मनपा के समय मैं करुंगा नामों की सिफारिश, ‘कमल’ का होगा महापौर
विधायक रवि राणा का भाजपा कार्यालय में प्रतिपादन
* भाजपा पदाधिकारियों के साथ साधा संवाद
अमरावती/दि.8 – मैं विगत 12-13 वर्षों से भाजपा के साथ पूरी निष्ठा से जुडा हुआ हूं. यहीं वजह है कि, मुझे पार्टी के प्रादेशिक व राष्ट्रीय नेताओं का आशीर्वाद व समर्थन प्राप्त है. अगर मुझे आपकी पार्टी के बडे-बडे नेताओं ने अपना मान लिया है, तो आप सभी ने भी मुझे अपना मानते हुए मेरे लिये काम करना चाहिए. इस आशय का आवाहन करने के साथ ही बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से महायुति के प्रत्याशी रहने वाले विधायक रवि राणा ने भाजपा कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान कहा कि, भाजपा के जो निष्ठावान कार्यकर्ता इस बार के विधानसभा चुनाव में उनके लिए इमानदारी से काम करेंगे. उन पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के नामों की सिफारिश वे आगामी मनपा, जिला परिषद व पंचायत समिति चुनाव के समय पार्टी नेतृत्व के समक्ष करेंगे. साथ ही विधायक रवि राणा ने यह विश्वास भी जताया कि, आगामी समय में होने वाले मनपा चुनाव के बाद अमरावती मनपा में निश्चित तौर पर कमल चुनाव चिन्ह यानि भाजपा का ही महापौर व उपमहापौर चुना जाएगा तथा अमरावती मनपा में एक बार फिर भाजपा की ही सत्ता आएगी.
बडनेरा निर्वाचन क्षेत्र से महायुति के तहत प्रत्याशी बनाये गये युवा स्वाभिमान पार्टी के विधायक रवि राणा के स्वागत व समर्थन हेतु आज शहर भाजपा के राजापेठ स्थित कार्यालय में भाजपा पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें शामिल होने हेतु पहुंचे विधायक रवि राणा ने बैठक में उपस्थित भाजपा पदाधिकारी को संबोधित करते हुए उपरोक्त प्रतिपादन किया. इस बैठक में भाजपा के पूर्व शहराध्यक्ष किरण पातुरकर, प्रदेश पदाधिकारी प्रा. दिनेश सूर्यवंशी, डॉ. नितिन धांडे, प्रा. रवींद्र खांडेकर, ललीत समदुरकर, पूर्व महापौर किरण महल्ले, शहर उपाध्यक्ष चेतन पवार सहित शहर भाजपा के तमाम पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे. जिनसे महायुति प्रत्याशी रहने वाले विधायक रवि राणा ने संवाद साधा.
शहर भाजपा कार्यालय में बुलाई गई इस बैठक में विधायक रवि राणा ने कहा कि, महायुति का घटक दल होने के नाते वे खुद मेलघाट व अचलपुर निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों का प्रचार कर रहे है. ठीक उसी तरह भाजपा के पदाधिकारियों ने भी महायुति का प्रत्याशी होने के नाते उनकी दावेदारी का समर्थन करते हुए उनके पक्ष में काम करना चाहिए.
* नवनीत राणा की हार जिले का दुर्भाग्य
इस समय विधायक रवि राणा ने लोकसभा चुनाव का उल्लेख करते हुए कहा कि, जहां एक ओर भाजपा नेत्री नवनीत राणा ने अपने पहले ही कार्यकाल के दौरान अमरावती जिले को पूरे देश में पहचान दिलाई. उन्हीं नवनीत राणा को विगत लोकसभा चुनाव में कुछ लोगों द्वारा किये गये भीतराघात की वजह से हार का सामना करना पडा. यह केवल नवनीत राणा की हार नहीं थी. बल्कि भाजपा व कमल चुनाव चिन्ह की हार थी. साथ ही जिस रफ्तार से नवनीत राणा द्वारा अमरावती जिले के विकास हेतु काम किया जा रहा था. इसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, नवनीत राणा का लोकसभा चुनाव हारना एक तरह से भाजपा सहित अमरावती जिले के लिए दुर्भाग्य वाली बात रही.
* चुनाव कांग्रेस व राकांपा के समर्थन से जीता, लेकिन अपना समर्थन भाजपा को दिया
इस समय अपने संबोधन में विधायक रवि राणा ने बडे बेलाग तरीके से यह स्वीकार किया कि, उन्होंने भले ही कांग्रेस व राकांपा के समर्थन से विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की, लेकिन वर्ष 2014 व 2019 में उन्होंने चुनाव जीतने के बाद भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस को अपना समर्थन दिया. जिसके चलते वर्ष 2014 में देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने. वहीं वर्ष 2019 में भाजपा के हाथ से सत्ता फिसल जाने के बावजूद भी उन्होंने अपनी निष्ठा नहीं बदली तथा वे भाजपा व फडणवीस के साथ बने रहे. इसी तरह उनकी पत्नी नवनीत राणा ने भी दो बार कांग्रेस व राकांपा के समर्थन से लोकसभा का चुनाव लडा था तथा वर्ष 2019 का संसदीय चुनाव जीता था. लेकिन जिले सहित देश के हित को देखते हुए पीएम मोदी के नेतृत्ववाली सरकार को अपना समर्थन दिया था.
* हम हर कठीन समय में भाजपा के साथ रहे, जेल भी गये
इस समय विधायक रवि राणा ने यह भी कहा कि, राज्य में उद्धव ठाकरे के नेतृत्ववाली सरकार के रहते समय भाजपा के साथ जुडे रहने वाले लोगों के खिलाफ कई तरह के अन्याय व अत्याचार किये गये. जिसका हमने भी सामना किया और हमें तो हनुमान चालीसा का पाठ करने पर उद्धव ठाकरे की सरकार ने 14 दिनों के लिए जेल में डाल दिया था. लेकिन हमने भाजपा के लिए इसे भी बर्दाश्त किया. ऐसे में हमारी इस निष्ठा को देखते हुए भाजपा के स्थानीय निष्ठावान पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने युवा स्वाभिमान पार्टी के साथ मिलकर महायुति की जीत के लिए काम करना चाहिए.
* जो भी कहूंगा, सच कहूंगा पर भी फूटा हंसी का फव्वारा
विशेष उल्लेखनीय यह रहा कि, विधायक रवि राणा ने भाजपा कार्यालय पहुंचने के बाद अपना संबोधन शुरु करते समय पूर्व शहराध्यक्ष जयंत डेहनकर से मुखातित होते हुए कहा कि, ‘जयंतराव, मैं कसम खाकर कहता हूं कि, यहां पर जो भी कहूंगा, पूरी तरह से सच कहूंगा.’ परंतु शपथपूर्व सच बोलने की बात विधायक रवि राणा द्वारा कहे जाते ही उपस्थित भाजपा पदाधिकारियों की हंसी का फव्वारा फूट पडा और सभी जोर-जोर से हंसने लगे. मानों विधायक रवि राणा ने कोई चुटकुला सुनाया हो. इस हंसी को सुनकर विधायक रवि राणा भी एक पल के लिए सकपका गये. लेकिन उन्होंने तुरंत ही खुद को संभालकर अपना संबोधन आगे बढाया.