परतवाडा/दि.16– करीब दो माह तक चलनेवाले सबसे बडे बहिरम मेले में फिर से तमाशा की ढोलकी व घुंगरु के स्वर सुनने की उम्मीद शौकीनों में जाग उठी थी, लेकिन पूर्व विधायक बच्चू कडू ने अपनी अडिग भूमिका व्यक्त करते हुए बहिरम में तमाशे को नो एंट्री रहने की बात कही.
मध्यप्रदेश की सीमा पर बसा बहिरम बाबा का मंदिर लाखों श्रद्धालओं का श्रद्धास्थान है. इस तरह की मनोकामना पूर्ण करने की भक्तों में मान्यता है. समूचे राज्य में बडी यात्रा के रुप में प्रख्यात बहिरम यात्रा पिछले कई दशकों से परंपरागत रुप से चली आ रही है. आगामी 20 दिसंबर से बहिरम यात्रा शुरु होगी. यात्रा में कुछ सालों पूर्व तमाशों में घुंगरु की आवाज गूंजती थी. लेकिन इन तमाशों में अश्लीलता आने से पूर्व विधायक बच्चू कडू ने प्रशासन की मदद से तमाशों पर पाबंदी लगा दी. जिस वक्त तमाशे चलते थे, उस वक्त चोरी के मामले भी उजागर होते थे. कई लोगों को अश्लील कृत्य करते हुए भी पकडा गया था. जिसके चलते इस धार्मिक क्षेत्र को तमाशा मुक्त कराया गया. ऐसे में कछ मनोरंजन के शौकीन इस तमाशों को दोबारा शुरु करने की हवा बह रही थी. ऐसे में पूर्व विधायक बच्चू कडू की भूमिका सख्त रहने से तमाशे से पहले ही घुंगरु टूट गए. क्योंकि बच्चू कडू ने अपनी शैली में दहाडते हुए कहा कि, वे चाहे विधायक हो या न हो, बहिरम में कभी भी तमाशे की गूंज नहीं होगी. सजा के पास चाहे सिंहासन हो या न हो राजा राजा ही रहता है. इसीलिए अब तमाशों की दोबारा गूंजने की कोई उम्मीद नहीं है, ऐसा इशारा शौकीनों को दिया गया.