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मैं या आनंदराव लडेंगे लोकसभा

अमरावती क्षेत्र शिवसेना का दुर्ग है और कायम रहेगा

* कैप्टन अभिजीत अडसूल का दावा
* सीएम शिंदे शीघ्र आएंगे अमरावती
अमरावती/दि.14- दर्यापुर के पूर्व विधायक और शिवसेना शिंदे गट के राष्ट्रीय सचिव कैप्टन अभिजीत अडसूल ने अमरावती की आरक्षित लोकसभा सीट पर शिवसेना का ही दावा रहने की बात कहते हुए उनके अथवा उनके पिता आनंदराव अडसूल व्दारा लोकसभा चुनाव लडने की घोषणा कर दी. सर्किट हाउस पर मीडिया से बातचीत में कैप्टन अडसूल ने दावा किया कि अमरावती के सभी दलों के नेताओं-पदाधिकारियों के वे संपर्क में हैं. यहां के लोग उन्हें और आनंदराव को अमरावती से चुनाव लडने के लिए लगातार संपर्क कर रहे हैं. उन्होंने पूछने पर भी किसी नेता का नाम नहीं बताया. अडसूल शिवसेना शिंदे गट के पदाधिकारियों की बैठकों के सिलसिले में अमरावती आए हैं. पत्रकार वार्ता में उनके साथ जिला प्रमुख अरुण पडोले, गोपाल अरबट पाटिल, महानगर प्रमुख संतोष बद्रे आदि उपस्थित थे.
* 3 साल पहले बता दिया टूटेगी शिवसेना
शिवसेना के उद्धव ठाकरे से नाता तोडनेवाले वे कमोबेेश पहले लीडर हैं. क्योंकि उद्धव ने आनंदराव अडसूल के दो ऑपरेशन होने तथा 70 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद एक बार भी पूछ परख नहीं की, बल्कि उनके व्दारा फोन किए जाने पर बात भी नहीं की. ऐसे ही ईडी और अन्य जांच एजेंसियों की जांच अडसूल के विरुद्ध लगाने पर शिवसेना ने कोई सपोर्ट या साथ नहीं दिया. युवा नेता ने दावा किया कि उद्धव ठाकरे के रवैये के वजह से उन्होंने 3 साल पहले ही बता दिया था कि शिवसेना टूटेगी. उन्होंने संख्या भी बता दी थी कि 40 विधायक उद्धव ठाकरे का साथ छोडेंगे.
* अमरावती के दौरे होते रहे हैं
जब उनसे पूछा गया कि वे और उनके पिता आनंदराव चुनाव के पश्चात अमरावती को छोडकर चले गए और अब चुनाव का समय नजदीक आने पर यहां आ रहे हैं, सक्रिय हुए हैं. तो युवा अडसूल ने कहा कि वे अमरावती विशेषकर दर्यापुर आते रहे हैं. यहां के कार्यकर्ताओं से बराबर संपर्क में है. उनके काम और समस्याएं हल करने का प्रयत्न करते रहे हैं. हर बात की प्रसिद्धी नहीं की. इसलिए तो अमरावती के कई वर्तमान और पूर्व मंत्री, विधायक आदि उन्हें और आनंदराव को फोन कर यहां से लोकसभा लडने के लिए कह रहे हैं. यहां सेना का संगठन मजबूत है. आनेवाले दिनों में सेना के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शिंदे गट में ही नजर आने का दावा उन्होंने किया.
* अजीत वित्त मंत्री है तो कोई फर्क नहीं
अभिजीत अडसूल को अनेक प्रश्न किए गए. उन्होंने सभी के उत्तर दिए. जब उनसे पूछा गया कि अजीत पवार व्दारा फंड नहीं देने की वजह से शिवसेना टूटी, अब पुन: पवार न केवल सरकार में है बल्कि वे ही वित्त मंत्री बनने जा रहे हैं. तो अडसूल ने कहा कि, उस समय सीएम ठाकरे थे जो अपने ही विधायकों की शिकायतों पर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रहे थे. अब एकनाथ शिंदे सीएम हैं. फडणवीस उपमुख्यमंत्री है. जिससे सेना विधायकों को कोई शिकायत नहीं रहेगी. उसी प्रकार शिंदे के नेतृत्व पर विश्वास करके ही यह लोग इधर आए हैं. वह भरोसा कायम है.
* सीटों का कर लेंगे संतोषजनक बंटवारा
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में महायुति के बाजी मारने का दावा कर कैप्टन अडसूल ने कहा कि, सीटों का वितरण कर लिया जाएगा. अमरावती शिवसेना का लोकसभा में गढ रहा है. इसलिए इस सीट पर शिवसेना का दावा रहेगा और यहां से धनुष्य बाण का ही प्रत्याशी होगा, जो बेशक लोकसभा पहुंचेगा.
* 215 विधायकों का समर्थन
अडसूल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हाल के वर्षो में इतने विधायकों के समर्थन की सरकार महाराष्ट्र में नहीं रही. शिंदे सरकार को अब 215 से अधिक विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इसलिए सरकार अस्थिर बताने वालों पर उन्हें हंसी आती है. सेना उबाठा नेता संजय राउत का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि, अनर्गल आरोप राउत लगाते रहे हैं.
* एकनाथ शिंदे आएंगे अमरावती
अमरावती में शिवसेना की प्रत्येक गांव में शाखा होने के साथ बूथ लेवल तक पार्टी पहुंची है. सभी तहसीलों में भी पार्टी का दबदबा हैं. वे आज कार्यकर्ताओं पदाधिकारियों से मिलने आए हैं. शीघ्र ही मुख्यमंत्री शिंदे भी अमरावती का दौरा करेंगे.
* जाति प्रमाणपत्र का विषय कोर्ट में
अमरावती के मौजूदा सांसद की जाति प्रमाणपत्र के विषय पर शिवसेना नरम हो जाने के आरोप को खारिज करते हुए अडसूल ने कहा कि, यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में है इसलिए इस पर कोई टिप्पणी नहीं हो सकती. हाईकोर्ट ने प्रमाणपत्र रद्द करने का निर्णय दिया था.

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