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अमरावती को गत वैभव प्रदान करने के साथ ही विकसित करने करुंगा प्रयास

मनसे प्रत्याशी मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल ने जारी किया घोषणा पत्र

* ‘विजन अमरावती’ के तहत शहर के विकास की संकल्पना का जनता के सामने रखा लेखा-जोखा
अमरावती/दि.4 – अश्मयुग के समय से मानवीय वसाहत रहने वाले तथा ऐतिहासिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक क्रांति की विरासत को साथ लेकर आगे चलने वाले अमरावती शहर में जैन मुनी, यादव राजा, महात्मा गांधी, लोकमान्य तिलक व सुभाषचंद्र बोस जैसे दिग्गजों का सहवास भी देखा है. साथ ही भगवान श्रीकृष्ण की प्राणप्रिया माता रुख्मिणी का मायका रहने वाले मां अंबा के कृपापात्र शहर अमरावती ने भाउसाहब देशमुख के पदचिन्हों पर आगे चलते हुए आधुनिक काल की ओर अपने कदम बढाये. लेकिन आज उसी अमरावती शहर में रहने वाले युवाओं को अपनी पढाई-लिखाई व रोजगार के लिए मुंबई व पुणे जैसे महानगरों में जाकर रहना पडता है और राजनेताओं व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अनदेखी की वजह से अमरावती शहरवासी नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है. साथ ही शहर में अनेकों विकास कार्य प्रलंबित पडे हुए है. इस स्थिति को बदलते हुए अमरावती शहर को उसका गतवैभव प्रदान करने के साथ ही शहर का चहुंमुखी विकास करने हेतु मैंने विधायक पद के लिए अपनी दावेदारी पेश की है. इस आशय की भूमिका अमरावती विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड रहे मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल ने ‘विजन अमरावती’ नामक अपने चुनावी घोषणा पत्र में स्पष्ट की है.
अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से मनसे प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा का चुनाव लड रहे मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल ने अपने द्वारा चुनाव लडे जाने की भूमिका स्पष्ट करते हुए मतदाताओं के समक्ष अमरावती के विकास को लेकर अपना विजन रखा है. जिसमें उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की न्याय एवं शासन प्रणाली का हवाला देते हुए शहर की व्यवस्था सुधारने हेतु आमूल-चूल परिवर्तन को बेहद जरुरी बताया है. इस घोषणा पत्र में मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल द्वारा बताया गया कि, आज अमरावती में चहूंओर कचरे व गंदगी के ढेर है. जिसकी वजह से लोगों को अपने नाक व मूंह बंद करके घूमना पडता है. इसके अलावा बेलोरा विमानतल से अब विमान उडेगा, तब विमान उडेगा की केवल हवाहवाई घोषणाओं के विमान ही उडाये जा रहे है. वहीं दूसरी ओर जहां पूरी दुनिया आर्टीफिशियल इंटेलिजन्स के तकनीकी ज्ञान के साथ आगे बढ रही है, तो किसी समय शिक्षा क्षेत्र में नावालौकिक प्राप्त रहने वाले अमरावती शहर में अब तक आईटी पार्क का प्रारुप तक तैयार नहीं हुआ है. साथ ही कोई बडा उद्योग धंधा भी अमरावती में नहीं लाया जा सका है. जिसकी वजह से अमरावती के पढे-लिखे युवाओं को नौकरी व रोजगार के लिए बडे महानगरों पर आश्रित रहना पडता है. इस स्थिति को बदला जाना बेहद जरुरी है.
इसके साथ ही मनसे प्रत्याशी पप्पू पाटिल का कहना रहा कि, अमरावती शहर में चित्रा चौक से नागपुरी गेट की ओर जाने वाले उडानपुल का काम विगत लंबे समय से अधर में लटका पडा है. पप्पू पाटिल के मुताबिक करीब दो दशक पहले बडे गाजे-बाजे के साथ शुरु की गई भूमिगत गटर योजना कहा गायब हो गई, किसी को पता ही नहीं चला. लगभग यही हाल फिशरी हब व कचरा प्रक्रिया प्रकल्प का भी है और शहर में कचरा संकलन का काम कुछ ऐसा चल रहा है कि, पूरा शहर ही कचरे व गंदगी से भरा दिखाई दे रहा है. साथ ही साथ अमरावती शहर में अपराधों का प्रमाण इतना अधिक बढ गया है कि, लोगबाग अब अमरावती शहर को ‘अपराधिवती’ कहने लगे है. लेकिन इन तमाम बातों की ओर हमारे जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा.
अपने घोषणा पत्र में उपरोक्त मुद्दें उठाने के साथ-साथ मनसे प्रत्याशी मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल ने कहा कि, अब तक अमरावतीवासियों ने अमूक-तमूक विचारधारा को ध्यान में रखते हुए अलग-अलग जनप्रतिनिधियों को अपना विधायक चुना. लेकिन विधायक चुने जाते ही उन जनप्रतिनिधियों ने गिरगिट की तरह रंग बदलते हुए अपनी असलियत जनता के सामने दिखा दी. ऐसे में अब बेहद जरुरी है कि, आम जनता द्वारा ऐसे दल बदलू नेताओं को उनकी असली जगह दिखाई जाये तथा अपनी विचारधारा व पार्टी के प्रति निष्ठा रखने वाले प्रत्याशी को अपना विधायक चुना जाये. इसके साथ ही मनसे प्रत्याशी मंगेश उर्फ पप्पू पाटिल ने अब तक अपने द्वारा किये गये कामों की जानकारी देते हुए अपने घोषणा पत्र मेें आश्वासन दिया है कि, वे महाराष्ट्र की विधानसभा में अमरावती निर्वाचन क्षेत्र की बुलंद आवाज बनेंगे तथा अमरावती निर्वाचन क्षेत्र की प्रत्येक समस्या को यहां के नागरिकों के साथ मिल बैठकर सुलझाएंगे.

 

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