहा जा सकता. अत: इस विषय को लेकर बीते दिनों सामने आयी खबर में कोई तथ्य नहीं है.