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स्थगित नहीं तो रद्द करें बढा हुआ टैक्स

कांग्रेस की मांग

* हाउस टैक्स पर दोनों विधायकों पर आरोप
अमरावती/दि.10 – अमरावती शहर जिला कांग्रेस ने शहर के दोनों विधायकों पर शहरवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाकर कहा कि, महापालिका द्वारा बढाया गया संपत्ति कर स्थगित नहीं, तो रद्द ही किया जाना चाहिए. चुनाव सामने रखकर तात्कालीक स्थगन का दिखावा करने का आरोप भी पार्टी ने लगाया और कहा कि, जनभावनाओं से जनप्रतिनिधि खिलवाड कर रहे है. शहर कांग्रेस अध्यक्ष बबलू शेखावत, महापौर रह चुके कांगे्रस के दो नेताओं विलास इंगोले एवं मिलिंद चिमोटे ने विस्तुत निवेदन जारी कर कहा कि, जिन लोगों ने बढाया हुआ टैक्स का भुगतान कर दिया. उन्हें भी पखवाडे भर के अंदर मनपा को वह राशि लौटा देनी चाहिए.
* कांग्रेस ने किये प्रदर्शन
शहरवासियों पर भारी भरकम टैक्स का बोझ बढाये जाने के विरोध में कांगे्रस ने 30 अगस्त 2022 को मनपा आयुक्त को निवेदन दिया था. उसके एक साल बाद 29 अगस्त 2023 को मनपा के प्रवेशद्वार के सामने तीव्र प्रदर्शन भी कांगे्रस ने किया था. 19 जनवरी 2024 को प्रत्येक झोन कार्यालय पर कांग्रेस ने हल्लाबोल किया. जिसके कारण डीसीएम फडणवीस ने टैक्स बढोत्तरी पर रोक लगा देने का दावा कांग्रेस नेता शेखावत, इंगोले और चिमोटे ने किया है.
* कांगे्रस ने किया आवाहन
तीनों नेताओं ने स्पष्ट कहा कि, बढाये गये प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान नहीं करने का आवाहन कांग्रेस पार्टी ने किया था. उसी प्रकार प्रभाग निहाय बैठके भी ली थी. जिसके कारण प्रशासन को प्रॉपर्टी टैक्स वसूली में सफलता नहीं मिली. बैठकों में बढाये गये टैक्स का जोरदार विरोध किया गया. लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने प्रॉपर्टी टैक्स का मुद्दा उठाया था. दोनों विधायकों को चुनाव में सबक सिखाने का आवाहन कांग्रेस ने कर रखा है.
* डरे विधायक
कांग्रेस नेता शेखावत, चिमोटे, इंगोले ने आरोप लगाया कि, दोनों विधायक जनता के रोष से डर गये है. यह भी कहा कि, अमरावती की विधायक ने गत माह मुख्यमंत्री को दिये निवेदन में संपत्ति कर चारगुना बढाये जाने को अमरावती पर अन्याय बताया. कांगे्रस ने सवाल उठाया कि, दो वर्षों तक जनप्रतिनिधि खामोश क्यों रही. उन्हें इतनी देर से कैसे एहसास हुआ. अमरावती की जनता ने लोकसभा चुनाव में झटका दिया. जिससे दोनों जनप्रतिनिधि हडबडा गये है. अब प्रॉपर्टी टैक्स पर स्थगन का दिखावा किया जा रहा है. जबकि यह टैक्स स्थगित नहीं, तो रद्द होना चाहिए. जब तक टैक्स रद्द नहीं होगा, कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा. शेखावत, चिमोटे, इंगोले ने कहा कि, महापालिका को पुरानी दरों पर ही नई नोटिसेस देनी होगी.

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