खेत में गांजा उगाया तो होगी 10 साल की जेल
प्रतिबंध के बावजूद चोरी छिपे होती है तस्करी व विक्री
अमरावती /दि.19– मादक पदार्थों का सेवन करने भारत में काफी गंभीर अपराध माना जाता है. जिसके लिए सजा का भी प्रावधान है. हालांकि आरोपी द्वारा कब और कितने मादक पदार्थ का सेवन किया गया. साथ ही वह कब से मादक पदार्थों का सेवन कर रहा है. ऐसी अनेक बातों का विचार सजा सुनाने से पहले अदालत द्वारा किया जाता है. जिले में गत वर्ष 2.40 लाख रुपयों के गांजे की तस्करी पकडी गई थी.
बता दें कि, देश में नार्कोटीक्स ड्रग एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटन्स एक्ट यानि एनडीपीएस एक्ट अस्थित्व में है, यह कानून मादक पदार्थों से संबंधित विभिन्न अपराधिक मामलो में लागू होता है. मादक पदार्थ अथवा प्रतिबंध रहने वाले रासायनिक व साइकोट्रॉपिक पदार्थों का उत्पादन, ताबा, खरीदी, विक्री, व्यापार, आयात, निर्यात व प्रयोग करने वाला व्यक्ति इस कानून के तहत आरोपी की श्रेणी में आता है.
* बाजार में गांजे का दाम कितना?
पुलिस के मुताबिक बाजार में गांजे को प्रतिकिलो 10 से 20 हजार रुपए के दाम मिलते है. गांजा किस जगह पर उगाया गया और कहां से लाया गया. जिस आधार पर गांजे के भाव तय होते है. साथ ही गांजे की छोटे-छोटे पैकेट काफी अधिक दामों पर बेचे जाते है.
* क्या कहते है आंकडे?
अमरावती ग्रामीण पुलिस ने सन 2022 के दौरान 13 मामलों में 699 किलो गांजा पकडा था तथा गांजा व अन्य साहित्य मिलाकर 73 लाख 82 हजार 210 रुपयों का माल जब्त किया गया था. वहीं सन 2023 के दौरान 18 मामलों में 14 किलो गांजे सहित कुल 2.39 लाख रुपयों का माल जब्त किया था.
* 10 साल की जेल, 2 लाख रुपए का जुर्माना
गांजा उगाने के मामलों में 10 साल के सश्रम कारावास व एक से दो लाख रुपए तक जुर्माने की सजा हो सकती है. साथ ही गांजे के उत्पादन, ताबा, विक्री, ढुलाई व तस्करी के मामलों में भी सख्त कार्रवाई करने का प्रावधान है.
* सन 2023 में एनडीपीएस एक्ट के तहत कुल 18 मामले दर्ज किये गये थे. वहीं इसके पहले सन 2022 में 13 कार्रवाईयां हुई थी. इन दो वर्षों के दौरान करीब 76 लाख रुपए का गांजा व अन्य साहित्य जब्त किये गये.
– किरण वानखडे,
स्थानीय अपराध शाखा प्रमुख,
जिला ग्रामीण पुलिस.
* दो फसलों के बीच उगाई जा रही थी गांजे की फसल
कपास व तुअर की फसलों के बीच गांजा उगाये जाने का मामला यवतमाल जिले के महागांव तहसील क्षेत्र में सामने आया था. इस तरह का कोई मामला फिलहाल अमरावती जिले में सामने नहीं आया है.
* कपास की खेत में लगाया जाता है गांजा
कपास की फसल के बीच खेत में गांजा उगाया जाता है. राज्य के कुछ हिस्सों के ऐसे मामले सामने आये है. परंतु अमरावती जिले में ऐसा कोई मामला अब तक सामने नहीं आया है.