मैंने ‘फुकट’ व ‘अगाउ’ धंधे बंद किये, मैं अब सभा के पैसे लूंगा
वर्धा के कराले गुरुजी ‘गुस्साये’
वर्धा/दि.5 – सोशल मीडिया के जरिए जबर्दस्त चर्चा में आये कराले गुरुजी यानि नीलेश कराले अब तक महाविकास आघाडी, विशेषकर शरद पवार गुट वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जबर्दस्त समर्थन में दिखाई दिया करते थे और लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने मविआ प्रत्याशियों के प्रचार हेतु कई सभाओं को संबोधित भी किया था. लेकिन अब शायद कराले गुरुजी का राजनीति व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से काफी हद तक मोहभंग हो चुका है. क्योंकि आज सोशल मीडिया पर जारी किये गये अपने एक वीडियो में कराले गुरुजी काफी गुस्साए व तमतमाए नजर आये. जिन्होंने साफ तौर पर कहा कि, अब उन्होंने राजनीतिक दलों व चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों के लिए फुकट व अगाउ धंधे करना बंद कर दिया है तथा अब यदि कोई उन्हें अपने प्रचार हेतु बुलाना चाहता है, तो उसे उन्हें फिस के तौर पर पैसे अदा करने होंगे.
अपने द्वारा सोशल मीडिया पर जारी किये गये वीडियो में कराले गुरुजी ने कहा कि, उन्होंने लोकसभा चुनाव में खुद अपनी जेब से करीब साढे तीन लाख रुपए खर्च करते हुए वर्धा संसदीय क्षेत्र में मविआ प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार किया था. क्योंकि वे महाविकास आघाडी के समर्थक है और अब भी चाहते है कि, राज्य में महाविकास आघाडी की सरकार ही बने. लेकिन उन्होंने पाया कि, जब वे मविआ का प्रचार करते हुए मोदी, शाह, योगी व फडणवीस जैसे भाजपा नेताओं सहित महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते है, तो उन्हें ही महायुति के समर्थकों की ओर से जमकर गालियां सुननी पडती है, तब उन्हें गालियों से बचाने के लिए मविआ का कोई नेता नहीं आता. यानि अपना मतलब निकल जाने के बाद मविआ के नेताओं द्वारा उन्हें भुला दिया जाता है. ऐसे में मविआ के लिए फुटक हमाली करने का कोई मतलब नहीं है. यहीं वजह है कि, उन्होंने अब यह तय कर लिया है कि, वे मविआ की प्रचार सभाओं को संबोधित करने के लिए बाकायदा एक निश्चित फिस लेंगे और जो उन्हें फिस देकर बुलाएगा, उसका ही प्रचार करने जाएंगे.
अपने इस वीडियो ने कराले गुरुजी ने यह भी कहा कि, उन्होंने शरद पवार गुट वाली राकांपा से खुद के लिए वर्धा विधानसभा क्षेत्र छोडे जाने की मांग की थी. लेकिन राकांपा द्वारा ऐसा नहीं किया गया. यह उनके साथ सीधे तौर पर अन्याय है. इस बात से वे जल्द ही राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करते हुए अवगत कराएंगे. साथ ही कराले गुरुजी ने अपने वीडियो में यह भी कहा कि, जो व्यक्ति आम जनता के काम में आये, उसे ही विधायक चुना जाना चाहिए और ऐसे व्यक्ति के पक्ष में मतदान करते समय जाति, धर्म व पार्टी का भेद भी नहीं देखा जाना चाहिए. कराले गुरुजी के मुताबिक मतदाताओं ने अच्छे व सच्चे प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करते हुए अपने राष्ट्रीय कर्तव्य को पूरा करना चाहिए.