मांगे मान्य होने पर ही पीछे खीचूंगा कदम
विधायक बच्चू कडू ने किया खुला ऐलान
* अपनी सीट महायुती के लिए छोडने की भी दर्शाई तैयारी
अमरावती/दि. 15 – महायुती सरकार को हम आगामी 19 जुलाई को अपनी मांगो का निवेदन देंगे. यदि सरकार ने हमारी मांगो को स्वीकार कर लिया तो मै विधानसभा चुनाव से अपने कदम पीछे खीचूंगा. साथ ही अपनी सीट भी महायुती के लिए देने हेतु तैयार रहूंगा, इस आशा की घोषणा विधायक बच्चू कडू द्वारा की गई है.
बता दे कि, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य में राजनीतिक गतिविधियां काफी तेज होती नजर आ रही है. जिसमें इस समय भले ही महायुती व महाविकास आघाडी के बीच सीधा मुकाबला होता दिखाई दे रहा है. परंतु मविआ व महायुती में शामिल कई घटक दल इस समय नाराज बताए जा रहे है. जिनके द्वारा एक साथ आकर राज्य में तीसरे मोर्चे के गठन की भी चर्चाएं चल रही है. ऐसे में प्रहार पार्टी के मुखिया व विधायक बच्चू कडू द्वारा की गई घोषणा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
मीडिया के साथ संवाद साधते हुए विधायक बच्चू कडू ने खुद को अभी महायुती में ही शामिल बताया और कहा कि, अब तक उनकी ओर से किसी तीसरे मोर्र्चे का गठन नहीं हुआ है. हालांकि वे किसानों व मजदूरों के हितो को ध्यान में रखते हुए समविचारी दलों के साथ तीसरा मोर्चा गठीत करने के लिए तैयार है. विधायक बच्चू कडू ने बताया कि, फसल-बुआईं से लेकर कटाई तक काम रोजगार गारंटी योजना के जरिए किए गए, 50 फीसद लाभ ग्राह्य मानते हुए कृषि उपज को दाम दिए गए, दिव्यांगो को प्रति माह 6 हजार रुपए का मानधन दिया जाए तथा अमिरी और गरीबी के बीच बढती खाई को कम करने हेतु प्रयास किए जाए. इस तरह की 18 मांगो का निवेदन महायुती सरकार को दिया जाएगा और यदि 19 जुलाई को सौंपे जानेवाले इस निवेदन में उल्लेखीत मांगो को सरकार द्वारा मान्य किया जाता है. तो वे आगामी चुनाव से अपने कदम पीछे खींच लेंगे तथा अपनी सीट भी महायुती के लिए दे देंगे.
विधायक बच्चू कडू ने यह आरोप भी लगाया कि, तमाम बडे राजनीतिक दलों द्वारा छोटे दलो व संगठनो को खत्म करते हुए उनके पर्याय खडे करने की मानसिकता रखी जाती है. जिससे छोटे व मनझौले राजनीतिक दलो के लिए काफी तकलीफ होती है. जबकि हकिकत यह है कि, छोटे राजनीतिक दल ही सडक पर उतरकर आम जनता के हितो की लडाई लडते है. ऐसे में छोटे राजनीतिक दलों के विधायकों की संख्या बढना बेहद जरुरी है.